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क्या चाय से पहले पानी पीने से सच में नहीं होती एसिडिटी? एक्सपर्ट्स से जानें

क्या चाय से पहले पानी पीने से सच में नहीं होती एसिडिटी? एक्सपर्ट्स से जानें

खाली पेट चाय पीने से एसिडिटी और पेट में जलन की समस्या हो सकती है क्योंकि इसमें कैफीन और टेनिन मौजूद होते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार चाय से पहले पानी पीने से पेट का एसिड लेवल बैलेंस रहता है और एसिडिटी का असर कम होता है। हालांकि केवल पानी से पूरी तरह बचाव संभव नहीं, खानपान और लाइफस्टाइल सुधार भी जरूरी है।

Benefits of drinking water before tea: खाली पेट चाय पीने से पाचन तंत्र और एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि चाय से पहले पानी पीने से इसका असर काफी हद तक कम हो सकता है। आरएमएल अस्पताल के डॉ. सुभाष गिरि बताते हैं कि पानी पेट के एसिड को डायल्यूट कर कैफीन के प्रभाव को कम करता है, जिससे जलन कम हो सकती है। गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट्स सलाह देते हैं कि सुबह उठकर सबसे पहले गुनगुना पानी पिएं या हल्का नाश्ता करें और उसके बाद चाय लें। हर्बल या ग्रीन टी भी बेहतर विकल्प हैं।

खाली पेट चाय पीने से क्यों होती है समस्या

खाली पेट चाय पीने पर पेट में मौजूद एसिड और ज्यादा सक्रिय हो जाता है। चाय में कैफीन और टेनिन जैसे तत्व पाए जाते हैं जो पेट की परत पर असर डालते हैं और एसिडिटी को बढ़ाते हैं। यही वजह है कि कई लोगों को सुबह चाय पीते ही जलन, गैस और भारीपन महसूस होता है।

चाय से पहले पानी पीने का फायदा

दिल्ली स्थित आरएमएल अस्पताल के मेडिसिन विभाग के डॉक्टर सुभाष गिरि बताते हैं कि अगर कोई व्यक्ति खाली पेट चाय पीने से पहले एक गिलास सादा पानी पी ले तो यह पेट के एसिड को पतला कर देता है। पानी पेट की परत को तैयार करता है और चाय में मौजूद कैफीन का असर उतना तेज नहीं होता। इससे एसिडिटी की समस्या काफी हद तक कम की जा सकती है। हालांकि डॉक्टर यह भी मानते हैं कि सिर्फ पानी पी लेने से एसिडिटी पूरी तरह से खत्म नहीं होती।

गुनगुना पानी पीना क्यों बेहतर

गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट्स का कहना है कि अगर चाय से एसिडिटी की समस्या होती है तो सुबह उठते ही गुनगुना पानी पीना ज्यादा फायदेमंद रहता है। गुनगुना पानी पेट का पीएच लेवल संतुलित रखने में मदद करता है। साथ ही यह पाचन तंत्र को दिन की शुरुआत के लिए तैयार करता है।

चाय से पहले हल्का नाश्ता

कई विशेषज्ञ मानते हैं कि खाली पेट चाय पीने की बजाय पहले कुछ हल्का खाना ज्यादा सुरक्षित है। सुबह उठकर कोई फल, सूखा मेवा या हल्का नाश्ता कर लेने के बाद चाय पीना एसिडिटी के खतरे को काफी हद तक कम कर देता है। खासकर उन लोगों को यह आदत अपनानी चाहिए जिन्हें अक्सर चाय से जलन और गैस की शिकायत होती है।

दूध वाली चाय की जगह हर्बल चाय

जो लोग बार-बार एसिडिटी से परेशान रहते हैं, उनके लिए दूध वाली चाय की जगह ग्रीन टी, हर्बल टी या ब्लैक टी एक बेहतर विकल्प हो सकता है। दूध वाली चाय अक्सर ज्यादा देर तक उबालने से भारी हो जाती है और एसिडिटी को और बढ़ा सकती है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अगर दूध वाली चाय पीनी ही है तो दूध को अलग से गर्म करें और फिर ब्लैक टी में मिलाकर पिएं।

सिर्फ पानी पीना काफी नहीं

डॉक्टर मानते हैं कि चाय से पहले पानी पीना एक आसान और असरदार उपाय हो सकता है लेकिन यह हमेशा पर्याप्त नहीं होता। अगर रोजमर्रा की डाइट में तैलीय, मसालेदार या जंक फूड शामिल है तो एसिडिटी की समस्या बनी रह सकती है। इसके अलावा ज्यादा कैफीन, धूम्रपान और अनियमित जीवनशैली भी इस परेशानी को बढ़ाती है।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

विशेषज्ञों की मानें तो खाली पेट चाय से बचना ही सबसे बेहतर है। लेकिन जिन लोगों को इसकी आदत है, उनके लिए सुबह उठकर पानी पीना, हल्का नाश्ता करना और सही तरह की चाय का चुनाव करना कारगर उपाय हो सकते हैं। चाय से पहले पानी पीने की आदत छोटे बदलाव के रूप में एसिडिटी को काफी हद तक कम करने में मदद कर सकती है।

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