उत्तर प्रदेश की राजनीति में आजम खान के भविष्य को लेकर चल रही चर्चाओं ने एक नया मोड़ ले लिया है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने आजम खान के बहुजन समाज पार्टी (BSP) में जाने की अटकलों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान की जेल से रिहाई पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा आजम खान की मदद की है। साथ ही, आजम के बसपा में जाने की चर्चाओं को खारिज करते हुए उन्होंने इसे “झूठी अफवाह” बताया।
इटावा में पत्रकारों से बातचीत के दौरान जसवंत नगर विधायक ने राज्य में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने गलत सजाएं दी थीं, लेकिन अदालत ने मुकदमों में उन्हें राहत दी। उन्होंने कहा कि हम अदालत के इस फैसले का स्वागत करते हैं और समाजवादी पार्टी पूरी तरह से आजम खान के साथ खड़ी है।
आजम खान की रिहाई और राजनीतिक चर्चा

बीते दिनों यह खबरें थीं कि आजम खान के परिवार के कुछ सदस्य दिल्ली में BSP सुप्रीमो मायावती से मुलाकात कर चुके हैं। साथ ही यह भी दावा किया गया कि आजम खान के परिवार के एक महत्वपूर्ण सदस्य ने कांग्रेस नेता और वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा से फोन पर बात की। हालांकि, इन दावों पर आजम खान या उनके परिवार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई। सपा सांसद रुचि वीरा ने भी स्पष्ट किया कि आजम खान कहीं नहीं जा रहे हैं और उनकी प्राथमिकता समाजवादी पार्टी में ही बनी रहेगी।
शिवपाल यादव का बड़ा दावा
शिवपाल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा आजम खान का समर्थन किया है और उनकी जेल से रिहाई में भी पार्टी की भूमिका अहम रही। उन्होंने यह भी कहा कि अदालत ने मुकदमों में राहत दी है और यह निर्णय स्वागत योग्य है. शिवपाल यादव ने कहा, आजम खान समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता हैं। उनके साथ पूरे समय पार्टी रही है और आज भी हम उनकी मदद कर रहे हैं। जो लोग उनके BSP में जाने की बातें फैला रहे हैं, वह सिर्फ अफवाह हैं।"
दूसरी ओर, चंदौली से सांसद वीरेंद्र सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि वह आजम खान को जेल में रोकने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आजम खान ने समाजवादी पार्टी के लिए कई अहम योगदान दिए हैं, लेकिन सरकार ने उन्हें गलत आरोपों में जेल में रखा। वीरेंद्र सिंह ने कहा, अभी भी सरकार तरह-तरह के उपाय कर रही है ताकि उन्हें बाहर न आने दिया जाए। यह निंदा के योग्य है। उनके रिहाई से कार्यकर्ताओं में नया जोश और उत्साह उत्पन्न होगा।"












