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सवाई माधोपुर में बारिश बनी आपदा: रेलवे ट्रैक डूबे, जनजीवन अस्त-व्यस्त    

सवाई माधोपुर में बारिश बनी आपदा: रेलवे ट्रैक डूबे, जनजीवन अस्त-व्यस्त    

सवाई माधोपुर में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात, रेलवे ट्रैक डूबे, पुलिया बहने से संपर्क टूटा, मकानों में घुसा पानी, जनजीवन अस्त-व्यस्त।

Sawai Madhopur: राजस्थान में इस बार का मानसून अपने उग्र रूप में सामने आया है। मंगलवार देर रात से शुरू हुई बारिश ने बुधवार को सवाई माधोपुर जिले को पूरी तरह बाढ़ जैसी त्रासदी की ओर धकेल दिया है। लगातार 12 घंटे से ज्यादा वक्त से जारी भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। रेलवे स्टेशन से लेकर आम बस्तियों और खेतों तक हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है।

रेलवे ट्रैक पानी में डूबा, ट्रेनों का संचालन प्रभावित

सबसे गंभीर असर सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला है जहां ट्रैक पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। पानी इतना बढ़ चुका है कि पटरियों पर से गुजरती ट्रेनें या तो रुक गई हैं या बेहद धीमी गति से चल रही हैं। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए अतिरिक्त गार्डों की तैनाती कर दी है। कई ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है और कुछ अस्थाई तौर पर रद्द कर दी गई हैं। यात्रियों को स्टेशन परिसर में ही रोका जा रहा है।

पुलिया बहने से गांवों का जिला मुख्यालय से टूटा संपर्क

बारिश के चलते जिला मुख्यालय से जुड़ा NH-552 पर स्थित उघाड़ की पुलिया तेज बहाव में बह गई है। इसका सीधा असर खंडार उपखंड क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीणों पर पड़ा है, जिनका जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क कट चुका है। प्रशासन वैकल्पिक मार्गों की तलाश कर रहा है, लेकिन अब तक कोई ठोस व्यवस्था नहीं हो सकी है। हालात इतने खराब हैं कि कई ग्रामीण इलाकों तक राहत सामग्री पहुंचाना भी मुश्किल हो गया है।

लटिया नाले ने बरपाया कहर, बस्तियां डूबीं

शहर के लटिया नाले ने भीषण बारिश के चलते उफान पकड़ लिया है। इसके आसपास की बस्तियों में दो से तीन फीट तक पानी भर गया है। कई कच्चे-पक्के मकानों में पानी घुस गया, जिससे परिवारों को रातोंरात घर खाली कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागना पड़ा। स्थानीय लोगों के अनुसार, उन्होंने पिछले 10 सालों में ऐसा जलस्तर नहीं देखा। हालात इतने बदतर हैं कि प्रशासन को नावें तैनात करनी पड़ रही हैं।

स्कूल बंद, बिजली आपूर्ति ठप

जिले में कई स्कूलों को एहतियात के तौर पर बुधवार को बंद रखा गया। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति भी पूरी तरह ठप हो गई है, जिससे लोगों को मोबाइल चार्जिंग, इंटरनेट और सामान्य घरेलू कामों में भी दिक्कत हो रही है। कई जगह ट्रांसफॉर्मर जलभराव के कारण बंद कर दिए गए हैं।

मौसम विभाग का अलर्ट: हालात और बिगड़ सकते हैं

भारतीय मौसम विभाग ने सवाई माधोपुर समेत राजस्थान के 22 जिलों में बुधवार और गुरुवार को भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जयपुर, कोटा, बूंदी, बारां, धौलपुर और करौली जैसे जिलों में भी तेज बारिश की संभावना है। सवाई माधोपुर के लिए ‘रेड अलर्ट’ घोषित किया गया है और प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

राहत और बचाव कार्य शुरू, लेकिन रफ्तार धीमी

स्थानीय प्रशासन ने SDRF और नगर पालिका की टीमों को राहत और बचाव कार्यों में लगाया है। बाढ़ग्रस्त इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। लेकिन लगातार हो रही बारिश के चलते बचाव कार्यों की रफ्तार धीमी पड़ गई है। जिला कलेक्टर ने सभी तहसीलों में कंट्रोल रूम एक्टिव कर दिए हैं और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।

कोटा-श्योपुर मार्ग बंद, MP-राजस्थान संपर्क बाधित

कोटा से मध्यप्रदेश के श्योपुर को जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग भी बारिश के कारण पूरी तरह से बंद हो गया है। इसके चलते राजस्थान और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों का संपर्क कट गया है। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है।

प्रशासन की अपील: घरों में रहें, अफवाहों से बचें

प्रशासन ने जिले के सभी निवासियों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और नदियों, नालों के पास जाने से बचें। सोशल मीडिया पर फैल रही झूठी अफवाहों से सतर्क रहने की भी हिदायत दी गई है। जिला कलेक्टर ने कहा है कि सभी विभागों को अलर्ट पर रखा गया है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

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