NIRF 2025 में BHU ने छठा स्थान प्राप्त किया। मेडिकल संस्थान 6वें, इंजीनियरिंग 10वें और डेंटल 15वें स्थान पर। ओवरऑल रैंकिंग में सुधार, छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए मार्गदर्शक।
NIRF 2025: राष्ट्रीय शिक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को National Institutional Ranking Framework (NIRF) 2025 की घोषणा कर दी। इस रैंकिंग में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) को देश के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों की श्रेणी में छठा स्थान प्राप्त हुआ है। महामना की बगिया के नाम से मशहूर बीएचयू की यह रैंकिंग पिछले वर्ष की तुलना में एक पायदान नीचे है, जबकि 2021 में यह तीसरे स्थान पर था।
बीएचयू की रैंकिंग में गिरावट के बावजूद विश्वविद्यालय ने शिक्षा और शोध के क्षेत्र में अपनी छवि बनाए रखी है। देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों की तुलना करने वाली यह रैंकिंग छात्रों, शोधकर्ताओं और अकादमिक विशेषज्ञों के लिए मार्गदर्शक का काम करती है।
NIRF रैंकिंग में BHU का प्रदर्शन
BHU ने इस बार छठा स्थान प्राप्त किया है, जबकि वर्ष 2024 में पांचवें स्थान पर था। विश्वविद्यालय की ओवरऑल रैंकिंग में भी सुधार हुआ है। इस बार ओवरआल श्रेणी में BHU को 10वां स्थान मिला है, जबकि पिछले वर्ष यह 11वें स्थान पर था। 2021 में भी विश्वविद्यालय ओवरआल रैंकिंग में 10वें स्थान पर था, लेकिन बीच के वर्षों में यह टॉप-10 से बाहर हो गया था।
बीएचयू की रैंकिंग में गिरावट या सुधार उसके शिक्षा, शोध, इंफ्रास्ट्रक्चर, फैकल्टी और छात्रों की उपलब्धियों पर आधारित होती है। विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार टॉप-10 में बने रहना विश्वविद्यालय की गुणवत्ता और स्थिरता का प्रतीक है।
BHU के मेडिकल संस्थान की प्रगति
BHU का चिकित्सा विज्ञान संस्थान इस बार NIRF 2025 में मेडिकल कैटेगरी में एक पायदान ऊपर चढ़कर छठा स्थान पर आया है। पिछले वर्ष यह संस्थान सातवें स्थान पर था। मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में यह सुधार छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए बड़े अवसर खोलता है।
BHU के मेडिकल संस्थान में शिक्षण, रिसर्च और क्लिनिकल सुविधाओं का संतुलन इसे देश के अन्य प्रमुख मेडिकल कॉलेजों के साथ प्रतिस्पर्धा में बनाए रखता है। छात्रों के लिए यह रैंकिंग दाखिला लेने और करियर विकल्प चुनने में मददगार साबित होती है।
इंजीनियरिंग और डेंटल में BHU की स्थिति
इंजीनियरिंग कैटेगरी में IIT BHU को इस वर्ष भी 10वां स्थान मिला है। पिछले वर्ष भी यह स्थान वही था। इससे यह साफ होता है कि BHU के इंजीनियरिंग संस्थान ने गुणवत्ता और शोध के क्षेत्र में स्थिर प्रदर्शन बनाए रखा है।
डेंटल शिक्षा में BHU ने पिछले साल की तुलना में सुधार किया है। डेंटल संस्थान इस बार 15वें स्थान पर है, जबकि पिछले वर्ष यह 17वें स्थान पर था। दो पायदान की यह बढ़ोतरी संस्थान की शिक्षा और प्रशिक्षण गुणवत्ता में सुधार का संकेत देती है।
BHU की ओवरऑल रैंकिंग में सुधार
ओवरऑल श्रेणी में BHU की रैंकिंग में एक पायदान की वृद्धि ने विश्वविद्यालय को फिर से टॉप-10 में जगह दिलाई है। इससे यह साफ होता है कि BHU ने शिक्षा, शोध, फैकल्टी गुणवत्ता और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के लिए लगातार प्रयास किए हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, BHU की ओवरऑल रैंकिंग में सुधार का कारण शिक्षण और शोध में गुणवत्ता का बढ़ना और छात्रों की सफलता दर में वृद्धि है।
BHU को महामना की बगिया के नाम से जाना जाता है। विश्वविद्यालय ने देशभर में शिक्षा और शोध के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। NIRF रैंकिंग में BHU का शीर्ष स्थान बनाए रखना यह दिखाता है कि विश्वविद्यालय ने शिक्षा, शोध, और छात्रों के कैरियर के लिए निरंतर योगदान दिया है।
विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर अब तक, BHU ने चिकित्सा, इंजीनियरिंग, डेंटल, विज्ञान और मानविकी के क्षेत्रों में उत्कृष्टता दिखाई है। छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए यह रैंकिंग मार्गदर्शक का काम करती है।