Columbus

Gold Price Today: सोने की चमक हुई फीकी, हफ्ते के पहले दिन कीमतों में गिरावट

Gold Price Today: सोने की चमक हुई फीकी, हफ्ते के पहले दिन कीमतों में गिरावट

सोमवार को सोने की कीमतें 0.2% गिरकर 3,633.86 डॉलर प्रति औंस पर आ गईं। निवेशकों की मुनाफावसूली और डॉलर की मजबूती से दबाव दिखा, हालांकि फेडरल रिजर्व की दर कटौती की उम्मीद ने गिरावट सीमित रखी। वहीं चांदी स्थिर रही, जबकि प्लैटिनम बढ़ा और पैलेडियम में गिरावट आई।

Gold Price: सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में हल्की गिरावट दर्ज की गई। स्पॉट गोल्ड 0.2% घटकर 3,633.86 डॉलर प्रति औंस पर आ गया, जबकि अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स (दिसंबर डिलीवरी) 0.4% गिरकर 3,671.30 डॉलर पर बंद हुए। यह गिरावट निवेशकों की मुनाफावसूली और डॉलर की मजबूती से आई। हालांकि, फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद ने सोने की कीमतों को बड़ी गिरावट से बचाया। चांदी 42.14 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रही, प्लैटिनम 0.5% चढ़ा और पैलेडियम 0.9% नीचे आया।

डॉलर की मजबूती से दबाव

सोने की कीमतों में गिरावट की बड़ी वजह अमेरिकी डॉलर की मजबूती रही। जब डॉलर मजबूत होता है तो सोना महंगा हो जाता है और निवेशकों की ओर से इसकी खरीदारी धीमी पड़ जाती है। यही कारण रहा कि नए हफ्ते के पहले ही दिन निवेशकों ने मुनाफावसूली की राह चुनी।

ताजा भाव पर नजर

स्पॉट गोल्ड 0.2 फीसदी गिरकर 3633.86 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। बीते हफ्ते सोना 1.6 फीसदी चढ़ा था और मंगलवार को 3673.95 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था। वहीं, अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स (दिसंबर डिलीवरी) 0.4 फीसदी की गिरावट के साथ 3671.30 डॉलर पर बंद हुए।

चांदी का स्पॉट प्राइस 42.14 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रहा। प्लैटिनम में 0.5 फीसदी की तेजी आई और यह 1397.76 डॉलर पर पहुंचा। पैलेडियम 0.9 फीसदी टूटकर 1187.06 डॉलर पर आ गया।

रिकॉर्ड हाई के बाद आई गिरावट

पिछले हफ्ते सोने ने जबरदस्त तेजी दिखाई थी। मंगलवार को सोना अब तक के सबसे ऊंचे स्तर 3673.95 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया था। लेकिन इतनी तेज रफ्तार के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी। यही वजह रही कि सोमवार को सोने की कीमतें दबाव में रहीं।

KCM ट्रेड के चीफ मार्केट एनालिस्ट टिम वाटरर ने कहा कि नए हफ्ते की शुरुआत में मुनाफावसूली हुई है। डॉलर की मजबूती भी सोने के लिए नकारात्मक कारक रही। उन्होंने बताया कि गोल्ड का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) फिलहाल 75 है, जो बताता है कि यह ओवरबॉट जोन में है। ऐसे में कीमत में हल्की गिरावट आना स्वाभाविक है।

टिम वाटरर का मानना है कि अगर सोना 3500 डॉलर के सपोर्ट लेवल तक गिरता है तो खरीदारों की वापसी संभव है। हालांकि यह तभी मुमकिन होगा जब फेडरल रिजर्व नरम रुख बनाए रखे।

फेडरल रिजर्व मीटिंग पर नजर

बाजार की पूरी नजर इस हफ्ते होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक पर है। हाल ही में जारी कमजोर लेबर मार्केट रिपोर्ट्स के बाद उम्मीद है कि फेड ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो सोने को फिर से सहारा मिलेगा।

महंगाई आंकड़ों का असर

पिछले गुरुवार जारी महंगाई के आंकड़े अनुमान से ज्यादा रहे थे। इसका असर भी बाजार की चाल पर दिखा। बढ़ती महंगाई के बीच निवेशकों ने सतर्कता बरती और ऊंचे स्तरों पर मुनाफावसूली शुरू की।

Leave a comment