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अहमदाबाद विमान हादसा: DGCA की सख्त कार्रवाई, एअर इंडिया के तीन वरिष्ठ अधिकारी को किया बर्खास्त

अहमदाबाद विमान हादसा: DGCA की सख्त कार्रवाई, एअर इंडिया के तीन वरिष्ठ अधिकारी को किया बर्खास्त

अहमदाबाद विमान हादसे के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने त्वरित और सख्त कार्रवाई करते हुए एविएशन सेफ्टी को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। सुरक्षा मानकों में संभावित चूक और लापरवाही की आशंका को देखते हुए एअर इंडिया पर सीधे असर डालने वाला फैसला लिया गया है।

DGCA Action: अहमदाबाद में हुई भीषण विमान दुर्घटना के बाद भारत के नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एअर इंडिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से क्रू शेड्यूलिंग और रोस्टरिंग से जुड़ी सभी जिम्मेदारियों से हटाने का आदेश दिया है। इस कार्रवाई के केंद्र में डिवीजनल वाइस प्रेसिडेंट समेत अन्य दो अधिकारी हैं, जिन पर क्रू प्रबंधन में लापरवाही का आरोप है।

अहमदाबाद हादसे ने खोली खामियों की पोल

12 जून 2025 को लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद के एक मेडिकल कॉलेज परिसर में क्रैश हो गई थी। इस भयावह हादसे में 270 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से 242 यात्री विमान में सवार थे, जबकि 28 लोग जमीन पर मौजूद थे। इस घटना ने भारत की एविएशन इंडस्ट्री को झकझोर दिया, और इसके बाद से DGCA ने जांच और सुधार के लिए व्यापक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

DGCA ने क्यों उठाया सख्त कदम?

DGCA के अनुसार, क्रू शेड्यूलिंग, लाइसेंसिंग, आराम और नवीनीकरण आवश्यकताओं को लेकर एअर इंडिया ने गंभीर लापरवाही की। ARMS (एयर रूट मैनेजमेंट सिस्टम) और CAE उड़ान प्रबंधन प्रणाली की समीक्षा में सामने आया कि क्रू को गलत तरीके से शेड्यूल किया गया, जबकि उनकी लाइसेंस या न्यूनतम आराम की शर्तें पूरी नहीं हो रही थीं।

इसके अलावा, अनधिकृत क्रू की जोड़ी, समय प्रोटोकॉल का उल्लंघन, निगरानी में कमी और जवाबदेही की स्पष्ट विफलता जैसी गंभीर प्रशासनिक कमियां भी उजागर हुईं। DGCA ने इसे न केवल सुरक्षा मानकों की अनदेखी माना, बल्कि इसे हवाई सुरक्षा के लिए खतरा बताया।

अनुशासनात्मक कार्रवाई और रिपोर्ट की मांग

DGCA ने 20 जून को एअर इंडिया को एक आदेश जारी कर कहा कि तीनों अधिकारियों को क्रू से जुड़ी किसी भी भूमिका से तुरंत हटाया जाए और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाए। DGCA ने एअर इंडिया से 10 दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, ताकि आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।

DGCA ने एयर इंडिया के अकाउंटेबल मैनेजर को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें उल्लेख है कि 16 और 17 मई को बैंगलोर से लंदन जाने वाली दो उड़ानों ने 10 घंटे की अधिकतम समय सीमा का उल्लंघन किया, जो सुरक्षा नियमों के खिलाफ है। DGCA ने सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है, अन्यथा कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

DGCA ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में यदि इस तरह की लापरवाही दोहराई गई, तो संबंधित लाइसेंसों को निलंबित किया जा सकता है और परिचालन पर प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है। DGCA का मानना है कि क्रू की थकावट, खराब शेड्यूलिंग और आराम समय में कटौती जैसी लापरवाहियाँ बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बन सकती हैं।

एयर इंडिया की प्रतिक्रिया: आदेश लागू

एअर इंडिया ने DGCA के आदेश को मानते हुए एक आधिकारिक बयान में कहा, हमने नियामक की चिंता को गंभीरता से लिया है और संबंधित आदेशों को तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है। हमारे मुख्य परिचालन अधिकारी अब IOCC (इंटीग्रेटेड ऑपरेशंस कंट्रोल सेंटर) की प्रत्यक्ष निगरानी करेंगे। हम सुनिश्चित करेंगे कि सभी सुरक्षा मानकों और प्रोटोकॉल का पूर्ण रूप से पालन हो।

हादसे के बाद मृतकों की पहचान का काम तेज़ी से चल रहा है। सिविल अस्पताल, अहमदाबाद के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि अब तक 215 शवों की डीएनए जांच के ज़रिए पहचान हो चुकी है और इनमें से 198 शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। इन मृतकों में 149 भारतीय, 32 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल हैं। ज़मीन पर मारे गए 7 लोगों के शव भी इस गिनती में हैं।

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