बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच सियासी पारा तेजी से चढ़ रहा है। महागठबंधन में शामिल RJD (राजद) के लिए इस बार चुनौती केवल विरोधी दलों से नहीं, बल्कि उनके साझेदारों की सीटों की मांग से भी बढ़ती दिख रही है।
पटना: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने RJD को 12 सीटों की सूची सौंपी है। सूत्रों के अनुसार, JMM बिहार में ये 12 सीटें लड़ना चाहती है। JMM की मांग में तारापुर, कटोरिया, मनिहारी, झाझा, बांका, ठाकुरगंज, रूपौली, रामपुर, बनमनखी, जमालपुर, पीरपैंती और चकाई सीटें शामिल हैं।
वहीं सूत्रों के मुताबिक, RJD दो से ज्यादा सीटें देने के लिए तैयार नहीं है। याद रहे कि झारखंड विधानसभा चुनाव में JMM ने RJD को सात सीटें दी थीं। इस बार JMM बिहार में 12 सीटें मांग रही है, जो उन जिलों में स्थित हैं जिनकी सीमा झारखंड से लगती है।
JMM ने आरजेडी को दी 12 सीटों की लिस्ट
सूत्रों के अनुसार, JMM ने महागठबंधन में 12 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। इन सीटों में शामिल हैं:
- तारापुर
- कटोरिया
- मनिहारी
- झाझा
- बांका
- ठाकुरगंज
- रूपौली
- रामपुर
- बनमनखी
- जमालपुर
- पीरपैंती
- चकाई
विशेष रूप से ध्यान देने वाली बात यह है कि इन सभी सीटों की सीमाएं झारखंड राज्य से सटी हुई हैं, जिससे JMM का यह दावा स्वाभाविक माना जा रहा है।हालांकि, RJD की स्थिति थोड़ी जटिल है। सूत्रों के अनुसार राजद केवल दो से अधिक सीटें JMM को देने के लिए तैयार नहीं है। पिछली बार झारखंड विधानसभा चुनाव में JMM को सात सीटें मिली थीं, और इस बार बिहार में उनकी मांग दोगुनी से अधिक है, जिससे गठबंधन में टकराव की संभावना बढ़ गई है।
भाकपा माले ने भी महागठबंधन में पेंच फंसा दिया
JMM की मांग के बाद महागठबंधन में भाकपा माले ने भी अपनी स्थिति स्पष्ट की है। पार्टी ने आरजेडी द्वारा दिए गए 19 सीटों के ऑफर को ठुकरा दिया और 30 सीटों पर अड़ जाने की घोषणा की है। भाकपा माले के अनुसार, पिछले विधानसभा चुनाव में उनके 19 उम्मीदवारों में से 12 ने जीत हासिल की थी, इसलिए इस बार उनकी आवश्यकता और दावे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने अपनी सीटों की सूची तेजस्वी यादव को सौंप दी है।
इस स्थिति से साफ है कि महागठबंधन की सीटों का बंटवारा इस बार अधिक जटिल और चुनौतीपूर्ण होने वाला है। सीटों के इस विवाद के कारण राजद को अपने रणनीतिक निर्णय में बदलाव करने पड़ सकते हैं।
बिहार में महागठबंधन में RJD, JMM, कांग्रेस और भाकपा माले शामिल हैं। हालांकि, JMM और भाकपा माले की बढ़ती मांगों के कारण राजद के लिए संतुलन बनाना कठिन हो गया है। राजद के लिए चुनौती यह है कि किसे कितनी सीटें दें ताकि गठबंधन मजबूत बने और विरोधी दलों, खासकर BJP और NDA के खिलाफ प्रभावी रणनीति बनाई जा सके।