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Mouthwash side effects: ब्रश और फ्लॉस के बाद भी रोज़ाना माउथवॉश की जरूरत है या नहीं? एक्सपर्ट से जानें

Mouthwash side effects: ब्रश और फ्लॉस के बाद भी रोज़ाना माउथवॉश की जरूरत है या नहीं? एक्सपर्ट से जानें

रोज़ाना माउथवॉश का इस्तेमाल हर किसी के लिए जरूरी नहीं है। सही ब्रशिंग, फ्लॉसिंग और नियमित डेंटिस्ट विजिट सबसे प्रभावी ओरल हाइजीन तरीका है। माउथवॉश केवल सपोर्टिव उपाय है। लगातार इस्तेमाल से मुंह सूखना, अच्छे बैक्टीरिया का नुकसान और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इसका उपयोग करें।

Mouthwash side effects: माउथवॉश को मुंह की सफाई और सांस की ताजगी के लिए इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन रोज़ाना इसके इस्तेमाल से नुकसान भी हो सकते हैं। यशोदा अस्पताल के डेंटिस्ट डॉ. अनमोल कुमार के अनुसार, ब्रशिंग और फ्लॉसिंग सबसे जरूरी हैं, जबकि माउथवॉश केवल सहायक उपाय है। लगातार इस्तेमाल से मुंह सूखना, अच्छे बैक्टीरिया का कम होना, जलन और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इस्तेमाल करें और हमेशा अल्कोहल-फ्री माउथवॉश चुनें।

माउथवॉश क्या है और कैसे काम करता है

माउथवॉश एक तरह का लिक्विड होता है, जिसे मुंह में कुल्ला करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल एजेंट्स, फ्लोराइड या फ्रेशनेस देने वाले ऑयल्स जैसे इंग्रेडिएंट्स मौजूद होते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य मुंह में बैक्टीरिया को कम करना, सांस की बदबू हटाना और कभी-कभी दांतों को कैविटी से बचाना होता है।

माउथवॉश के फायदे

  • सांस की बदबू से राहत- माउथवॉश तुरंत फ्रेशनेस देता है और मुंह की बदबू को कम करता है।
  • बैक्टीरिया नियंत्रण- एंटीबैक्टीरियल माउथवॉश से मुंह में बैक्टीरिया की ग्रोथ थोड़ी देर के लिए कम होती है।
  • मसूड़ों की सुरक्षा- कुछ माउथवॉश मसूड़ों की सूजन और ब्लीडिंग को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  • कैविटी से सुरक्षा- फ्लोराइड वाले माउथवॉश दांतों को कैविटी से बचाने में सहायक होते हैं।

रोज़ाना इस्तेमाल के नुकसान

  • मुंह का सूखना- कई माउथवॉश में अल्कोहल होती है, जिससे लार कम हो जाती है और मुंह सूख जाता है। लार कम होने से बैक्टीरिया बढ़ने के चांस बढ़ जाते हैं।
  • ओरल बैलेंस का बिगड़ना- मुंह में अच्छे और बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया रहते हैं। रोज़ाना माउथवॉश के इस्तेमाल से अच्छे बैक्टीरिया भी खत्म हो सकते हैं।
  • अस्थायी फ्रेशनेस- माउथवॉश सिर्फ अस्थायी राहत देता है। यदि बदबू लगातार बनी रहती है तो यह पेट, मसूड़ों या दांतों की बीमारी का संकेत हो सकता है।
  • दांतों और मुंह में एलर्जी- लगातार इस्तेमाल से कई लोगों को जलन, मुंह में छाले या एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं।

कब और कैसे इस्तेमाल करें

  • सही समय पर इस्तेमाल- डॉक्टर के बताए समय पर ही माउथवॉश का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • कुल्ला करने का तरीका- हमेशा 20 से 30 सेकंड तक माउथवॉश से कुल्ला करें और निगलें नहीं।
  • बच्चों के लिए सावधानी- छोटे बच्चों को माउथवॉश न दें।
  • अल्कोहल-फ्री विकल्प- रोज़ाना इस्तेमाल के लिए अल्कोहल-फ्री माउथवॉश बेहतर विकल्प माना जाता है।

डॉक्टर क्या कहते हैं

यशोदा अस्पताल के डेंटिस्ट डॉ. अनमोल कुमार के अनुसार, रोज़ाना अच्छे ओरल हाइजीन के लिए ब्रश और फ्लॉस सबसे जरूरी हैं। माउथवॉश सिर्फ एक सपोर्टिव उपाय है, न कि अनिवार्य। अगर मसूड़ों में बार-बार सूजन हो, बदबू लगातार बनी रहे या कैविटी की समस्या अधिक हो, तो डॉक्टर कभी-कभी माउथवॉश का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।

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