06 अगस्त 2025 को बुधवार का दिन कई मायनों में खास रहने वाला है। इस दिन श्रावण शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है और साथ ही सावन महीने का अंतिम प्रदोष व्रत भी रखा जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है और इस दिन शिवजी की आराधना से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
इस दिन दिनभर विष्कुम्भ योग बना रहेगा और दोपहर तक मूल नक्षत्र भी प्रभाव में रहेगा। ऐसे में इस दिन पूजा-पाठ और व्रत-उपवास करने वालों को समय का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। आगे जानते हैं दिन का पूरा पंचांग, राहुकाल, नक्षत्र और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय।
तिथि और योग की जानकारी
06 अगस्त 2025 को द्वादशी तिथि दोपहर 2 बजकर 9 मिनट तक रहने वाली है। इसके बाद त्रयोदशी तिथि का आरंभ हो जाएगा। त्रयोदशी तिथि में प्रदोष व्रत रखने का विधान होता है। इसी कारण यह दिन और भी खास माना जा रहा है।
वहीं, विष्कुम्भ योग सुबह से लेकर 07 अगस्त की सुबह 6 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। यह योग किसी भी कार्य की शुरुआत के लिए शुभ नहीं माना जाता है। हालांकि पूजा-पाठ जैसे धार्मिक कार्यों के लिए इसका नकारात्मक प्रभाव कम माना जाता है।
इस दिन मूल नक्षत्र दोपहर 1 बजे तक रहेगा। मूल नक्षत्र को कुछ कार्यों के लिए अशुभ माना गया है, लेकिन धार्मिक अनुष्ठान और व्रत के लिए इसका विशेष असर नहीं पड़ता। नक्षत्र बदलने के बाद अगले नक्षत्र का प्रभाव शुरू हो जाएगा जो शांति और स्थिरता लेकर आता है।
प्रदोष व्रत का विशेष महत्व
सावन का अंतिम प्रदोष व्रत होने के कारण इसका धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। खासकर शिवभक्तों के लिए यह दिन बेहद शुभ माना गया है। प्रदोष काल में भगवान शिव का अभिषेक, रुद्राभिषेक और शिव चालीसा का पाठ करने से शुभ फल मिलने की मान्यता है।
सावन का महीना वैसे ही शिव आराधना के लिए जाना जाता है और जब उसमें प्रदोष व्रत का संयोग बनता है, तो उसकी महत्ता और बढ़ जाती है। बुधवार को होने के कारण इसे बुध प्रदोष व्रत कहा जाएगा।
किस शहर में कब है राहुकाल
राहुकाल को किसी भी शुभ कार्य के लिए वर्जित माना गया है। ऐसे में इस समय कोई नया कार्य शुरू नहीं करना चाहिए। अलग-अलग शहरों में राहुकाल का समय इस प्रकार रहेगा:
- दिल्ली: दोपहर 12:27 से 2:07 तक
- मुंबई: दोपहर 12:44 से 2:21 तक
- लखनऊ: दोपहर 12:12 से 1:52 तक
- भोपाल: दोपहर 12:26 से 2:04 तक
- चंडीगढ़: दोपहर 12:29 से 2:10 तक
- कोलकाता: सुबह 11:42 से दोपहर 1:20 तक
- अहमदाबाद: दोपहर 12:45 से 2:23 तक
- चेन्नई: दोपहर 12:27 से 2:07 तक
इन समयों में नया काम, यात्रा या कोई बड़ा फैसला लेने से बचना बेहतर रहता है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्य देव के पूजन या दिन की शुरुआत से जुड़े कार्यों में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का विशेष महत्व होता है। 06 अगस्त 2025 को सूर्योदय सुबह 5:45 बजे और सूर्यास्त शाम 7:08 बजे होगा। इसी के अनुसार पूजा का समय तय किया जाता है।
अभिजीत मुहूर्त नहीं रहेगा
इस दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं रहेगा। अभिजीत मुहूर्त हर दिन लगभग दोपहर 11:40 से 12:20 के बीच होता है और इसे बेहद शुभ माना जाता है। लेकिन कुछ विशेष दिनों में यह मुहूर्त उपलब्ध नहीं होता और 06 अगस्त को भी यह उपलब्ध नहीं रहेगा।
कैसा रहेगा दिन का योगफल
दिन की शुरुआत द्वादशी तिथि, मूल नक्षत्र और विष्कुम्भ योग के साथ होगी। ऐसे योगों में मानसिक एकाग्रता बनाए रखना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन शिव आराधना से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है। व्रत रखने वालों को दिन में फलाहार और शिव पूजन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।