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Mangal Electrical IPO की बाजार में धीमी शुरुआत, इश्यू प्राइस से नीचे खुले शेयर

Mangal Electrical IPO की बाजार में धीमी शुरुआत, इश्यू प्राइस से नीचे खुले शेयर

Mangal Electrical IPO, गुरुवार 28 अगस्त 2025 को बाजार में लिस्ट हुआ, लेकिन शेयर इश्यू प्राइस से नीचे खुले। बीएसई पर 558 रुपये और एनएसई पर 556 रुपये पर लिस्टिंग हुई, जबकि इश्यू प्राइस 561 रुपये तय था। आईपीओ को निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला और यह 10 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था।

Mangal Electrical IPO: ट्रांसफार्मर कंपोनेंट बनाने वाली कंपनी मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज का इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) गुरुवार 28 अगस्त 2025 को स्टॉक मार्केट में डेब्यू कर गया। कंपनी के शेयर बीएसई पर 558 रुपये और एनएसई पर 556 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुए, जो कि 561 रुपये के इश्यू प्राइस से नीचे है। यह लिस्टिंग ग्रे मार्केट की उम्मीदों के अनुरूप रही, जहां शेयर पहले से ही हल्के डिस्काउंट पर ट्रेड हो रहे थे। कंपनी का आईपीओ 20 से 22 अगस्त तक खुला रहा और इसे निवेशकों से 10 गुना से अधिक सब्सक्रिप्शन मिला।

इश्यू प्राइस से कम पर लिस्टिंग

कंपनी के शेयर बीएसई पर 3 रुपये यानी करीब 0.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 558 रुपये पर लिस्ट हुए। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर यह 5 रुपये यानी लगभग 0.89 प्रतिशत की गिरावट के साथ 556 रुपये पर खुले। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि यह लिस्टिंग काफी हद तक उम्मीदों के अनुरूप रही क्योंकि ग्रे मार्केट में पहले से ही शेयर डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहे थे। नॉन-लिस्टेड मार्केट में मंगल इलेक्ट्रिकल का शेयर इश्यू प्राइस से लगभग 3 रुपये कम पर कारोबार करता देखा गया था।

IPO को मिला अच्छा रिस्पांस

IPO के सब्सक्रिप्शन की बात करें तो निवेशकों ने इसमें खासा उत्साह दिखाया। मंगल इलेक्ट्रिकल का पब्लिक इश्यू 20 अगस्त को खुला था और 22 अगस्त तक चला। इस दौरान इसे लगभग 10 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, जहां कंपनी ने 49,91,105 शेयरों का ऑफर दिया था, वहीं इसके बदले 4,96,69,802 शेयरों के लिए आवेदन आए। इससे साफ है कि निवेशकों का भरोसा कंपनी के बिजनेस मॉडल पर बना हुआ है।

ऑफर की संरचना

मंगल इलेक्ट्रिकल का आईपीओ पूरी तरह नया इश्यू था। इसमें कुल 71 लाख इक्विटी शेयर जारी किए गए। इस इश्यू में ऑफर फॉर सेल यानी ओएफएस का कोई हिस्सा शामिल नहीं था। कंपनी ने इस ऑफर का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व रखा। करीब 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल निवेशकों और 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के लिए आरक्षित था।

प्राइस बैंड और लॉट साइज

कंपनी ने आईपीओ का प्राइस बैंड 533 रुपये से 561 रुपये प्रति शेयर तय किया था। लॉट साइज 26 शेयरों का रखा गया। यानी किसी भी निवेशक को न्यूनतम 26 शेयरों के लिए आवेदन करना जरूरी था। इश्यू को लेकर बाजार में अच्छी खासी चर्चा रही और कई बड़े-बड़े ब्रोकरेज हाउस ने भी इस पर अपनी रिपोर्ट्स जारी की थीं।

कंपनी का बिजनेस मॉडल

मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज ट्रांसफार्मर कंपोनेंट्स बनाने के क्षेत्र में काम करती है। कंपनी का मुख्य फोकस पावर सेक्टर की जरूरतों को पूरा करना है। भारत में बढ़ती बिजली खपत और इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार को देखते हुए कंपनी का बिजनेस भविष्य में काफी संभावनाओं से भरा हुआ माना जा रहा है। यही वजह है कि सब्सक्रिप्शन के दौरान निवेशकों ने बढ़-चढ़कर इसमें हिस्सा लिया।

ग्रे मार्केट के संकेत

लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट की गतिविधियों ने ही संकेत दे दिए थे कि शेयर प्राइस में कोई बड़ी तेजी देखने को नहीं मिलेगी। ग्रे मार्केट में यह शेयर इश्यू प्राइस से करीब 3 रुपये नीचे ट्रेड कर रहा था। इसलिए लिस्टिंग का रुख पहले से ही कमजोर माना जा रहा था।

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