मॉनसून सत्र 2025 की शुरुआत पर पीएम मोदी ने कहा कि बारिश से अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा। ऑपरेशन सिंदूर से सेना का सामर्थ्य दिखा। भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।
PM Mansoon Session: आज से संसद का मॉनसून सत्र 2025 शुरू हो गया है। सत्र की शुरुआत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए देश की आर्थिक और सुरक्षा उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह सत्र देश के लिए गौरव का अवसर है और इसमें लिए गए निर्णय भारत को आगे ले जाएंगे।
मॉनसून का महत्व
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत मानसून की अहमियत से की। उन्होंने कहा कि बारिश हर परिवार की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने बताया कि इस बार देश में मौसम अनुकूल रहा है और कृषि क्षेत्र को इससे काफी लाभ होने की संभावना है। पीएम ने यह भी कहा कि पिछले 10 वर्षों की तुलना में इस बार तीन गुना अधिक जल भंडारण हुआ है, जो आने वाले समय में देश की ग्रामीण और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा।
मेड इन इंडिया की सैन्य ताकत और ऑपरेशन सिंदूर
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान केवल 22 मिनट में आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया। यह कार्रवाई मेड इन इंडिया सैन्य तकनीक की ताकत को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भारत द्वारा बनाए गए रक्षा उपकरणों की ओर आकर्षित हो रही है। कई देशों के नेताओं से बातचीत में इस विषय को लेकर प्रशंसा भी देखने को मिल रही है।
नक्सलवाद पर लगाम और आत्मविश्वास से भरी सुरक्षा नीति
प्रधानमंत्री ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत के कई जिले अब नक्सलवाद से मुक्त हो चुके हैं। सुरक्षा बल आत्मविश्वास से भरे हुए हैं और बंदूक की जगह संविधान की जीत सुनिश्चित कर रहे हैं। पीएम ने कहा कि पहले जो इलाके रेड जोन माने जाते थे, अब वह ग्रीन जोन में तब्दील हो रहे हैं, और यह देश की प्रगति का प्रमाण है।
भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे
पीएम मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 में भारत दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। लेकिन आज भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के द्वार पर खड़ा है। उन्होंने कहा कि जब उन्हें 2014 में ज़िम्मेदारी सौंपी गई, तब देश आर्थिक रूप से फ्रैजाइल फाइव (कमजोर पांच देशों) में गिना जाता था। लेकिन बीते 10 वर्षों में लगातार सुधारों, डिजिटल परिवर्तन और नीति-निर्माण की वजह से भारत वैश्विक मंच पर मजबूती से अपनी पहचान बना रहा है।
पीएम ने सभी सांसदों से उम्मीद जताई कि वे इस सत्र को सार्थक बनाएंगे। उन्होंने कहा कि देश की जनता संसद से सकारात्मक, नीतिगत और भविष्यदर्शी फैसलों की अपेक्षा रखती है। उन्होंने भरोसा जताया कि यह सत्र देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला साबित होगा।