व्हाट्सएप ने नया ‘सेफ्टी ओवरव्यू’ फीचर लॉन्च किया है, जो अनजान ग्रुप्स में जोड़ने पर उपयोगकर्ताओं को ग्रुप की अहम जानकारी देकर स्कैम से बचने में मदद करता है।
Safety Overview Tool: मेटा के स्वामित्व वाला लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप अपने प्लेटफ़ॉर्म पर स्कैम गतिविधियों को रोकने और यूज़र्स की सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए लगातार नए फीचर्स पेश कर रहा है। अब व्हाट्सएप ने एक नया ‘सेफ्टी ओवरव्यू’ (Safety Overview) नाम का टूल लॉन्च किया है, जो यूज़र्स को अनचाहे और संदिग्ध व्हाट्सएप ग्रुप्स से बचाने में मदद करेगा। इस फीचर के ज़रिए यूज़र्स को उन ग्रुप्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी, जिनमें उन्हें अनजान लोगों द्वारा जोड़ा गया है।
व्हाट्सएप का यह नया सुरक्षा फीचर ऐसे समय में आया है जब स्कैम्स, फिशिंग और धोखाधड़ी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। खासकर अनजान ग्रुप इनवाइट्स के ज़रिए कई यूज़र्स को निशाना बनाया जा रहा है।
'Safety Overview' क्या है?
‘सेफ्टी ओवरव्यू’ एक ऐसा सुरक्षा फीचर है जो तभी सक्रिय होता है जब कोई ऐसा व्यक्ति जो आपके कॉन्टैक्ट लिस्ट में नहीं है, आपको किसी WhatsApp ग्रुप में जोड़ता है। इस स्थिति में ऐप आपको उस ग्रुप से जुड़ी अहम जानकारियाँ दिखाएगा ताकि आप यह तय कर सकें कि उस ग्रुप में बने रहना है या तुरंत बाहर निकलना है।
यह जानकारी निम्नलिखित बिंदुओं पर आधारित होती है:
- ग्रुप में जोड़ने वाले व्यक्ति का नाम और प्रोफ़ाइल
- ग्रुप के कुल सदस्यों की संख्या
- ग्रुप बनाने वाले व्यक्ति की जानकारी
- ग्रुप बनने की तारीख
यह फीचर कैसे करेगा काम?
जब भी आपको कोई अनजान यूज़र किसी नए ग्रुप में जोड़ता है, तो WhatsApp एक सेफ्टी कार्ड के रूप में एक ओवरव्यू दिखाएगा। यहां से यूज़र यह निर्णय ले सकता है कि वह उस ग्रुप में बने रहना चाहता है या नहीं। अगर यूज़र को ग्रुप संदिग्ध लगे, तो वह बिना किसी मैसेज को खोले, सीधे उस ग्रुप से बाहर निकल सकता है। इसके अलावा, तब तक ग्रुप नोटिफिकेशन बंद रहेंगे जब तक यूज़र यह पुष्टि नहीं करता कि वह ग्रुप में बने रहना चाहता है।
यह यूज़र को एक तरह की सुरक्षा परत प्रदान करता है जिससे फिशिंग और स्कैम अटैक्स को रोका जा सके।
व्यक्तिगत चैट के लिए भी नई सुरक्षा योजना
व्हाट्सएप ग्रुप्स के अलावा, कंपनी अब निजी चैट के लिए भी एक नया सेफ्टी सिस्टम टेस्ट कर रही है। इसके तहत, अगर यूज़र किसी ऐसे व्यक्ति के साथ चैट शुरू करता है जो उसकी कॉन्टैक्ट लिस्ट में नहीं है, तो WhatsApp उस व्यक्ति की पृष्ठभूमि से जुड़ी कुछ जानकारी देगा – जैसे कि क्या वह अक्सर ग्रुप्स बनाता है या कितने यूज़र्स ने उसे रिपोर्ट किया है। यह फीचर यूज़र को बेहतर निर्णय लेने में मदद करेगा कि क्या वह उस व्यक्ति से बातचीत करना चाहता है या नहीं।
स्कैम रोकथाम के बड़े कदम: 6.8 लाख खातों पर बैन
मेटा ने अपनी न्यूज़रूम रिपोर्ट में खुलासा किया कि व्हाट्सएप ने हाल ही में 6.8 लाख से अधिक खातों को बैन किया है, जो कथित तौर पर स्कैम सेंटरों से जुड़े थे। ये स्कैम सेंटर विशेष रूप से कंबोडिया और दक्षिण एशिया में सक्रिय थे, जहां से उपयोगकर्ताओं को फर्जी जॉब ऑफर्स, लॉटरी स्कैम और सेक्सटॉर्शन जैसे धोखाधड़ी संदेश भेजे जाते थे।
यूज़र्स के लिए WhatsApp की सलाह
WhatsApp ने यूज़र्स को भी स्कैम से बचने के लिए कुछ जरूरी सलाह दी हैं:
- अनजान नंबर से आए लिंक पर क्लिक न करें
- संदिग्ध ग्रुप्स से तुरंत बाहर निकलें
- सेटिंग्स में जाकर ;Who can add me to groups; विकल्प को 'My Contacts' या 'My Contacts Except...' पर सेट करें
- किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की रिपोर्ट WhatsApp को करें
ओपनएआई और मेटा की साझेदारी
व्हाट्सएप अब मेटा और ओपनएआई (OpenAI) के साथ मिलकर एक साझेदारी पर काम कर रहा है, ताकि इन स्कैम नेटवर्क्स की पहचान की जा सके और इन्हें खत्म किया जा सके। रिपोर्ट्स के अनुसार, ये नेटवर्क्स अत्यधिक संगठित हैं और टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग कर रहे हैं ताकि मास स्केल पर यूज़र्स को धोखा दिया जा सके।