शुक्रवार 18 जुलाई को शेयर बाजार का माहौल एकदम बदल गया। सुबह जहां हल्की तेजी की उम्मीद थी, वहीं दोपहर तक निफ्टी और बैंक निफ्टी दोनों फिसलते नजर आए। निफ्टी ने 25,000 का अहम स्तर तोड़ दिया और 143 अंकों की गिरावट के साथ 24,968 के स्तर पर बंद हुआ। बैंक निफ्टी भी 575 अंक गिरकर 56,254 पर बंद हुआ। एक्सिस बैंक के खराब नतीजों ने बाजार की भावनाओं को पूरी तरह से नीचे धकेल दिया।
बाजार को झटका दे गया एक्सिस बैंक
शुक्रवार को आए एक्सिस बैंक के तिमाही नतीजों ने निवेशकों को मायूस कर दिया। कंपनी के प्रदर्शन से बाजार को गहरी निराशा हुई और इस कारण बैंक के शेयर में 5 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। एक्सिस बैंक इस दिन सबसे बड़ा लूजर रहा, जिसने निफ्टी और बैंक निफ्टी दोनों को नीचे की ओर खींचा।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि एक्सिस बैंक के नतीजों ने बाकी सारे पॉजिटिव संकेतों को दबा दिया। बैंक निफ्टी ने सिर्फ अहम सपोर्ट लेवल ही नहीं तोड़ा, बल्कि 20-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (20-DEMA) के नीचे भी चला गया, जो टेक्निकल तौर पर कमजोरी का संकेत है।
सोमवार को तय होगी बाजार की दिशा
अब बाजार की नजर सोमवार के सेशन पर टिकी है। वजह है – रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसी दिग्गज कंपनियों के तिमाही नतीजे। इन नतीजों पर बाजार की दिशा निर्भर करती नजर आ रही है। अगर इन कंपनियों के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे तो बाजार में रिकवरी की पूरी संभावना है, वहीं आंकड़े कमजोर रहे तो और गिरावट भी देखने को मिल सकती है।
सीएनबीसी आवाज के अनुज सिंघल का विश्लेषण
अनुज सिंघल के मुताबिक शुक्रवार का दिन बाजार के लिए सबसे खराब दिनों में से एक रहा। निफ्टी ने 25,000 का मनोवैज्ञानिक स्तर खो दिया और दिनभर उसे वापस हासिल करने में नाकाम रहा। उनका मानना है कि एक्सिस बैंक के कमजोर आंकड़ों की वजह से बाजार में ओवररिएक्शन हुआ है। अगर सोमवार को HDFC बैंक और ICICI बैंक के आंकड़े अच्छे आते हैं तो बाजार में तेज़ रिकवरी हो सकती है।
कोटक सिक्योरिटीज की रिसर्च रिपोर्ट
कोटक सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान के मुताबिक बाजार इस समय एक करेक्टिव फेज में है। यह करेक्शन 350 अंक या 500 अंकों तक का हो सकता है। अगर निफ्टी में यह करेक्शन 350 अंकों का रहा तो यह 24,900 पर थम सकता है, लेकिन अगर 500 अंक की गिरावट आती है तो 24,750 के करीब के स्तर तक भी जाना पड़ सकता है।
उनके अनुसार बाजार 24,500 से 26,000 के दायरे में बना रह सकता है। यानी गिरावट अभी पूरी तरह थमी नहीं है और हल्के सुधार के बाद दोबारा गिरावट आ सकती है।
आईटी और मेटल स्टॉक्स में मिली राहत
इस गिरावट भरे दिन में आईटी और मेटल सेक्टर थोड़ी राहत लेकर आए। आईटी इंडेक्स फ्लैट रहा और कुछ शेयरों ने हल्की बढ़त दिखाई। वहीं मेटल इंडेक्स 0.37 फीसदी चढ़ गया। हालांकि छोटे और मझोले शेयरों में भी दबाव बना रहा। निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 0.7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट रही।
रिलायंस, एचडीएफसी और ICICI पर टिकी उम्मीदें
अब पूरा बाजार रिलायंस, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के नतीजों की ओर देख रहा है। ये तीनों कंपनियां बाजार को नई दिशा देने में अहम भूमिका निभाएंगी। निवेशकों को इन कंपनियों से अच्छे आंकड़ों की उम्मीद है क्योंकि हाल के दिनों में इनके कारोबार में मजबूती देखी गई है।
बाजार में घबराहट का माहौल
शुक्रवार को बाजार में जो गिरावट आई, उसे देखकर निवेशकों में घबराहट का माहौल बन गया है। खासकर निफ्टी का 25,000 के नीचे फिसलना एक बड़ा मनोवैज्ञानिक झटका माना जा रहा है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगले हफ्ते बाजार की चाल तिमाही नतीजों पर निर्भर करेगी। अगर नतीजे अच्छे रहे तो बाजार एक बार फिर 25,500 के पार निकल सकता है। वहीं नतीजे खराब रहे तो निफ्टी 24,500 तक जा सकता है।
शेयर बाजार का हाल – आंकड़ों में
- निफ्टी: 143 अंक की गिरावट, बंद स्तर – 24,968
- बैंक निफ्टी: 575 अंक की गिरावट, बंद स्तर – 56,254
- एक्सिस बैंक: 5.2 फीसदी गिरा, सबसे ज्यादा नुकसान
- मेटल इंडेक्स: 0.37 फीसदी की बढ़त
- आईटी इंडेक्स: लगभग सपाट
- मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स: 0.7 फीसदी से ज्यादा गिरावट