NTPC लिमिटेड का दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 3% बढ़कर ₹5,225 करोड़ रहा, जबकि कुल आय मामूली बढ़कर ₹45,262 करोड़ हुई। कंपनी ने ₹27.75 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है। हालांकि, सकारात्मक नतीजों के बावजूद एनटीपीसी का शेयर करीब 2.27% गिरकर ₹337.25 पर ट्रेड कर रहा है।
NTPC: देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी NTPC लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में 3% की बढ़त के साथ ₹5,225 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। कंपनी की कुल आय ₹45,262 करोड़ रही, जबकि खर्च घटकर ₹40,218 करोड़ रह गया। निदेशक मंडल ने प्रति शेयर ₹27.75 का अंतरिम लाभांश घोषित किया है, जिसका भुगतान 25 नवंबर को किया जाएगा। सितंबर 2025 तक एनटीपीसी की कुल क्षमता 83,893 मेगावाट रही। हालांकि, रिजल्ट के बाद शेयर 2.27% गिरकर ₹337.25 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स भी हल्की गिरावट में रहा।
आय में मामूली बढ़ोतरी, खर्च में आई कमी
जुलाई से सितंबर 2025 की तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय मामूली रूप से बढ़कर 45,262.10 करोड़ रुपये रही। जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 45,197.77 करोड़ रुपये थी। वहीं, कंपनी का कुल खर्च घटकर 40,218.03 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले 40,877.27 करोड़ रुपये था। खर्च में कमी आने से कंपनी का संचालन लाभ स्थिर बना रहा और नेट प्रॉफिट में सुधार देखने को मिला।
कंपनी ने कहा है कि कोयले की कीमतों में स्थिरता और ईंधन आपूर्ति में सुधार ने तिमाही परिणामों को समर्थन दिया है। साथ ही, बिजली की बढ़ती मांग ने उत्पादन और राजस्व दोनों को बढ़ाने में मदद की है।
बढ़ी उत्पादन क्षमता और बिजली आपूर्ति
सितंबर 2025 तक NTPC समूह की कुल स्थापित और कॉमर्शियल उत्पादन क्षमता 83,893 मेगावाट हो गई है। कंपनी लगातार नई परियोजनाओं पर काम कर रही है, जिससे आने वाले समय में इसकी उत्पादन क्षमता और बढ़ने की उम्मीद है।
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर) में कंपनी का कुल बिजली उत्पादन 174.488 अरब यूनिट रहा। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में थोड़ा अधिक है। इस दौरान औसत टैरिफ दर 4.9 रुपये प्रति यूनिट रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 4.67 रुपये प्रति यूनिट थी।
बिजली मंत्रालय के अधीन संचालित NTPC देश की कुल बिजली आपूर्ति में लगभग एक-चौथाई हिस्सेदारी रखती है। यानी भारत की हर चार यूनिट बिजली में से एक यूनिट एनटीपीसी की है। कंपनी अब धीरे-धीरे रिन्यूएबल एनर्जी में भी निवेश बढ़ा रही है और सौर तथा पवन ऊर्जा परियोजनाओं पर फोकस कर रही है।
शेयर बाजार में नहीं दिखा रिजल्ट का असर

NTPC के अच्छे तिमाही नतीजों के बावजूद उसके शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। निवेशक उम्मीद कर रहे थे कि कंपनी का मुनाफा पिछले साल की तुलना में ज्यादा बढ़ेगा, लेकिन नतीजे उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहे। खबर लिखे जाने तक एनटीपीसी का स्टॉक 2.27 फीसदी की गिरावट के साथ 337.25 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
विश्लेषकों के मुताबिक, यह गिरावट बाजार के समग्र रुझान के कारण भी देखने को मिल रही है। NTPC के लंबे समय के प्रदर्शन पर इसका असर नहीं पड़ेगा, लेकिन फिलहाल बाजार में दबाव का माहौल बना हुआ है।
बाजार में कमजोरी का दौर
भारतीय शेयर बाजार में भी आज हल्की गिरावट देखने को मिली है। बीएसई सेंसेक्स 213.17 अंकों की गिरावट के साथ 84,191.29 अंकों पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई निफ्टी 50 में भी कमजोरी बनी हुई है और यह 25,800 के स्तर के करीब दिख रहा है। सेंसेक्स की 30 में से 20 कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक बाजारों में कमजोरी का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा है। इसके बावजूद NTPC जैसी सरकारी कंपनियों के नतीजे इस बात का संकेत हैं कि बिजली क्षेत्र में स्थिरता बनी हुई है और देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में यह कंपनियां लगातार अहम भूमिका निभा रही हैं।












