लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO आज 29 जुलाई को खुल चुका है। कंपनी ₹254.26 करोड़ जुटाने का लक्ष्य लेकर बाजार में आई है। पहले ही दिन निवेशकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। इश्यू में आवेदन करने की अंतिम तारीख 31 जुलाई तय की गई है।
IPO से पहले जुटाए ₹75.5 करोड़
IPO लॉन्च से ठीक एक दिन पहले कंपनी ने एंकर निवेशकों से ₹75.5 करोड़ रुपये जुटा लिए थे। कंपनी ने 158 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 47.79 लाख शेयर अलॉट किए हैं। इस एंकर राउंड में कुल 11 बड़े संस्थागत निवेशकों ने हिस्सा लिया। इनमें सबसे बड़ा निवेश संशी फंड ने किया, जिसने ₹20 करोड़ की राशि लगाई।
अन्य प्रमुख एंकर निवेशकों में शामिल हैं –
- सेंट कैपिटल फंड
- मिंट फोकस्ड ग्रोथ फंड
- बीएनपी पारिबा फाइनेंशियल मार्केट्स
- इंडिया मैक्स इनवेस्टमेंट फंड
- मेरु इनवेस्टमेंट फंड
प्राइस बैंड और लॉट साइज की जानकारी
लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस ने अपने IPO के लिए प्राइस बैंड ₹150 से ₹158 प्रति शेयर तय किया है। निवेशकों को कम से कम एक लॉट यानी 94 शेयरों के लिए आवेदन करना होगा। फ्रेश इश्यू के तहत ₹165.17 करोड़ के नए शेयर जारी होंगे, जबकि ऑफर फॉर सेल के जरिए प्रमोटर्स ₹89.09 करोड़ के शेयर बेचेंगे।
5 अगस्त को हो सकती है लिस्टिंग
इश्यू बंद होने के बाद 1 अगस्त को शेयरों का अलॉटमेंट फाइनल होगा। रिफंड प्रक्रिया 2 अगस्त को शुरू होगी और शेयर 5 अगस्त को बीएसई व एनएसई पर लिस्ट किए जा सकते हैं।
कंपनी क्या करती है?
लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी है, जो खासकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में फाइनेंस सेवाएं देती है। यह मुख्य रूप से MSME लोन, व्हीकल लोन और कंस्ट्रक्शन लोन जैसे प्रोडक्ट्स ऑफर करती है।
राज्यों में कंपनी की मौजूदगी
कंपनी की कुल 158 ब्रांच हैं, जो राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के शहरों और गांवों में फैली हुई हैं।
प्रमोटर्स कौन हैं?
कंपनी के प्रमोटर ग्रुप में ये नाम शामिल हैं:
- दीपक बैद
- प्रेम देवी बैद
- अनीशा बैद
- हीरक विनिमय प्राइवेट लिमिटेड
- दीपक हाईटेक मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड
- प्रेम डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड
- विवान बैद फैमिली ट्रस्ट
किसके लिए कितना हिस्सा रिजर्व है?
IPO में निवेशकों के लिए हिस्सा इस तरह से बांटा गया है:
- 50% क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए
- 35% रिटेल निवेशकों के लिए
- 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NIIs) के लिए
इश्यू से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल
कंपनी इस फंड का इस्तेमाल मुख्य रूप से अपने कैपिटल बेस को मजबूत करने, लोन देने की क्षमता बढ़ाने और विस्तार योजनाओं में करेगी। ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में फाइनेंस की पहुंच को और गहरा करने की योजना भी इसी का हिस्सा है।
2025 में कंपनी का प्रदर्शन
लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस ने वित्त वर्ष 2025 में जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की है। कंपनी का रेवेन्यू 42 प्रतिशत की छलांग लगाकर ₹248 करोड़ हो गया, जो एक साल पहले ₹175 करोड़ था।
वहीं, शुद्ध मुनाफा 60 प्रतिशत बढ़कर ₹36 करोड़ पहुंच गया, जबकि पिछले साल यह ₹22.47 करोड़ था।
कंपनी पर कितना कर्ज है?
वित्त वर्ष 2025 के अंत में कंपनी की कुल उधारी ₹1137 करोड़ रुपये थी। कंपनी इस कर्ज के साथ अपनी बैलेंस शीट को संतुलित रखने में सफल रही है।
IPO मैनेजर और रजिस्ट्रार
इस IPO के बुक रनिंग लीड मैनेजर PL कैपिटल मार्केट्स प्राइवेट लिमिटेड हैं। वहीं, रजिस्ट्रार के रूप में MUFG इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (पूर्व में लिंक इनटाइम) को नियुक्त किया गया है।
बाजार में बन रहा है माहौल
IPO खुलते ही निवेशकों के बीच हलचल तेज हो गई है। एंकर निवेशकों से मिले मजबूत समर्थन और कंपनी की वित्तीय सेहत को देखते हुए बाजार में इस इश्यू को लेकर सकारात्मक माहौल है।