पेंशनर्स के लिए राहत भरी खबर है। DoPPW 1 से 30 नवंबर 2025 तक देशभर में डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट (DLC) कैंप आयोजित करेगा। 80 साल से ऊपर के बुजुर्ग 1 अक्टूबर से ही DLC जमा कर सकते हैं। अब मोबाइल के जरिए फेस ऑथेंटिकेशन से भी सर्टिफिकेट जमा करना संभव है।
Pensioners camps: पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DoPPW) 1 नवंबर से 30 नवंबर 2025 तक देशभर के 1,600 जिलों और उप-मंडल मुख्यालयों में डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट (DLC) कैंप आयोजित करेगा। इसका उद्देश्य पेंशनर्स को घर के पास सुविधा देना है और 80 साल से ऊपर के बुजुर्ग 1 अक्टूबर से ही DLC जमा कर सकते हैं। मोबाइल ऐप्स “Aadhaar Face RD” और “Jeevan Pramaan” के जरिए फेस ऑथेंटिकेशन से DLC जमा करना भी आसान हो गया है।
सुपर सीनियर सिटिजन के लिए विशेष सुविधा
80 साल या उससे अधिक उम्र के पेंशनभोगियों के लिए सरकार ने विशेष प्रावधान रखा है। इन बुजुर्गों के लिए लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की सुविधा 1 अक्टूबर, 2025 से ही शुरू होगी। इसके लिए बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी शाखाओं को अक्टूबर महीने से DLC सेवाओं के लिए तैयार रखें। इसका उद्देश्य बुजुर्ग पेंशनर्स को बार-बार बाहर न जाने देना और सर्दियों में उनकी परेशानी कम करना है।
मोबाइल से DLC जमा करना हुआ आसान
अब पेंशनर्स घर बैठे ही अपने मोबाइल फोन से डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं। इसके लिए चेहरे की पहचान (Face Authentication) का उपयोग किया जाएगा। यह तरीका खासकर उन पेंशनर्स के लिए बेहद उपयोगी है जो चल-फिर नहीं सकते या दूर-दराज के इलाकों में रहते हैं।
जरूरी ऐप्स और प्रक्रिया
डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने के लिए सबसे पहले अपने स्मार्टफोन में Google Play Store से “Aadhaar Face RD” ऐप इंस्टॉल करना होगा। यह ऐप UIDAI द्वारा जारी किया गया है और फेस स्कैनिंग के लिए आवश्यक है। इसके बाद “Jeevan Pramaan” नामक ऐप इंस्टॉल करना होगा। यह ऐप डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जनरेट करने के लिए इस्तेमाल होता है।
ऑपरेटर रजिस्ट्रेशन
दोनों ऐप्स इंस्टॉल होने के बाद ‘Jeevan Pramaan’ ऐप खोलें। सबसे पहले आपको ऑपरेटर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसमें आधार नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल जैसी जानकारी डालनी होगी। इसके बाद OTP के माध्यम से वेरिफिकेशन पूरा करना होगा।
फेस ऑथेंटिकेशन और DLC सबमिशन
ऑपरेटर रजिस्ट्रेशन के बाद अब असली प्रक्रिया शुरू होती है। पेंशनर का विवरण भरने के बाद ऐप चेहरे की पहचान करेगा। स्कैनिंग शुरू करने से पहले स्क्रीन पर जरूरी निर्देश आएंगे, जिन्हें ध्यान से पढ़ना आवश्यक है। स्कैन पूरा होने के बाद स्क्रीन पर सफल DLC सबमिट मैसेज दिखेगा, जिसमें प्रमाण ID और PPO नंबर शामिल होंगे। पेंशनर इस ID के जरिए वेबसाइट पर जाकर अपना सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं।
इस कैंपेन के जरिए पेंशनर्स को सीधे उनके नजदीकी केंद्रों पर लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की सुविधा मिलेगी। मोबाइल के माध्यम से DLC जमा करना बुजुर्ग पेंशनर्स और विकलांग लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा। इससे सरकारी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी और पेंशन वितरण में देरी कम होगी।