ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप्स के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में इन पर बैन की मांग को लेकर एक अहम याचिका दायर की गई है। यह याचिका समाजसेवी डॉ. केए पॉल ने लगाई है, उन्होंने चिंता जताई है कि देश में तेजी से फैल रहे ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म युवाओं को गुमराह कर रहे हैं।
नई दिल्ली: भारत में तेजी से बढ़ रहे ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी के बाजार पर अब कानूनी सवाल खड़े हो गए हैं। सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर इस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता डॉ. केए पॉल ने तर्क दिया कि इन ऐप्स के प्रचार में देश के प्रतिष्ठित और प्रभावशाली व्यक्तित्व तक शामिल हो रहे हैं, जिससे युवाओं पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नोटिस जारी किया है, और उनसे विस्तृत जवाब मांगा है कि वे इस दिशा में क्या कदम उठा रहे हैं।
क्या है मामला?
याचिकाकर्ता डॉ. केए पॉल ने सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में कहा कि भारत में बढ़ते ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप्स युवाओं को जुए और व्यसनों की ओर धकेल रहे हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि देश के नामी खिलाड़ी, जिनमें "गॉड ऑफ क्रिकेट" कहे जाने वाले व्यक्ति भी शामिल हैं, इन ऐप्स का प्रचार कर रहे हैं।
याचिका में कहा गया कि टेलीविजन और डिजिटल मीडिया पर इन ऐप्स के विज्ञापन धड़ल्ले से चल रहे हैं, जिससे ये सामान्य गेमिंग की तरह प्रतीत होते हैं, जबकि इनका आधार असल में सट्टेबाजी है।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी और कार्रवाई
सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली पीठ ने याचिकाकर्ता से कहा, “जो संतोष आपको इस कार्य से मिला होगा, आप गर्व महसूस कर रहे होंगे।” इसके बाद अदालत ने देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नोटिस जारी करते हुए पूछा कि वे इस दिशा में क्या नीति अपना रहे हैं, और ऐसे ऐप्स को नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
भारत में ऑनलाइन गेमिंग का तेजी से बढ़ता बाजार
भारत में ऑनलाइन गेमिंग और फैंटेसी स्पोर्ट्स का बाजार तेजी से विस्तार कर रहा है। एक अनुमान के अनुसार:
- भारत में 400 मिलियन से अधिक गेमर्स हैं, जो इसे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गेमिंग बाजार बनाते हैं।
- गेमिंग ऐप्स जैसे Dream11, MPL, WinZO, Zupee जैसे प्लेटफॉर्म्स पर यूज़र्स वास्तविक पैसे दांव पर लगाते हैं।
- इन ऐप्स में फैंटेसी क्रिकेट, रम्मी, पोकर, लूडो, और कई अन्य गेम शामिल हैं।
सबसे बड़ा बाजार: फैंटेसी स्पोर्ट्स
भारत में ऑनलाइन गेमिंग का सबसे बड़ा हिस्सा फैंटेसी स्पोर्ट्स का है, जिसमें Dream11 और MPL जैसे ऐप्स लाखों यूज़र्स को जोड़ चुके हैं। ये प्लेटफॉर्म्स अक्सर क्रिकेट जैसे लोकप्रिय खेलों के दौरान अपने यूज़र्स बेस को बढ़ाते हैं। ई-स्पोर्ट्स भी तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, और 2024 के आंकड़ों के अनुसार, 80 मिलियन से अधिक दर्शक ई-स्पोर्ट्स इवेंट्स को फॉलो कर रहे हैं।
भारत सरकार भी ऑनलाइन सट्टेबाजी को नियंत्रित करने की दिशा में कुछ कदम उठा चुकी है। वर्ष 2022 से 2024 के बीच, सरकार ने 1,298 से अधिक ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी साइट्स को ब्लॉक किया है। इसके बावजूद, नए प्लेटफॉर्म्स लगातार सामने आ रहे हैं, जिनमें से कई विदेशों से संचालित होते हैं और भारतीय कानूनों के दायरे से बाहर रहते हैं।