सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस के नवनियुक्त जवानों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए कहा कि अब भर्ती पारदर्शी है। स्मार्ट पुलिसिंग के जरिए प्रदेश में तकनीक और जवाबदेही बढ़ रही है।
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त पुलिसकर्मियों को लखनऊ के डिफेंस एक्सपो मैदान में नियुक्ति पत्र वितरण के मौके पर स्पष्ट संदेश दिया कि “प्रशिक्षण में जितना पसीना बहाएंगे, जीवन में उतना कम खून बहाएंगे।” उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से पहले यूपी में पुलिस भर्ती में भाई‑भतीजावाद और भ्रष्टाचार का बोलबाला था, लेकिन अब यह पूरी तरह से समाप्त हो गया है। अब नौकरियों में सिर्फ योग्यता और पारदर्शिता ही मायने रखते हैं, और जाति‑धर्म‑क्षेत्र के आधार पर किसी तरह का भेदभाव नहीं होता।
भू‑भाग में भर्ती: आंकड़े और उपलब्धियां
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में प्रदेश में साढ़े आठ लाख से ज़्यादा सरकारी नौकरियां दी गई हैं, जिनमें अकेले पुलिस विभाग में सवा दो लाख से अधिक भर्ती शामिल हैं। यह भर्ती प्रक्रिया न केवल बड़ी है, बल्कि प्रदेश स्तर पर सबसे बड़े भर्ती अभियानों में से एक भी साबित हुई है।
स्मार्ट पुलिसिंग: तकनीकी इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “स्मार्ट पुलिसिंग” विजन का हवाला देते हुए चार स्तंभों – स्ट्रिक्ट एंड सेंसिटिव, मॉडर्न एंड मोबाइल, अलर्ट और अकाउंटेबल, रिलायबल एंड रेस्पॉंसिबल, टेक्नो‑सेवी एंड ट्रेंड – को यूपी में लागू करने की बात कही।
इस संदर्भ में उन्होंने बताया कि राज्य में:
- आठ नए Forensic Laboratories चालू हो चुके हैं, और छह और निर्माणाधीन हैं।
- प्रत्येक 75 जिले में दो‑दो मोबाइल फॉरेंसिक वैन तैनात की गई हैं।
- सभी 75 जिलों में साइबर थाने और 1,994 पुलिस थानों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित की गई हैं।
- यह सभी व्यवस्था जुलाई 2024 से जारी किए गए तीन नए आपराधिक कानूनों के अनुरूप है।
महाकुंभ में पुलिस की भूमिका
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ में पुलिस कार्यप्रणाली की भी तारीफ़ की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में पुलिस ने न केवल कानून‑व्यवस्था बनाए रखी, बल्कि श्रद्धालुओं से मिलने वाली सराहना के चलते पुलिस के ऊपर समाज का विश्वास और बढ़ गया। यह उदाहरण इस बात का प्रमाण है कि यदि इतनी बड़ी घटना में पुलिस सक्षम रही है, तो हर परिस्थिति में वह ऐसा ही प्रदर्शन कर सकती है।
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की भूमिका
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह ने वर्ष 2017 में भर्ती प्रक्रिया शुरू होने पर पैरामिलिट्री और मिलिट्री प्रशिक्षण संसाधन उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “स्मार्ट पुलिसिंग” विजन को यूपी की जमीनी हकीकत बताया। इसके फलस्वरूप अब प्रदेश में ही 60,000 से अधिक पुलिस प्रशिक्षण की क्षमता विकसित हो चुकी है।
नवनियुक्त पुलिस कर्मियों को नियुक्ति पत्र
कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 15 नवनियुक्त पुलिस कर्मियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इनमें संतकबीर नगर के सत्यम नायक, खीरी के प्रेम सागर, फर्रुखाबाद की शालिनी शाक्या, बरेली की शिल्पा सिंह, कानपुर देहात के बीनू बाबू, महोबा के योगेंद्र सिंह, उन्नाव के शिवांश पटेल, वाराणसी के मनीष त्रिपाठी, लखनऊ की रोशन जहां, कानुपर नगर के आजाद कुशवाहा, गोरखपुर की मिथिलेश भट्ट, रायबरेली की सोनी रावत, मऊ की नेहा गोंड और बागपत के सचिन सैनी शामिल रहे।