पेरिस के लूव्र म्यूजियम में 10.2 करोड़ डॉलर के कीमती रत्न चोरी होने के बाद पुलिस ने दो संदिग्ध गिरफ्तार किए। चोरी संगठित अपराध की आशंका जताई गई है। टेलीग्राम CEO ने चोरी लौटाने की पेशकश की।
Louvre Museum: पेरिस स्थित लूव्र म्यूजियम (Louvre Museum) में हुई बड़ी चोरी के मामले में फ्रांसीसी पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। चोरी की घटना में 10.2 करोड़ डॉलर मूल्य के कीमती रत्न गायब हो गए थे। पुलिस ने पहला संदिग्ध पेरिस-चार्ल्स डी गॉल एयरपोर्ट पर विमान में बैठने से पहले पकड़ा, जबकि दूसरा व्यक्ति कुछ ही देर बाद शहर में ही गिरफ्तार हुआ। अभी दोनों संदिग्धों की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है।
चोरों ने संग्रहालय के खुले समय के कुछ ही देर बाद ऊपरी मंजिल की खिड़की तोड़कर अंदर प्रवेश किया। इसके बाद आठ कीमती रत्न चोरी कर मोटरसाइकिलों से भाग निकले। चोरी के तुरंत बाद फ्रांस में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया गया।
वायरल हुई तस्वीरें
घटना के तुरंत बाद पेरिस स्थित एसोसिएटेड प्रेस फोटोग्राफर थिबॉल्ट कामू ने एक संदिग्ध की तस्वीर ली। यह युवक सजीले कपड़े में था और वर्दीधारी पुलिस अधिकारियों के पास से गुजर रहा था। तस्वीर थोड़ी धुंधली थी क्योंकि किसी के कंधे ने तस्वीर का कुछ हिस्सा छुपा दिया था। यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और मामले में चर्चा बढ़ गई।

टेलीग्राम के CEO की पेशकश
टेलीग्राम के संस्थापक और CEO पावेल डुरोव ने चोरी हुए आभूषणों को खरीदकर संग्रहालय को वापस दान करने की पेशकश की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि “चोरी हुए आभूषणों को खरीदकर उन्हें लूव्र म्यूजियम को वापस लौटाना मेरे लिए खुशी की बात होगी। बेशक, लूव्र संग्रहालय से कोई चोरी नहीं करता।” डुरोव की यह पहल संग्रहालय को राहत और सुरक्षा के महत्व को दर्शाती है।
संगठित अपराध की आशंका
फ्रांसीसी अधिकारियों का मानना है कि इस चोरी के पीछे कोई संगठित अपराध (Organized Crime) था। मामले की जांच जारी है और पुलिस विभिन्न सुरागों और डिजिटल फिंगरप्रिंट का विश्लेषण कर रही है। संग्रहालय के सुरक्षा कैमरों और आसपास के इलाकों से जुटाई गई जानकारी की मदद से जांच को गति दी जा रही है।











