महाराष्ट्र विधानसभा कैंटीन में खराब खाने को लेकर शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने एक कर्मचारी से कथित मारपीट की। घटना का वीडियो वायरल हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज करने का निर्णय लिया है।
Maharashtra: महाराष्ट्र विधानसभा की कैंटीन में शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा एक कर्मचारी से कथित मारपीट का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है, जिसमें विधायक गायकवाड़ एक कर्मचारी को थप्पड़ मारते हुए नजर आ रहे हैं। इस घटना को लेकर आम जनता के साथ-साथ राजनीतिक गलियारों में भी भारी नाराजगी देखी जा रही है।
खाना खराब था, लेकिन व्यवहार अनुचित: शिंदे
घटना के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधायक के इस आचरण की निंदा की है। शिंदे ने साफ शब्दों में कहा कि विधायक को शिकायत दर्ज करानी चाहिए थी, न कि हाथ उठाना चाहिए था। उन्होंने बताया कि गायकवाड़ कैंटीन में परोसे जा रहे खाने की गुणवत्ता को लेकर नाराज थे, लेकिन यह तरीका अनुचित और अस्वीकार्य है।
पुलिस दर्ज कर सकती है केस
मामले के तूल पकड़ने के बाद अब पुलिस ने संजय गायकवाड़ के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्णय लिया है। सूत्रों के अनुसार, वायरल वीडियो को सबूत के तौर पर इस्तेमाल करते हुए संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया जा सकता है। यदि ऐसा होता है, तो विधायक की कानूनी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
विधानसभा में घटित हुई थी घटना
यह पूरी घटना महाराष्ट्र विधानसभा की कैंटीन में घटी, जहां विधायक खाना खा रहे थे। बताया जा रहा है कि गायकवाड़ खाने की गुणवत्ता से नाराज हो गए और गुस्से में कैंटीन कर्मचारी से उलझ पड़े। इसी दौरान उन्होंने उसे थप्पड़ मार दिया, जिसकी तस्वीरें कैमरे में कैद हो गईं और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी विधायक के आचरण पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं विधायकों के अधिकारों और ताकत के दुरुपयोग का संकेत देती हैं। फडणवीस ने कहा कि जनता ऐसे नेताओं से बेहतर व्यवहार की उम्मीद करती है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।
कैटरर का लाइसेंस निलंबित
घटना के बाद महाराष्ट्र के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने भी जांच की। निरीक्षण में खाद्य सुरक्षा मानकों के उल्लंघन पाए जाने पर विधानसभा कैंटीन के कैटरर का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। यानी खाने की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें सही पाई गईं, लेकिन विधायक की प्रतिक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं।