मोहित सूरी की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘सैयारा’ 18 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होते ही चर्चा में आ गई। फिल्म को लेकर दर्शकों में इतना जबरदस्त उत्साह देखने को मिला कि पहले ही दिन सिनेमाघरों में भीड़ उमड़ पड़ी।
बिना किसी बड़े पीआर कैंपेन, भारी-भरकम प्रमोशन या मीडिया के हाईप के ‘सैयारा’ की ओपनिंग ने इंडस्ट्री के कई पुराने नियम-कायदे पलट दिए। जहां बड़े बजट की फिल्में करोड़ों खर्च करने के बाद भी दर्शक नहीं खींच पा रही हैं, वहीं ‘सैयारा’ जैसे सादगीपूर्ण रिलीज ने बॉक्स ऑफिस पर हलचल मचा दी।
संजय गुप्ता का छलका गुस्सा, बोले- कॉर्पोरेट्स ने सब बर्बाद किया
फिल्म के इस अप्रत्याशित प्रदर्शन को देखकर फिल्ममेकर संजय गुप्ता ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सैयारा की तारीफ करते हुए हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के मौजूदा पीआर और प्रमोशन सिस्टम पर तीखा हमला बोला।
संजय गुप्ता ने लिखा कि पहले फिल्में बिना किसी प्रिंट और एडवरटाइजिंग के थिएटर्स में रिलीज होती थीं और तब भी दर्शक आते थे। उन्होंने कहा कि साउथ इंडस्ट्री की तरह हमें भी इस ओर लौटने की जरूरत है जहां कंटेंट खुद बोले।
उन्होंने अपने पोस्ट में कहा कि कॉर्पोरेट्स तो इंडस्ट्री से चले गए, लेकिन प्रमोशन का यह बेमतलब ट्रेंड आज भी जारी है, जो सिर्फ पैसा और समय बर्बाद करता है। संजय गुप्ता ने ‘सैयारा’ और ‘12वीं फेल’ जैसी फिल्मों को उदाहरण के तौर पर पेश करते हुए कहा कि अगर कहानी दमदार हो, तो किसी शोर-शराबे की जरूरत नहीं होती।
मधुर भंडारकर ने की मोहित सूरी की जमकर तारीफ
फिल्ममेकर मधुर भंडारकर भी ‘सैयारा’ की सफलता से प्रभावित नजर आए। उन्होंने निर्देशक मोहित सूरी की तारीफ करते हुए कहा कि जब फिल्म में भावनाएं, किरदार और कहानी का मेल होता है, तो उसे दर्शक खुद खोज लेते हैं।
अपने एक्स पोस्ट में उन्होंने लिखा, “यह इस बारे में नहीं है कि आप किसे जानते हैं, बल्कि यह इस बारे में है कि आप क्या लेकर आते हैं।” उन्होंने कहा कि हिंदी सिनेमा के लिए यह एक नया, रोमांचक दौर है जहां फिल्में फिर से अपने असली मूल्य पर देखी जा रही हैं।
तीन साल बाद निर्देशन में लौटे मोहित सूरी
‘सैयारा’ से मोहित सूरी ने करीब तीन साल बाद निर्देशन की दुनिया में वापसी की है। इससे पहले वे ‘एक विलेन रिटर्न्स’ लेकर आए थे जो 2022 में रिलीज हुई थी।
‘सैयारा’ की कहानी के बारे में उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि पहले यह स्क्रिप्ट ‘आशिकी 3’ के लिए लिखी गई थी, लेकिन बाद में इसमें बदलाव कर इसका टोन और ट्रीटमेंट अलग किया गया और इसका नाम ‘सैयारा’ रखा गया।
किरदारों और अभिनय ने दिल जीत लिया
फिल्म में लीड रोल में नजर आए अहान पांडे और अनीत पड्डा ने अपनी पहली बड़ी फिल्म में शानदार काम किया है। दोनों कलाकारों की परफॉर्मेंस को क्रिटिक्स और दर्शकों ने काफी सराहा है।
अहान पांडे का भावनात्मक गहराई से भरा किरदार और अनीत पड्डा का सहज अभिनय फिल्म की कहानी में जान डाल देता है। सोशल मीडिया पर लोग इन नए चेहरों की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
बिना प्रमोशन के भी बॉक्स ऑफिस पर हिट
‘सैयारा’ की सबसे खास बात यह रही कि फिल्म का कोई भारी-भरकम प्रमोशन नहीं किया गया। ना तो बड़े रियलिटी शोज पर स्टार्स पहुंचे, ना ही सड़कों पर पोस्टरों की भरमार रही।
फिर भी फिल्म को देखने के लिए दर्शक खुद सिनेमाघरों तक पहुंचे। यह इस बात का संकेत है कि अगर फिल्म में सच्चाई और भावनाएं हों, तो उसे दर्शकों तक पहुंचाने के लिए शोर मचाने की जरूरत नहीं होती।
सचेतन दर्शकों की पसंद बनी ‘सैयारा’
आज के दौर में दर्शक पहले की तुलना में कहीं ज्यादा परिपक्व हो गए हैं। वे सिर्फ सितारों के नाम पर नहीं, बल्कि कहानी के दम पर फिल्में देखने जाते हैं।
‘सैयारा’ की कहानी, जिसका बैकड्रॉप भावनात्मक रिश्तों और सामाजिक बदलावों पर आधारित है, ने खासकर युवा वर्ग और मिडिल क्लास दर्शकों को जोड़ने का काम किया है।
सोशल मीडिया पर मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स
फिल्म के रिलीज के बाद सोशल मीडिया पर #Saiyaara ट्रेंड करता रहा। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर फिल्म के सीन, गाने और डायलॉग वायरल हो रहे हैं।
कई यूजर्स ने पोस्ट करके कहा कि उन्हें लंबे समय बाद कोई फिल्म ऐसी मिली है जिसे देखकर दिल छू गया। कुछ ने तो यह तक कहा कि यह फिल्म बॉलीवुड को उसकी पुरानी सादगी और गहराई की याद दिलाती है।