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चाणक्य की वो बातें जिन्हें अपनाकर आप बन सकते हैं धनवान, जानिए क्या कहते हैं नीति शास्त्र

चाणक्य की वो बातें जिन्हें अपनाकर आप बन सकते हैं धनवान, जानिए क्या कहते हैं नीति शास्त्र

धन और समृद्धि की चाह हर इंसान को होती है, लेकिन कई बार मेहनत और कोशिशों के बावजूद भी मनचाही सफलता नहीं मिलती। ऐसे में भारतीय इतिहास के सबसे महान अर्थशास्त्री, रणनीतिकार और गुरु आचार्य चाणक्य की नीतियों को समझना बेहद जरूरी हो जाता है। आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में जीवन के हर पहलू को छुआ है, खासतौर पर धन की प्राप्ति और प्रबंधन को लेकर उनकी कई महत्वपूर्ण बातें आज भी पूरी तरह प्रासंगिक मानी जाती हैं। जानिए वो 7 बातें जो आपको अमीरी की राह पर ले जा सकती हैं।

कमाई से ज्यादा खर्च न करें

चाणक्य नीति के अनुसार अगर व्यक्ति अपनी आमदनी से ज्यादा खर्च करता है तो उसका आर्थिक संतुलन जल्दी बिगड़ सकता है। यही वजह है कि चाणक्य ने साफ कहा है कि खर्च करते समय हमेशा अपनी आय का ध्यान रखें। अगर आपकी आमदनी 10 रुपये है तो खर्च 7 से ज्यादा नहीं होना चाहिए। यह आदत धीरे-धीरे आपको धन संचय करने में मदद करती है और भविष्य में आर्थिक सुरक्षा देती है।

अपने धन का बखान न करें

चाणक्य का मानना था कि व्यक्ति को अपने धन की जानकारी कभी किसी को नहीं देनी चाहिए, चाहे वो रिश्तेदार हो या कोई नजदीकी मित्र। जब लोग आपके पास मौजूद धन की जानकारी रखते हैं तो ईर्ष्या, लालच या असुरक्षा जैसी भावनाएं जन्म ले सकती हैं। इससे आपके धन पर नजर लग सकती है या लोग बार-बार उधार मांगकर आपको परेशान कर सकते हैं।

बचत करना सबसे जरूरी

धन कमाने से ज्यादा जरूरी है उसे बचाकर रखना। चाणक्य कहते हैं कि समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता। सुख के बाद दुख आता है और अच्छे समय में किए गए बचत ही बुरे वक्त में काम आती है। इसलिए चाहे आमदनी कितनी भी कम क्यों न हो, उसमें से एक हिस्सा जरूर बचाएं। यह आदत धीरे-धीरे बड़ी पूंजी बना सकती है।

मेहनत से न भागें

चाणक्य नीति में कहा गया है कि सफलता उन्हीं को मिलती है जो मेहनत से पीछे नहीं हटते। अगर आप अमीर बनना चाहते हैं तो कठिन मेहनत को अपनी आदत बना लें। बिना मेहनत के कोई भी व्यक्ति लंबे समय तक संपन्न नहीं रह सकता। मेहनत करने वाला इंसान ही असली मौका पहचानता है और उसका पूरा लाभ उठाता है।

शिक्षा को अपनाएं

चाणक्य ने शिक्षा को सबसे बड़ी पूंजी बताया है। उन्होंने कहा है कि जिस व्यक्ति के पास ज्ञान है, उसके पास कमाई के हजारों तरीके होते हैं। वह सही समय और सही अवसर को पहचानकर आगे बढ़ता है। इसीलिए चाणक्य ने कहा था कि शिक्षा का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए, चाहे उम्र कुछ भी हो। ज्ञान से धन का द्वार खुलता है।

सोच-समझकर जोखिम उठाएं

चाणक्य नीति में जोखिम को सफलता का जरूरी हिस्सा माना गया है। उन्होंने लिखा है कि जो लोग हमेशा सुरक्षित खेलते हैं वे बड़ी कामयाबी से चूक जाते हैं। लेकिन साथ ही चाणक्य यह भी कहते हैं कि जोखिम लेने से पहले सोच-विचार जरूर करें। अपनी क्षमता और समझदारी के साथ कदम उठाएं। अगर सही तरीके से जोखिम लिया जाए तो वह आपको धनवान बना सकता है।

ईमानदारी और धैर्य रखें

धन लक्ष्मी का आशीर्वाद उन्हीं पर बना रहता है जो अपने काम के प्रति ईमानदार होते हैं। चाणक्य का स्पष्ट कहना था कि कोई भी बड़ा काम रातों-रात नहीं होता। सफलता और धन पाने के लिए आपको धैर्य रखना जरूरी है। जब आप अपने काम के प्रति निष्ठावान रहते हैं, तब ब्रह्मांड भी आपकी मदद करता है।

चाणक्य नीति में यह भी बताया गया है कि कई बार इंसान छोटे-छोटे खर्चों को गंभीरता से नहीं लेता। लेकिन यही खर्च धीरे-धीरे बड़ी रकम बन जाते हैं और आपकी जेब को खाली कर देते हैं। इसलिए हमेशा अपने रोजमर्रा के खर्चों पर नजर रखें और गैरजरूरी चीजों से दूरी बनाएं।

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