Grok Imagin xAI का नया फीचर है जो AI से इमेज और वीडियो बनाता है। इसमें 'स्पाइसी मोड' शामिल है जो NSFW कंटेंट जनरेट कर सकता है, जिससे बहस छिड़ गई है।
Grok Imagin: एलन मस्क की कंपनी xAI ने एक बार फिर टेक्नोलॉजी की दुनिया में हलचल मचा दी है। इस बार चर्चा का विषय बना है — 'ग्रोक इमेजिन' (Grok Imagin) — एक नया मल्टीमॉडल AI फीचर जो न केवल टेक्स्ट से इमेज जनरेट कर सकता है, बल्कि इमेज से 15 सेकंड तक के वीडियो भी बना सकता है। लेकिन इस टूल की सबसे बड़ी खासियत है इसका ‘स्पाइसी मोड’, जो NSFW (Not Safe For Work) यानी परिपक्व और संवेदनशील प्रकृति के कंटेंट को भी जनरेट करने की अनुमति देता है। यह सुविधा फिलहाल iOS पर X (पूर्व ट्विटर) के सुपरग्रोक और प्रीमियम+ सब्सक्राइबर्स के लिए बीटा वर्ज़न में उपलब्ध है, लेकिन इसे लेकर इंटरनेट पर चर्चा और विवाद दोनों तेज़ हो गए हैं।
क्या है Grok Imagin और इसे खास क्या बनाता है?
Grok Imagin एक मल्टीमॉडल जनरेशन टूल है, जो टेक्स्ट प्रॉम्प्ट के आधार पर यूज़र को रचनात्मक इमेज और वीडियो बनाने की सुविधा देता है। यह फीचर एलन मस्क की xAI टीम द्वारा तैयार किया गया है और वर्तमान में X प्लेटफॉर्म के प्रीमियम यूज़र्स के लिए उपलब्ध है।
सबसे ज़्यादा चर्चा किस बात की हो रही है?
इसमें कुल चार मोड हैं — Custom, Normal, Fun और Spicy।
अब 'स्पाइसी मोड' की बात करें तो यही वो हिस्सा है जो इस वक्त सुर्खियों में है। इसमें यूज़र ऐसे इमेज और वीडियो बना सकते हैं जो परिपक्व या बोल्ड थीम पर आधारित हों।
हालांकि, पूरी तरह से अश्लील कंटेंट नहीं बनता, लेकिन जो बनता है वो इतना रीयल दिखता है कि लोग कह रहे हैं — "ये तो कल्पना से ज़्यादा हकीकत जैसा लग रहा है!"
लोग क्या कर रहे हैं और इंटरनेट क्या कह रहा है?
लॉन्च के सिर्फ दो दिन के अंदर 3.4 करोड़ इमेज जनरेट हो चुकी हैं। ये बात खुद एलन मस्क ने पोस्ट करके बताई। मतलब लोग इस फीचर को लेकर काफी एक्साइटेड हैं — खासकर स्पाइसी मोड को लेकर।
लेकिन जहां एक तरफ लोग इसे क्रिएटिविटी की आज़ादी मान रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ एक्सपर्ट्स और पैरेंट्स इसकी नैतिकता और बच्चों तक पहुंच को लेकर परेशान भी हैं। सोशल मीडिया पर इसको लेकर बहस छिड़ गई है।
बाकी AI टूल्स से कितना अलग है Grok?
अब एक सवाल ये भी है कि Grok बाकी AI प्लेटफॉर्म्स से अलग कैसे है?
देखिए, OpenAI (ChatGPT), Google Gemini या Anthropic जैसे टूल्स NSFW कंटेंट पर सख्त रोक लगाते हैं। लेकिन Grok का रुख थोड़ा ढीला है। एलन मस्क का साफ कहना है कि “रचनात्मकता पर ज़रूरत से ज़्यादा रोक नहीं लगाई जानी चाहिए।”
बस, यहीं से असली बहस शुरू हो गई है — कि क्या इतनी छूट सही है? और अगर छूट देंगे, तो क्या उसका दुरुपयोग नहीं होगा?
फायदे हैं... लेकिन डर भी हैं
क्या फायदा हो सकता है?
- डिजिटल क्रिएटर्स और आर्टिस्ट्स को एक नई आज़ादी
- वीडियो-ग्राफिक्स बनाने में तेज़ी और सुलभता
- विज्ञापन, गेमिंग और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को फायदा
और क्या खतरे हैं?
- बच्चे और किशोर गलती से संवेदनशील कंटेंट तक पहुंच सकते हैं
- बिना मॉडरेशन के गलत इस्तेमाल की पूरी आशंका
- सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग और मिसयूज़ के रास्ते खुल सकते हैं
- समाज में नैतिकता और कानूनी चुनौती बन सकता है
Grok Imagin ने AI की दुनिया में एक अलग रास्ता दिखाया है — जो कम सेंसरशिप, ज्यादा एक्सप्रेशन की बात करता है। लेकिन सवाल यही है कि क्या बिना कंट्रोल के ये सब सही दिशा में जाएगा?