Pune

Nvidia CEO Jensen Huang की बेतहाशा कमाई ने छोड़ा भारत के टॉप अरबपतियों को पीछे

Nvidia CEO Jensen Huang की बेतहाशा कमाई ने छोड़ा भारत के टॉप अरबपतियों को पीछे

एनवीडिया के सीईओ जेन्सेन हुआंग (Jensen Huang) ने संपत्ति के मामले में भारत के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी दोनों को पीछे छोड़ दिया है। आइए जानते हैं उन्होंने यह मुकाम कैसे हासिल किया...

एनवीडिया के सीईओ जेनसेन हुआंग ने हाल ही में भारत के दो सबसे अमीर उद्योगपतियों, मुकेश अंबानी और गौतम अडानी को नेटवर्थ के मामले में पीछे छोड़ दिया है। यह चौंकाने वाली छलांग तब देखने को मिली जब Nvidia का मार्केट वैल्यूएशन 4 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया।

अब 140 अरब डॉलर से ज्यादा की नेटवर्थ

फोर्ब्स की रियल-टाइम बिलियनर्स लिस्ट के अनुसार, जेनसेन हुआंग की मौजूदा नेटवर्थ लगभग 141.9 अरब डॉलर है। वहीं मुकेश अंबानी 115.1 अरब डॉलर के साथ 14वें स्थान पर हैं और गौतम अडानी 68.1 अरब डॉलर के साथ 22वें स्थान पर हैं। हुआंग अब दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में 9वें स्थान पर पहुंच चुके हैं।

3.5 फीसदी हिस्सेदारी ने किया करिश्मा

हुआंग के पास एनवीडिया में केवल 3.5 फीसदी हिस्सेदारी है। लेकिन एनवीडिया के मार्केट कैप में आई जबरदस्त तेजी ने उनकी नेटवर्थ को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया। वे कंपनी के सबसे बड़े व्यक्तिगत शेयरधारक हैं।

Nvidia बना दुनिया की सबसे कीमती AI कंपनी

एनवीडिया अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी है। इसका मार्केट वैल्यूएशन अब 4 ट्रिलियन डॉलर को पार कर चुका है, जो भारत के पूरे शेयर बाजार के 75 फीसदी के बराबर है। यह वैल्यूएशन अमेरिका, चीन, जापान, हांगकांग और भारत को छोड़कर बाकी सभी देशों की पूरी इकोनॉमी से बड़ा है।

2022 से 2025 तक नेटवर्थ में बेमिसाल बढ़ोतरी

साल 2022 में हुआंग की नेटवर्थ लगभग 20.6 अरब डॉलर थी। 2023 में यह बढ़कर 44 अरब डॉलर हो गई। 2024 में यह आंकड़ा 117 अरब डॉलर तक पहुंचा और अब 2025 में यह 141.9 अरब डॉलर के पार चली गई है। सिर्फ तीन सालों में उनकी संपत्ति में सात गुना से अधिक की वृद्धि हुई है।

जेनसेन हुआंग की शुरुआत और Nvidia की कहानी

हुआंग ने 1993 में एनवीडिया की स्थापना की थी। शुरुआत में कंपनी ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) के क्षेत्र में काम करती थी, लेकिन धीरे-धीरे इसने AI, डेटा सेंटर और ऑटोमोटिव सेक्टर में भी अपनी पकड़ मजबूत कर ली।

1999 में आया था Nvidia का IPO

एनवीडिया ने 1999 में शेयर बाजार में कदम रखा था। उस समय किसी ने नहीं सोचा था कि यह कंपनी एक दिन दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में शुमार होगी। लेकिन हुआंग की नेतृत्व क्षमता और रणनीति ने इसे आज यहां तक पहुंचा दिया है।

शेयर स्प्लिट ने निवेशकों को बनाया भागीदार

हाल ही में कंपनी ने अपने शेयरों को स्प्लिट किया, जिससे शेयर की कीमत 1200 डॉलर से घटकर काफी नीचे आ गई। इस कदम से छोटे निवेशकों के लिए स्टॉक खरीदना आसान हो गया और कंपनी की मार्केट कैप में और उछाल देखने को मिला।

अंबानी-अडानी से कैसे हुए आगे

मुकेश अंबानी और गौतम अडानी, जिनका मुख्य व्यवसाय ऑयल, गैस, टेलीकॉम, इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी सेक्टर से जुड़ा है, वे मार्केट की पारंपरिक चालों पर निर्भर रहते हैं। वहीं हुआंग ने भविष्य की तकनीक पर दांव लगाकर अपनी कंपनी को उस ऊंचाई पर पहुंचाया जहां से पीछे मुड़ना मुश्किल है।

Leave a comment