सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री बी. सरोजा देवी को लेकर एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। 87 साल की उम्र में सरोजा देवी ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है। उनके निधन से मनोरंजन जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
B Saroja Devi Death: भारतीय सिनेमा से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। दक्षिण भारतीय सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री और सिनेमा की आइकन बी सरोजा देवी (B Saroja Devi) का 87 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उनके निधन की खबर सामने आते ही फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। बी सरोजा देवी का नाम भारतीय सिनेमा के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है।
करीब सात दशक तक सिनेमा जगत पर राज करने वाली इस महान अभिनेत्री ने न केवल तमिल, तेलुगु और कन्नड़ सिनेमा में, बल्कि हिंदी फिल्मों में भी अपनी शानदार अदाकारी से अमिट छाप छोड़ी। बताया जा रहा है कि उम्र संबंधी बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं के चलते उनका निधन हुआ।
भैरप्पा सरोजा देवी: एक प्रेरणादायक सफर
बी सरोजा देवी का जन्म 15 जनवरी 1938 को हुआ था। उनका पूरा नाम भैरप्पा सरोजा देवी था। बचपन से ही अभिनय और कला के प्रति लगाव रखने वाली सरोजा देवी ने बहुत कम उम्र में अभिनय की दुनिया में कदम रख दिया था। 1955 में कन्नड़ फिल्म ‘महाकवि कालिदास’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली बी सरोजा देवी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
उस दौर में जहां महिलाओं का फिल्मों में आना आम नहीं था, सरोजा देवी ने अपने टैलेंट और मेहनत के दम पर अपनी एक अलग पहचान बनाई और दक्षिण भारतीय सिनेमा की पहली 'लेडी सुपरस्टार' कहलाने लगीं।
200 से अधिक फिल्मों में निभाए यादगार किरदार
अपने 70 साल के करियर में बी सरोजा देवी ने तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में लगभग 200 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। उन्होंने 1955 से लेकर 1984 तक लगातार 29 वर्षों तक लीड एक्ट्रेस के तौर पर 161 फिल्में करने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया था। यह उपलब्धि आज भी कई युवा अभिनेत्रियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। उनकी बेहतरीन अदाकारी और सादगी भरे व्यक्तित्व के चलते उन्हें भारतीय सिनेमा का 'एवरग्रीन आइकन' कहा गया।
पद्मश्री और पद्म भूषण से सम्मानित
भारतीय सिनेमा में उनके अविस्मरणीय योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें 'पद्मश्री' और 'पद्म भूषण' जैसे सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया था। इसके अलावा भी उन्हें कई राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय अवॉर्ड्स से नवाजा गया। बी सरोजा देवी ने सिर्फ साउथ इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि हिंदी सिनेमा में भी शानदार काम किया।
उन्होंने बॉलीवुड के लीजेंड अभिनेता दिलीप कुमार के साथ 'पैगाम' फिल्म में लीड रोल निभाया था। इसके अलावा वह 'प्यार किया तो डरना क्या', 'बेटी बेटे', 'सुसराल' जैसी हिंदी फिल्मों में भी नजर आई थीं। उनके अभिनय में जो सहजता और आत्मीयता थी, उसने न केवल साउथ इंडिया के दर्शकों का बल्कि पूरे देश के सिनेप्रेमियों का दिल जीता।
बी सरोजा देवी के निधन पर फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर
बी सरोजा देवी के निधन की खबर से दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के साथ-साथ हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में भी शोक की लहर दौड़ गई है। कई बड़े फिल्मी सितारों, निर्देशकों और फैन्स ने सोशल मीडिया के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। फिल्म इंडस्ट्री के लोगों का कहना है कि सरोजा देवी का जाना एक युग का अंत है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
बी सरोजा देवी न सिर्फ एक सफल अभिनेत्री थीं, बल्कि उन्होंने उस दौर में महिलाओं के लिए सिनेमा के दरवाजे खोलने का भी काम किया, जब फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के लिए मौके सीमित थे। उनका संघर्ष, मेहनत और लगन आज की नई पीढ़ी की अभिनेत्रियों के लिए एक प्रेरणा है।
बी सरोजा देवी की फिल्में
- महाकवि कालिदास (कन्नड़)
- कांचना माला (तेलुगु)
- संगम (तमिल)
- पैगाम (हिंदी)
- प्यार किया तो डरना क्या (हिंदी)
- सुसराल (हिंदी)