प्रसिद्ध स्टैंडअप कॉमेडियन और यूट्यूबर समय रैना (Samay Raina) एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गए हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने कॉमेडी शो India's Got Latent के दौरान दिव्यांग व्यक्तियों, विशेष रूप से स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) और अंधता से पीड़ित लोगों का उपहास उड़ाया। इस मामले को लेकर देशभर में गुस्सा है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
इस विवाद के बाद समय रैना को मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में पेश होना पड़ा। उनके साथ चार अन्य सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स भी उपस्थित थे, जिन पर इसी तरह के आरोप लगे हैं।
समय रैना के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
यह विवाद एक हल्के-फुल्के मजाक से शुरू हुआ था, लेकिन जल्द ही यह मामला राष्ट्रीय स्तर की बहस में बदल गया। सोशल मीडिया पर क्लिप वायरल होने के बाद कई सामाजिक संगठनों और आम लोगों ने समय रैना की टिप्पणियों को अपमानजनक और असंवेदनशील बताया। इसके बाद उनके खिलाफ विभिन्न शहरों में एफआईआर दर्ज की गई।
सोशल मीडिया यूजर्स का आरोप है कि समय रैना ने शो के दौरान बार-बार दिव्यांगों के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं, जो मानसिक रूप से तकलीफ देने वाली हैं।
कोर्ट में पेशी और वायरल बयान
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान जब मीडिया ने समय रैना से सवाल पूछे, तो उन्होंने पहले तो किसी भी टिप्पणी से इनकार कर दिया और कहा,
"मैं अपना बयान कोर्ट में दूंगा।"
हालांकि, एक पत्रकार ने जब बार-बार उनसे प्रतिक्रिया मांगी, तो समय रैना ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा,
"मैं मोहक मंगल का समर्थन करता हूं।"
उनका यह जवाब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। कई लोगों ने इसे मजाकिया कहा, जबकि कई यूजर्स ने इसे गैर-जिम्मेदाराना बताया, खासकर तब जब मामला संवेदनशील हो।
सोशल मीडिया पर बंटे रिएक्शन
समय रैना के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। एक तरफ उनके फैंस इस बयान को उनकी ह्यूमर स्टाइल बताते हुए समर्थन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई यूजर्स इसे गंभीर मसले को हल्के में लेने का संकेत मान रहे हैं।
इस क्लिप के वायरल होते ही ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #SamayRaina ट्रेंड करने लगा। कई यूजर्स ने उन्हें संवेदनशीलता बरतने की सलाह दी, जबकि कुछ ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
वकील के साथ तस्वीर भी हुई वायरल
कोर्ट में पेशी के बाद समय रैना ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर अपनी वकील हिमांशु शेखर के साथ एक तस्वीर शेयर की और उन्हें "मेन मैन" बताया। उन्होंने इस तस्वीर को हंसते हुए अंदाज में साझा किया, जो फिर से उनके ह्यूमर की झलक देती है।
इस स्टोरी के बाद भी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा रही कि क्या ऐसे गंभीर मामलों में एक कॉमेडियन को अपने ह्यूमर का इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं।
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई
मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ द्वारा की गई। कोर्ट ने सभी पांचों आरोपियों की उपस्थिति दर्ज की और निर्देश दिया कि वे लिखित में अपना पक्ष रखें। इसके अलावा कोर्ट ने समय रैना को अगली सुनवाई में भी व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया है।
इस केस की अगली सुनवाई की तारीख जल्द तय की जाएगी। वहीं याचिकाकर्ताओं की ओर से मांग की गई है कि सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।