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ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाई बहस, राजनाथ की चेतावनी और जयशंकर के जवाब पर मोदी की सराहना

ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाई बहस, राजनाथ की चेतावनी और जयशंकर के जवाब पर मोदी की सराहना

संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हुई। राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी दी, जयशंकर ने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया। पीएम मोदी ने दोनों की प्रशंसा की।

Operation Sindoor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर हुई विशेष चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के वक्तव्यों की जमकर सराहना की। उन्होंने इसे भारत के सुरक्षा तंत्र की मजबूती और आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति की सफलता का प्रतीक बताया।

राजनाथ सिंह ने दी पाकिस्तान को चेतावनी

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में चर्चा की शुरुआत करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' को भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के समन्वय का एक बेमिसाल उदाहरण बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कहना पूरी तरह से गलत और निराधार है कि इस ऑपरेशन को किसी अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते रोका गया था।

राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पाकिस्तान में अभी भी कोई भ्रम बचा है, तो भारत उसे भी दूर करने में देर नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि अगर पड़ोसी देश कोई दुस्साहस करता है, तो जवाब फिर उतना ही कठोर और निर्णायक होगा।

पीएम मोदी ने कहा- सुरक्षा तंत्र की शानदार प्रस्तुति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि राजनाथ सिंह का भाषण भारतीय सुरक्षा तंत्र की सफलता और सशस्त्र बलों के साहस पर एक गहन और सटीक जानकारी देता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की रणनीतिक दक्षता और निर्णायक नेतृत्व का उदाहरण है।

जयशंकर ने विपक्ष के आरोपों को बताया बेबुनियाद

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने लोकसभा में बहस के दौरान विपक्ष के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान अमेरिका के साथ व्यापार से जुड़ा कोई मुद्दा चर्चा में नहीं आया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 22 अप्रैल से 17 जून तक कोई संवाद नहीं हुआ था।

जयशंकर ने कहा कि भारत ने इस ऑपरेशन में न सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की, बल्कि दुनिया के सामने यह भी स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के मुद्दे पर किसी प्रकार की नरमी नहीं बरतेगा।

विपक्ष के आरोपों की पृष्ठभूमि

विपक्षी दलों ने इस ऑपरेशन को लेकर सरकार पर सवाल उठाए थे। उनका आरोप था कि यह ऑपरेशन अमेरिका के दबाव में अधूरा छोड़ा गया और इसका मकसद राजनीतिक लाभ लेना था। हालांकि, सरकार ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया और पारदर्शिता के साथ पूरे अभियान की जानकारी संसद में साझा की।

ऑपरेशन महादेव की सफलता भी चर्चा में

इसी दौरान, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान के पास हरवान इलाके में 'ऑपरेशन महादेव' नामक एक आतंकवाद विरोधी अभियान में तीन आतंकवादी मारे गए। सूत्रों के अनुसार, मारे गए आतंकवादियों में पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड सुलेमान शाह भी शामिल है। भारतीय सेना की चिनार कोर और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस ऑपरेशन को लिडवास के सामान्य क्षेत्र में अंजाम दिया। यह अभियान घाटी में सक्रिय आतंकवादियों के खिलाफ भारतीय सुरक्षा बलों की लगातार चल रही कार्रवाई का हिस्सा है।

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