Columbus

Tata Capital IPO: शुरुआती सब्सक्रिप्शन रिपोर्ट में 19% बढ़ोतरी, जानें क्या करें निवेशक

Tata Capital IPO: शुरुआती सब्सक्रिप्शन रिपोर्ट में 19% बढ़ोतरी, जानें क्या करें निवेशक

Tata Capital का IPO 6 अक्टूबर से खुला और पहले दिन ही 19% सब्सक्राइब हो गया। ₹15,512 करोड़ के इस इश्यू में ₹6,846 करोड़ नए शेयर और ₹8,666 करोड़ प्रमोटर्स के OFS के माध्यम से बेचे जा रहे हैं। विशेषज्ञों ने निवेशकों को इसे लंबे समय के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी है, हालांकि ग्रे मार्केट प्रीमियम केवल 2% है।

Tata Capital IPO: देश के प्रमुख कारोबारी समूह टाटा ग्रुप की नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी टाटा कैपिटल का IPO 6 अक्टूबर से खुला। ₹15,512 करोड़ के इस इश्यू में 33 करोड़ शेयरों के मुकाबले पहले दिन 6.5 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं, जो 19% सब्सक्रिप्शन दर्शाता है। इसमें ₹6,846 करोड़ नए शेयर और ₹8,666 करोड़ प्रमोटर्स के OFS के माध्यम से बेचे जाएंगे। प्राइस बैंड ₹310–₹326 तय किया गया है और निवेशक कम से कम 46 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी के मजबूत फंडामेंटल्स और विविध लेंडिंग पोर्टफोलियो के कारण यह लंबी अवधि के निवेश के लिए उपयुक्त है।

IPO का महत्व और प्राइस बैंड

Tata Capital का यह IPO ₹310 से ₹326 के प्राइस बैंड पर जारी किया गया है। निवेशक कम से कम 46 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं, जिसके लिए ऊपरी प्राइस बैंड पर लगभग ₹14,996 का निवेश करना होगा। IPO तीन दिनों तक खुला रहेगा और इसका समापन 8 अक्टूबर को होगा।

इस IPO में कुल 33 करोड़ शेयर उपलब्ध हैं। पहले दिन तक 6.5 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां आ चुकी थीं। योग्य संस्थागत खरीदार (QIB) का हिस्सा 29 प्रतिशत सब्सक्राइब हो चुका है। गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) के कोटे का 11 प्रतिशत और रिटेल निवेशकों का हिस्सा 17 प्रतिशत सब्सक्राइब हो गया।

IPO से जुटाए जाने वाले फंड का विवरण

Tata Capital इस IPO के जरिए 15,512 करोड़ रुपये जुटा रही है। इसमें से 6,846 करोड़ रुपये नए शेयर जारी करने से जुटाए जाएंगे, जबकि शेष 8,666 करोड़ रुपये प्रमोटर्स द्वारा ऑफर फॉर सेल (OFS) के माध्यम से बेचे जाएंगे। टाटा सन्स और इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IFC) इस OFS के जरिए कुल 26.58 करोड़ शेयर बेच रहे हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार, Tata Capital के पास मजबूत और विविधतापूर्ण लेंडिंग पोर्टफोलियो है, जो उपभोक्ता फाइनेंस और MSME फाइनेंस को कवर करता है। कंपनी का जोखिम प्रबंधन अच्छा है और फंडामेंटल्स मजबूत हैं। मास्टर कैपिटल सर्विसेज के अनुसार, NBFC सेक्टर भारत के बढ़ते क्रेडिट मार्केट से लाभ उठा सकता है।

Tata Capital देश की तीसरी सबसे बड़ी और तेजी से बढ़ती NBFC है। टाटा समूह के इकोसिस्टम का लाभ उठाकर कंपनी अपने विकास और विस्तार में और तेजी ला सकती है। हालांकि, कुछ ब्रोकिंग फर्मों ने हाई वैल्यूएशन को निवेशकों के लिए चिंता का विषय बताया है।

ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) की स्थिति

IPO से जुड़े ग्रे मार्केट में Tata Capital के अनलिस्टेड शेयर लगभग 2 प्रतिशत प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। पिछले सप्ताह के GMP की तुलना में यह कम प्रीमियम दिखाता है और निवेशकों में थोड़ी सतर्कता को दर्शाता है। इसका मतलब यह है कि निवेशक पहले दिन से ही सावधानी के साथ कदम रख रहे हैं।

IPO की वजह से निवेशकों की भागीदारी

पहले दिन निवेशकों की उत्सुकता साफ देखी गई। एनालिस्ट्स का मानना है कि लंबे समय के लिए इस IPO को सब्सक्राइब करना बेहतर हो सकता है। Tata Capital के मजबूत पोर्टफोलियो और टाटा समूह की ब्रांड वैल्यू इसे एक भरोसेमंद निवेश विकल्प बनाती है।

Leave a comment