रमी विवाद में घिरे एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री माणिकराव कोकाटे को कृषि मंत्रालय से हटाकर खेल एवं युवा कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। इस फैसले के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है।
Sanjay Raut: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर सियासी उबाल देखने को मिल रहा है। शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत के हालिया बयान ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। मंत्री माणिकराव कोकाटे के विभाग परिवर्तन के बाद राउत ने कहा कि सिर्फ कोकाटे ही नहीं, बल्कि राज्य के चार मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ सकता है।
कोकाटे से छीना गया कृषि मंत्रालय
गुरुवार देर रात महाराष्ट्र सरकार की ओर से किए गए फेरबदल में एनसीपी (अजित पवार गुट) के मंत्री माणिकराव कोकाटे से कृषि मंत्रालय वापस ले लिया गया और उन्हें खेल एवं युवा कल्याण, अल्पसंख्यक विकास और औकाफ विभाग का प्रभार दिया गया। उनकी जगह एनसीपी नेता दत्तात्रेय भरणे को नया कृषि मंत्री नियुक्त किया गया है।
मंत्री कोकाटे पर विवाद तब गहराया जब मानसून सत्र के दौरान उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे विधान परिषद में बैठकर मोबाइल फोन पर ‘रमी गेम’ खेलते नजर आए। यह वीडियो एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेताओं रोहित पवार और जितेंद्र आव्हाड ने साझा किया था। इससे पहले भी कोकाटे पर विवाद खड़ा हुआ था जब उन्होंने किसानों की तुलना भिखारियों से की थी।
संजय राउत ने लगाए गंभीर आरोप
संजय राउत ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
'ये व्यक्ति राज्य के कृषि मंत्री हैं और जब महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्याएं हो रही हैं, तब ये सदन में बैठकर मोबाइल पर गेम खेल रहे हैं। पिछले तीन महीनों में करीब 800 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। ऐसी असंवेदनशीलता बर्दाश्त नहीं की जा सकती।'
उन्होंने आगे कहा,
'सरकार पर भारी दबाव है। पूरे राज्य में किसान नाराज हैं। अजित पवार ने कोकाटे को बचाने की कोशिश की है लेकिन अब यह संभव नहीं है। सिर्फ कोकाटे नहीं, चार मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ेगा।'
क्या महाराष्ट्र में आएगा सियासी भूचाल?
राउत के इस बयान ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने चार मंत्रियों पर इस्तीफे का दावा कर एक बार फिर महा विकास अघाड़ी बनाम महायुति सरकार की बहस को हवा दी है। हालांकि राउत ने उन चार मंत्रियों के नामों का खुलासा नहीं किया, लेकिन राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हो गई हैं कि अगला निशाना कौन हो सकता है।
एनसीपी (अजित पवार गुट) के डिप्टी सीएम बनने के बाद से ही उन पर विपक्षी दलों का हमला लगातार जारी है। संजय राउत ने उन पर "बचाव करने" का आरोप लगाया और कहा कि अजित पवार की कोशिशों के बावजूद कोकाटे को हटाना पड़ा, जिससे साफ है कि सरकार पर लोगों का दबाव है।