Stock to Buy: ब्रोकरेज फर्म नुवामा इक्विटीज ने रियल्टी कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के शेयर को खरीदने की सिफारिश की है।
भारतीय शेयर बाजार इस समय सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार कर रहा है। वैश्विक संकेतों की सुस्ती, अमेरिका में ट्रंप टैरिफ को लेकर उठे सवाल और तिमाही नतीजों के आने से पहले की सतर्कता ने निवेशकों को बड़े फैसलों से पीछे हटा दिया है। ऐसे में ब्रोकरेज हाउस उन कंपनियों की ओर इशारा कर रहे हैं जिनके फंडामेंटल मजबूत हैं और जो आने वाले समय में निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे सकती हैं। इस सूची में रियल्टी कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है।
ब्रोकरेज का भरोसा बरकरार
ब्रोकरेज फर्म नुवामा इक्विटीज ने सिग्नेचर ग्लोबल के शेयर को लेकर सकारात्मक रुख बरकरार रखा है। नुवामा ने इस स्टॉक के लिए 1456 रुपए का टारगेट प्राइस तय किया है। कंपनी के शेयर 9 जुलाई को बीएसई पर 1247 रुपए पर बंद हुए थे। यानी मौजूदा स्तर से करीब 17 प्रतिशत का उछाल संभव बताया जा रहा है।
क्यों बढ़ रहा है सिग्नेचर ग्लोबल पर भरोसा
ब्रोकरेज रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी की प्राइस रियलाइजेशन यानी प्रति वर्ग फीट बिक्री मूल्य में साल-दर-साल और तिमाही आधार पर जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। खासकर गुरुग्राम में प्रीमियम प्रोजेक्ट्स की भागीदारी के कारण अप्रैल-जून तिमाही में यह दर बढ़कर 16296 रुपए प्रति वर्ग फीट हो गई है। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 6 प्रतिशत और पिछली तिमाही की तुलना में 37 प्रतिशत ज्यादा है।
गुरुग्राम में ‘क्लोवरडेल एसपीआर’ बना आकर्षण का केंद्र
सिग्नेचर ग्लोबल का हालिया प्रोजेक्ट ‘क्लोवरडेल एसपीआर’, गुरुग्राम के सेक्टर-71 में लॉन्च किया गया है। यह प्रोजेक्ट कंपनी की प्रीमियम रणनीति का हिस्सा है और इसे बाजार में काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। ब्रोकरेज का मानना है कि इस तरह के हाई-एंड प्रोजेक्ट्स कंपनी की ब्रांड वैल्यू को और मजबूत बनाएंगे।
प्री-सेल और कलेक्शन का मजबूत लक्ष्य
कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 के लिए 12500 करोड़ रुपए की पूर्व-बिक्री (प्री-सेल्स) और 6000 करोड़ रुपए के कलेक्शन टारगेट को बरकरार रखा है। यह लक्ष्य दर्शाता है कि सिग्नेचर ग्लोबल को अपनी आगामी परियोजनाओं की सफलता को लेकर पूरा भरोसा है। ब्रोकरेज का कहना है कि प्री-सेल में तेजी के साथ-साथ जमीन में निवेश भी बढ़ने की संभावना है।
नकदी प्रवाह में सुधार की उम्मीद
सिग्नेचर ग्लोबल की स्थिर बिक्री और कलेक्शन में सुधार से कंपनी के मुक्त नकदी प्रवाह (फ्री कैश फ्लो) में इजाफा देखा जा सकता है। इसके साथ ही लाभप्रदता यानी प्रॉफिटेबिलिटी में भी बढ़ोतरी के संकेत मिल रहे हैं। कंपनी की रणनीति अब स्पष्ट रूप से ऐसे प्रोजेक्ट्स पर केंद्रित है जो रिटर्न बढ़ाएं और ब्रांड को आगे ले जाएं।
स्टॉक की चाल कैसी रही है
अगर सिग्नेचर ग्लोबल के स्टॉक पर नजर डालें तो इसका 52 वीक हाई 1645 रुपए रहा है, जबकि यह फिलहाल अपने उच्चतम स्तर से करीब 24 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रहा है।
- 52 वीक लो: 1010 रुपए
- वर्तमान भाव: 1247 रुपए
- एक महीने में: 3 प्रतिशत की गिरावट
- तीन महीने में: 16 प्रतिशत की बढ़त
- एक साल में: 20 प्रतिशत तक की गिरावट
इन आंकड़ों से साफ है कि हाल की तेजी के बावजूद स्टॉक अभी भी अपने ऊपरी स्तर से काफी नीचे है, जिससे रिकवरी की गुंजाइश नजर आती है।
कंपनी का मार्केट कैप
सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड का बीएसई पर मार्केट कैप 17526 करोड़ रुपए है। रियल एस्टेट सेक्टर की चुनौतियों के बावजूद कंपनी ने खुद को प्रीमियम रेजिडेंशियल डेवलपर के तौर पर स्थापित किया है, जो इसे प्रतिस्पर्धा में आगे रखने में मदद कर रहा है।
भविष्य की लॉन्च पाइपलाइन तैयार
नुवामा का मानना है कि कंपनी अपने लॉन्च शेड्यूल को लेकर पहले से ही स्पष्ट रणनीति के साथ काम कर रही है। नई जमीन का अधिग्रहण और गुरुग्राम जैसे मेट्रो बाजारों में पकड़ कंपनी की लॉन्ग टर्म स्ट्रैटेजी को मजबूती देता है।
कंपनी की ब्रांडिंग
सिग्नेचर ग्लोबल की ब्रांडिंग अब मिड-सेगमेंट से आगे निकलकर हाई-एंड सेगमेंट तक पहुंच चुकी है। यही वजह है कि प्रीमियम बाजारों में इसकी पकड़ मजबूत हो रही है और कंपनी लगातार उन इलाकों में विस्तार कर रही है जहां ग्राहक उच्च गुणवत्ता और लोकेशन की मांग करते हैं।