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SBI म्यूचुअल फंड का नया दांव: 'मैग्नम' ब्रांड के तहत SIF सेगमेंट में एंट्री, ₹10 लाख से शुरू होगा निवेश

SBI म्यूचुअल फंड का नया दांव: 'मैग्नम' ब्रांड के तहत SIF सेगमेंट में एंट्री, ₹10 लाख से शुरू होगा निवेश

देश का सबसे बड़ा म्यूचुअल फंड हाउस SBI म्यूचुअल फंड अब स्पेशलाइज्ड इनवेस्टमेंट फंड (SIF) की दुनिया में एंट्री करने जा रहा है। यह एंट्री उसके चर्चित 'मैग्नम' ब्रांड के तहत होगी, जो पहले से ही निवेशकों के बीच अच्छी पहचान बना चुका है। कंपनी को हाल ही में इस सेगमेंट में काम करने का लाइसेंस मिला है।

SBI म्यूचुअल फंड के DMD और जॉइंट CEO ने दी जानकारी

SBI म्यूचुअल फंड के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर और जॉइंट सीईओ डी. पी. सिंह ने बताया कि फंड हाउस इक्विटी और हाइब्रिड सेगमेंट में SIF प्रोडक्ट्स लाने पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि 'मैग्नम' ब्रांड कंपनी की पुरानी योजनाओं से जुड़ा हुआ है, इसलिए नए SIF प्रोडक्ट्स को इसी ब्रांड नाम से बाजार में उतारा जाएगा।

गौरव मेहता को सौंपी गई SIF वेंचर की कमान

SBI म्यूचुअल फंड ने SIF वेंचर की अगुवाई के लिए गौरव मेहता को चुना है। वे अक्टूबर 2021 से SBI फंड्स मैनेजमेंट में चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर – अल्टरनेटिव्स (इक्विटी) के रूप में काम कर रहे हैं। कंपनी की योजना है कि वह अपनी मौजूदा इनवेस्टमेंट टीम की विशेषज्ञता का इस्तेमाल करते हुए इन नए फंड्स को संचालित करे।

SBI बना SIF में कदम रखने वाला पांचवां फंड हाउस

SBI म्यूचुअल फंड, SIF सेगमेंट में प्रवेश करने वाला देश का पांचवां फंड हाउस बन गया है। इससे पहले एडलवाइस, आईटीआई, मिरे असेट और क्वांट को इस क्षेत्र के लिए लाइसेंस मिल चुका है। इसके अलावा एक्सिस म्यूचुअल फंड और निप्पॉन इंडिया ने भी इस सेगमेंट में उतरने की योजना बनाई है।

क्या है SIF यानी स्पेशलाइज्ड इनवेस्टमेंट फंड?

SIF यानी स्पेशलाइज्ड इनवेस्टमेंट फंड, म्यूचुअल फंड ढांचे के भीतर एक नया और विशेष प्रोडक्ट सेगमेंट है। इस फंड का ढांचा पारंपरिक म्यूचुअल फंड से अलग होता है। इसमें निवेशकों को नई रणनीतियों और ज्यादा लचीलापन (flexibility) के साथ निवेश करने का विकल्प मिलता है।

SIF में निवेश की न्यूनतम राशि ₹10 लाख रखी गई है। ये फंड इक्विटी, डेट और हाइब्रिड तीनों कैटेगरी में लॉन्च किए जा सकते हैं। इनका मकसद उन समझदार निवेशकों को टारगेट करना है जो मार्केट की जटिलताओं और स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट को बेहतर तरीके से समझते हैं।

इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजी में खुली छूट

SIF के तहत फंड मैनेजरों को अधिक स्वतंत्रता और लचीलापन मिलता है। वे लॉन्ग-शॉर्ट रणनीतियों से लेकर सेक्टर आधारित रोटेशन तक कई तरह की जटिल स्ट्रैटेजी को आजमा सकते हैं। यह परंपरागत फंड्स से अलग है जहां फंड मैनेजमेंट के नियम और दायरे सीमित होते हैं।

SBI MF की पुरानी 'मैग्नम' पहचान का फायदा

SBI म्यूचुअल फंड ने नए SIF प्रोडक्ट्स के लिए 'मैग्नम' नाम का इस्तेमाल इसलिए किया है क्योंकि यह ब्रांड नाम पहले से निवेशकों के बीच भरोसे का प्रतीक बन चुका है। कई पुरानी योजनाएं जैसे ‘मैग्नम इक्विटी’, ‘मैग्नम टैक्सगेन’ आदि पहले से बाजार में मौजूद हैं। ऐसे में निवेशकों के लिए इस नए प्रोडक्ट से जुड़ाव बनाना आसान होगा।

SIF में क्या होंगे विकल्प? जानें सेबी के तहत तय स्ट्रक्चर

फिलहाल SIF के अंतर्गत अधिकतम सात प्रोडक्ट्स लॉन्च किए जा सकते हैं। ये इस प्रकार हैं:

इक्विटी कैटेगरी में:

  • इक्विटी लॉन्ग-शॉर्ट
  • इक्विटी एक्स-टॉप 100 लॉन्ग-शॉर्ट
  • सेक्टर रोटेशन लॉन्ग-शॉर्ट

हाइब्रिड कैटेगरी में:

  • एक्टिव एसेट एलोकेटर लॉन्ग-शॉर्ट
  • हाइब्रिड लॉन्ग-शॉर्ट

डेट कैटेगरी में:

  • लॉन्ग-शॉर्ट
  • सेक्टर लॉन्ग-शॉर्ट

इन कैटेगरीज़ के माध्यम से फंड मैनेजर विविध सेक्टरों में एक साथ लॉन्ग और शॉर्ट पोजिशन लेकर बाजार की चाल के हिसाब से रणनीति बना सकते हैं।

SIF सेगमेंट में बढ़ रही प्रतिस्पर्धा

जैसे-जैसे म्यूचुअल फंड कंपनियां इस स्पेशलाइज्ड सेगमेंट में उतर रही हैं, वैसे-वैसे इसमें प्रतिस्पर्धा भी तेज हो रही है। बड़ी इनवेस्टमेंट टीम, इन-हाउस रिसर्च और मजबूत वितरण नेटवर्क रखने वाले फंड हाउस ही इस सेगमेंट में टिक पाएंगे।

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