Columbus

Tata Group ला रहा अब तक का सबसे बड़ा IPO, सितंबर में होगी लॉन्चिंग

Tata Group ला रहा अब तक का सबसे बड़ा IPO, सितंबर में होगी लॉन्चिंग

Tata Capital सितंबर के चौथे हफ्ते में अपना 47.58 करोड़ शेयरों वाला IPO ला रही है, जिसमें 21 करोड़ फ्रेश इक्विटी और 26.58 करोड़ OFS शेयर होंगे। इससे कंपनी का वैल्यूएशन लगभग 11 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। आईपीओ से जुटाई रकम टियर-1 कैपिटल और भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा करने में इस्तेमाल होगी।

Tata Capital IPO: नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी Tata Capital सितंबर 2025 के चौथे हफ्ते में शेयर बाजार में उतरने जा रही है। कंपनी का IPO 47.58 करोड़ शेयरों का होगा, जिसमें टाटा संस 23 करोड़ और IFC 3.58 करोड़ शेयर बेचेगी, जबकि 21 करोड़ फ्रेश इक्विटी जारी होंगे। इस लिस्टिंग का उद्देश्य कंपनी के टियर-1 कैपिटल को मजबूत करना और RBI की गाइडलाइंस का पालन करना है, जिसके तहत अपर लेयर NBFCs को तीन साल में लिस्ट होना अनिवार्य है। जानकारों के मुताबिक, इस इश्यू से कंपनी का वैल्यूएशन लगभग 11 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।

कितने शेयर होंगे जारी

Tata Capital  ने अगस्त में दाखिल किए गए अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक इस आईपीओ में कुल 47.58 करोड़ शेयर पेश किए जाएंगे। इनमें से 21 करोड़ फ्रेश इक्विटी शेयर होंगे। इसके अलावा 26.58 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत मौजूदा निवेशकों द्वारा बेचे जाएंगे। जानकारी के अनुसार, टाटा संस इस इश्यू में 23 करोड़ शेयर बेचेगी जबकि इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन यानी आईएफसी अपनी 3.58 करोड़ शेयर की हिस्सेदारी बाजार में उतारेगी। मौजूदा समय में टाटा कैपिटल में टाटा संस की करीब 88.6 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि आईएफसी के पास 1.8 फीसदी शेयर हैं।

कब होगा आईपीओ लॉन्च

बाजार से मिली जानकारी के मुताबिक Tata Capital का आईपीओ 22 सितंबर से शुरू होने वाले हफ्ते में निवेशकों के लिए खुल सकता है। अनुमान है कि 30 सितंबर तक कंपनी के शेयर शेयर बाजार में लिस्ट हो जाएंगे। जानकारों के अनुसार इस आईपीओ के जरिए कंपनी का वैल्यूएशन करीब 11 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।

क्यों जरूरी है शेयर बाजार में लिस्टिंग

Tata Capital  की लिस्टिंग केवल फंड जुटाने के लिए ही नहीं बल्कि नियामकीय कारणों से भी जरूरी है। साल 2022 में रिजर्व बैंक ने कंपनी को अपर लेयर एनबीएफसी की श्रेणी में रखा था। इस श्रेणी में आने वाली कंपनियों के लिए तीन साल के भीतर शेयर बाजार में लिस्ट होना अनिवार्य कर दिया गया है। इसी नियम के चलते टाटा कैपिटल का आईपीओ लाया जा रहा है।

IPO से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल

कंपनी ने साफ किया है कि IPO से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल टियर-1 कैपिटल बेस को मजबूत बनाने में किया जाएगा। साथ ही इसका उपयोग भविष्य की पूंजीगत जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा। इसमें मुख्य रूप से उधार देने की क्षमता बढ़ाने जैसे काम शामिल होंगे।

अब तक का सबसे बड़ा पब्लिक इश्यू

अगर सबकुछ तय योजना के मुताबिक रहा तो Tata Capital का आईपीओ देश के वित्तीय क्षेत्र का सबसे बड़ा सार्वजनिक इश्यू बन सकता है। इससे न सिर्फ निवेशकों को एक बड़े ब्रांड में निवेश का मौका मिलेगा बल्कि कंपनी के लिए भी बाजार से पूंजी जुटाना आसान होगा।

कंपनी का हालिया प्रदर्शन

कारोबारी साल 2025-26 की जून तिमाही में Tata Capital  ने शानदार नतीजे पेश किए। कंपनी का नेट प्रॉफिट 1,041 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले दोगुने से भी अधिक है। इसी दौरान कंपनी की कुल आय 6,557 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,692 करोड़ रुपये पहुंच गई। इन आंकड़ों से साफ है कि कंपनी की ग्रोथ रफ्तार तेज है और वह लगातार अपने बिजनेस का विस्तार कर रही है।

कंपनी का सफर और कारोबार

Tata Capital  की स्थापना साल 2007 में हुई थी। शुरुआत से लेकर अब तक कंपनी 70 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवाएं दे चुकी है। कंपनी का कारोबार काफी विविध है। यह इंश्योरेंस और क्रेडिट कार्ड की सुविधा देने के साथ-साथ प्राइवेट इक्विटी फंड भी स्पॉन्सर करती है। इसके अलावा वेल्थ मैनेजमेंट सर्विसेज भी मुहैया कराती है। इन सभी सेवाओं के जरिए कंपनी ने अपने ग्राहकों के बीच भरोसेमंद ब्रांड के रूप में जगह बनाई है।

Leave a comment