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National Internet Day: दो अक्षरों से शुरू हुई डिजिटल क्रांति का उत्सव 

National Internet Day: दो अक्षरों से शुरू हुई डिजिटल क्रांति का उत्सव 

आज के युग में इंटरनेट हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। सुबह उठते ही सबसे पहले हम अपने मोबाइल की स्क्रीन पर नजर डालते हैं — कभी ईमेल चेक करने के लिए, कभी सोशल मीडिया देखने के लिए और कभी सिर्फ समय जानने के लिए।

इंटरनेट ने न केवल संचार की सीमाएँ मिटाई हैं, बल्कि इसने दुनिया को “ग्लोबल विलेज” यानी वैश्विक गाँव में बदल दिया है। हर साल 29 अक्टूबर को “नेशनल इंटरनेट डे (National Internet Day)” मनाया जाता है, ताकि हम इस अद्भुत खोज के योगदान को याद कर सकें, जिसने इंसान की सोच, कार्यशैली और जीवनशैली को पूरी तरह बदल दिया।

इंटरनेट डे की शुरुआत कैसे हुई

नेशनल इंटरनेट डे उस ऐतिहासिक घटना की याद दिलाता है जब पहली बार दो कंप्यूटरों के बीच डेटा ट्रांसमिशन हुआ था। यह घटना 29 अक्टूबर 1969 को हुई, जब यूसीएलए (University of California, Los Angeles) के छात्र चार्ली क्लाइन (Charley Kline) ने अपने प्रोफेसर लियोनार्ड क्लेनरॉक (Leonard Kleinrock) के मार्गदर्शन में पहली इंटरनेट कम्युनिकेशन भेजी।

उन्होंने “LOGIN” शब्द भेजने का प्रयास किया। परंतु तकनीकी त्रुटि के कारण केवल पहले दो अक्षर “L” और “O” ही भेजे जा सके। यही दो अक्षर थे जिन्होंने इंटरनेट के युग का द्वार खोला। कुछ समय बाद सिस्टम रीबूट किया गया और डेटा ट्रांसमिशन सफल हुआ। यही प्रयोग बाद में विकसित होकर ARPANET बना — जो आज के इंटरनेट का प्रारंभिक रूप था।

इंटरनेट ने दुनिया को कैसे बदला

इंटरनेट केवल एक तकनीकी साधन नहीं, बल्कि यह एक विचारों की क्रांति है। इसने मानव सभ्यता को नए युग में प्रवेश कराया। आज इंटरनेट के बिना जीवन की कल्पना करना भी कठिन है।

  1. संचार का नया दौर
    इंटरनेट ने इंसान को दुनिया के हर कोने से जोड़ दिया। अब कोई भी व्यक्ति कुछ ही सेकंड में ईमेल, व्हाट्सएप, या वीडियो कॉल के माध्यम से दुनिया भर में किसी से भी संवाद कर सकता है।
  2. शिक्षा की दिशा बदली
    इंटरनेट ने शिक्षा को सीमाओं से मुक्त कर दिया। अब कोई भी छात्र घर बैठे ऑनलाइन कोर्स, डिजिटल क्लासेस और ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर सकता है।
    कोविड-19 महामारी के दौरान यह साबित हुआ कि इंटरनेट आधुनिक शिक्षा की रीढ़ बन चुका है।
  3. व्यवसाय और रोजगार में क्रांति
    आज ई-कॉमर्स, फ्रीलांसिंग, डिजिटल मार्केटिंग और ऑनलाइन सर्विसेज ने रोजगार के नए अवसर खोले हैं। अमेज़न, फ्लिपकार्ट, मीशो जैसी कंपनियाँ इंटरनेट के कारण ही करोड़ों लोगों के जीवन का हिस्सा बनी हैं।
  4. मनोरंजन का नया रूप
    पहले जहाँ टीवी और रेडियो ही मनोरंजन के साधन थे, अब नेटफ्लिक्स, यूट्यूब, ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया ने मनोरंजन की परिभाषा ही बदल दी है।
  5. डिजिटल अर्थव्यवस्था की शुरुआत
    डिजिटल पेमेंट्स, यूपीआई, ऑनलाइन बैंकिंग और क्रिप्टोकरेंसी जैसे नए वित्तीय माध्यम इंटरनेट की ही देन हैं। भारत में डिजिटल इंडिया अभियान ने इस बदलाव को और भी तेज़ी से आगे बढ़ाया।

इंटरनेट का इतिहास

इंटरनेट का आरंभिक नाम ARPANET (Advanced Research Projects Agency Network) था, जिसे अमेरिकी रक्षा विभाग ने विकसित किया। इसका उद्देश्य था – युद्ध या आपदा की स्थिति में डेटा संचार का सुरक्षित साधन तैयार करना।

29 अक्टूबर 1969 को भेजे गए “L” और “O” अक्षर आज उस ऐतिहासिक क्षण का प्रतीक हैं जिसने मानव सभ्यता को डिजिटल दुनिया में प्रवेश कराया। इसके बाद 1983 में TCP/IP प्रोटोकॉल लागू किया गया, जिससे इंटरनेट का आधुनिक रूप आकार लेने लगा।
1990 के दशक में टिम बर्नर्स-ली (Tim Berners-Lee) ने World Wide Web (WWW) की शुरुआत की, जिसने इंटरनेट को आम जनता के लिए सुलभ बना दिया।

नेशनल इंटरनेट डे कैसे मनाएँ

  1. इंटरनेट के इतिहास को जानें
    आज के दिन उस पहले वेबसाइट को देखें जिसे टिम बर्नर्स-ली ने 1991 में बनाया था — यह आज भी ऑनलाइन उपलब्ध है। उस समय वेबसाइट में न तो तस्वीरें थीं और न ही रंग, फिर भी यह डिजिटल युग का पहला कदम थी।
  2. अपने डिजिटल जीवन का मूल्य समझें
    इस दिन अपने जीवन में इंटरनेट की भूमिका पर विचार करें — यह कैसे आपकी पढ़ाई, नौकरी या व्यवसाय को प्रभावित करता है। थोड़ा समय निकालकर इंटरनेट के जिम्मेदार उपयोग का संकल्प लें — फेक न्यूज से बचें, साइबर सुरक्षा का ध्यान रखें और डेटा प्राइवेसी को प्राथमिकता दें।
  3. नई तकनीक सीखें
    नेशनल इंटरनेट डे पर आप किसी नई ऑनलाइन स्किल या तकनीक को सीखने की शुरुआत कर सकते हैं – जैसे कि कोडिंग, डिजिटल मार्केटिंग या वेबसाइट डिजाइनिंग।
  4. डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा दें
    अपने आसपास के लोगों को इंटरनेट के सही उपयोग के बारे में जागरूक करें। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट शिक्षा फैलाना एक सच्चा सम्मान होगा इस दिन का।

नेशनल इंटरनेट डे हमें याद दिलाता है कि सिर्फ दो अक्षरों “L” और “O” से शुरू हुई यह यात्रा आज पूरी दुनिया को जोड़ रही है। इंटरनेट ने शिक्षा, संचार, व्यापार और जीवनशैली को नया रूप दिया है। हमें इसका उपयोग जिम्मेदारी और सकारात्मकता के साथ करना चाहिए ताकि यह तकनीक मानवता की सेवा में सदा बनी रहे।

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