स्वदेशी मैसेजिंग ऐप Arattai की लोकप्रियता में तेज गिरावट दर्ज की गई है. ऐप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर की टॉप 100 सूची से बाहर हो चुका है. शुरुआत में WhatsApp को टक्कर देने वाला यह ऐप अब यूजर्स का भरोसा खोता दिख रहा है, जिसकी बड़ी वजह एंड टू एंड एन्क्रिप्शन की कमी बताई जा रही है.
Arattai App Ranking Fall: स्वदेशी मैसेजिंग ऐप Arattai की रैंकिंग में हाल ही में बड़ी गिरावट देखी गई है. Zoho द्वारा विकसित यह देसी ऐप, जो शुरुआत में WhatsApp के विकल्प के रूप में तेजी से लोकप्रिय हुआ था, अब गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर की टॉप 100 सूची से बाहर हो गया है. पिछले कुछ हफ्तों से इसकी स्थिति लगातार कमजोर होती दिख रही है. रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा फीचर्स की कमी और एंड टू एंड एन्क्रिप्शन का अभाव यूजर्स के बीच चिंता बढ़ा रहा है, जिसके चलते ऐप का क्रेज कम होता दिख रहा है. कंपनियों और टेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि बेहतर सुरक्षा फीचर्स जुड़ने के बाद ऐप फिर वापसी कर सकता है.
रैंकिंग में भारी गिरावट, टॉप 100 से बाहर
पिछले कुछ हफ्तों में Arattai की रैंकिंग तेज़ी से घटी है. गूगल प्ले स्टोर के टॉप चार्ट्स में यह ऐप फिसलकर 110वें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि कम्युनिकेशन कैटेगरी में यह सातवें नंबर पर आ गया है. इसी तरह, एप्पल ऐप स्टोर पर Arattai की रैंकिंग गिरकर 123 हो गई है और सोशल नेटवर्किंग कैटेगरी में ऐप अब आठवें स्थान पर है.
शुरुआत में आत्मनिर्भर भारत अभियान और PM मोदी की अपील के बाद ऐप को बड़ी संख्या में यूजर्स ने डाउनलोड किया था. थोड़े समय में यह देसी मैसेजिंग ऐप तेज़ी से टॉप तक पहुंच गया था, लेकिन मौजूदा आंकड़े बताते हैं कि इसका शुरुआती उत्साह कम हो चुका है और ऐप धीरे-धीरे अपनी चमक खो रहा है.

सुरक्षा फीचर की कमी ने बढ़ाई चिंता
यूजर्स की सबसे बड़ी चिंता Arattai पर एंड टू एंड एन्क्रिप्शन फीचर की कमी को लेकर है. व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म्स में यह सुविधा लंबे समय से मौजूद है, जबकि Arattai में फिलहाल यह उपलब्ध नहीं है. सुरक्षा को लेकर सवाल बढ़ने के साथ कई यूजर्स ने ऐप का इस्तेमाल कम कर दिया है.
कंपनी की ओर से कहा गया है कि एंड टू एंड एन्क्रिप्शन पर काम चल रहा है और जल्द यह फीचर लॉन्च किया जाएगा. विशेषज्ञों का मानना है कि सुरक्षा फीचर्स में सुधार होने के बाद ऐप की स्थिति बेहतर हो सकती है, लेकिन फिलहाल इसकी रैंकिंग गिरावट के दौर में है.
शुरुआती तेजी, अब क्रेज कम
लॉन्च के बाद Arattai को घरेलू ऐप होने का फायदा मिला और व्हाट्सऐप के विकल्प के रूप में इसे खूब डाउनलोड किया गया. स्थानीय ऐप्स को सपोर्ट करने की मुहिम का भी इस प्लेटफॉर्म को बड़ा लाभ मिला. हालांकि समय के साथ यूजर इंटरेस्ट घटता दिखा और डाउनलोड व एक्टिव यूजर्स की रफ्तार धीमी पड़ गई.
उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि मैसेजिंग ऐप सेगमेंट में टक्कर काफी कड़ी है और इसमें टिके रहने के लिए मजबूत तकनीकी फीचर्स और बेहतर प्राइवेसी स्तर जरूरी है. Arattai को अब अपनी सेवाएं और फीचर्स मजबूत करने होंगे ताकि यूजर्स का भरोसा वापस मिल सके.













