आज से भारत में कई वस्तुएं सस्ती हो गई हैं क्योंकि वस्तु एवं सेवा कर (GST) में बदलाव किया गया है। अब देश में GST के सिर्फ दो स्लैब रह गए हैं — 5% और 18%। इसके पहले 12% का स्लैब भी था, जो अब हटा दिया गया है।
नई दिल्ली: आज यानी 22 सितंबर से भारत में कई चीजें सस्ती हो गई हैं। इसका कारण है जीएसटी (GST) में बदलाव, जिसके तहत अब देश में सिर्फ दो ही स्लैब—5% और 18%—बचे हैं। पहले मौजूद 12% और 18% वाले स्लैब को हटा दिया गया है। इस कदम से आम जनता को कुछ वस्तुओं पर सीधे तौर पर राहत मिलेगी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर देशवासियों से स्वदेशी सामान खरीदने और इस्तेमाल करने का आह्वान किया। हालांकि, इस पर राजनीति भी शुरू हो गई।
दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए अपने एक्स (X) अकाउंट पर लिखा कि अगर प्रधानमंत्री चाहते हैं कि जनता स्वदेशी अपनाए तो उन्हें खुद से शुरुआत करनी चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पीएम मोदी जिस विदेशी जहाज से रोज सफर करते हैं और जितना विदेशी सामान इस्तेमाल करते हैं, उसे छोड़कर स्वदेशी अपनाएं।
केजरीवाल का प्रधानमंत्री पर तंज
दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी के इस आह्वान पर एक्स (X) अकाउंट पर टिप्पणी करते हुए निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री जी, अगर आप चाहते हैं कि जनता स्वदेशी सामान इस्तेमाल करे, तो आपको खुद स्वदेशी सामान और सेवाओं का उपयोग करना चाहिए।केजरीवाल ने तंज किया कि प्रधानमंत्री को विदेशी जहाज और विदेशी उत्पादों का इस्तेमाल छोड़ना चाहिए, जिनका वे रोजाना इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि सारा दिन विदेशी समान और सेवाओं का इस्तेमाल करना छोड़कर मोदी जी को जनता के लिए उदाहरण पेश करना चाहिए।
अरविंद केजरीवाल ने अपने पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी से अमेरिकी कंपनियों को बंद करने की भी बात कही। उन्होंने लिखा कि डोनाल्ड ट्रंप रोज भारत और भारतीयों का अपमान कर रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री को सिर्फ प्रवचन नहीं, बल्कि व्यावहारिक कदम उठाने की जरूरत है। केजरीवाल का तर्क है कि जनता अपने प्रधानमंत्री से सिर्फ नारे और भाषण नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई की उम्मीद रखती है। उन्होंने कहा कि अगर पीएम खुद स्वदेशी और देशहित के पक्ष में कदम उठाएंगे, तो आम जनता भी उनका अनुसरण करेगी।
GST में बदलाव और उपभोक्ताओं पर असर
22 सितंबर से लागू हुए GST स्लैब में बदलाव का मतलब है कि अब भारत में दो ही स्लैब रह गए हैं — 5% और 18%। इससे पहले 12% का स्लैब भी मौजूद था। इस बदलाव का असर उपभोक्ताओं पर इस प्रकार पड़ा है:कई दैनिक उपयोग की वस्तुएं और सेवाएं अब 5% GST स्लैब में आ गई हैं। मध्यम और महंगी वस्तुओं पर 18% GST लागू रहेगा।
इससे बाजार में वस्तुओं की कीमतों में समानता और सरलता आएगी। उपभोक्ताओं को खरीदारी में आसान और सस्ती कीमतें मिलेंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे “स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने” का अवसर बताया और सभी नागरिकों से अपील की कि वे भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दें।