बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना लागू की। जीविका से जुड़ी महिलाओं को 10-10 हजार रुपये मिलेंगे। आवेदन प्रक्रिया शुरू, राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाएगी। अवैध पैसे मांगने पर कार्रवाई होगी।
Bihar Government: बिहार सरकार ने महिलाओं को आर्थिक और रोजगार के क्षेत्र में सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना (Chief Minister Women Employment Scheme) शुरू की है। इस योजना के तहत जीविका से जुड़ी महिलाएं 10-10 हजार रुपये सीधे अपने बैंक खाते में प्राप्त करेंगी। यह राशि उन्हें रोजगार शुरू करने के लिए शुरुआती सहायता के रूप में दी जाएगी। योजना का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत करना और उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करना है।
कौन ले सकता है लाभ
योजना का लाभ केवल उन महिलाओं को मिलेगा जो जीविका (Jeevika) से जुड़ी हों। जो महिलाएं पहले से जीविका समूह से जुड़ी नहीं हैं, उन्हें पहले सदस्यता लेनी होगी। इसके लिए उन्हें अपने ग्राम संगठन या नगर परिषद के निर्धारित बैठक में आवेदन करना होगा। सदस्यता लेने के बाद ही वे योजना की पात्र बनेंगी।
आवेदन प्रक्रिया
ग्रामीण क्षेत्रों में आवेदन प्रक्रिया सात सितंबर से शुरू हो गई है, जबकि शहरी क्षेत्रों में दस सितंबर से आवेदन लिए जा रहे हैं। महिलाएं जीविका समूह के माध्यम से या आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। आवेदन को सरल बनाने के लिए ग्राम संगठनों को ही आवेदन केंद्र बनाया गया है, ताकि गांव-गांव की महिलाएं आसानी से आवेदन कर सकें और उन्हें दूर-दराज नहीं जाना पड़े।
DBT के माध्यम से राशि का भुगतान
योजना के तहत लाभार्थियों को राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाएगी। पहली किस्त के रूप में प्रत्येक परिवार की एक महिला को 10 हजार रुपये मिलेंगे। यह धनराशि महिला को स्वरोजगार शुरू करने में मदद करेगी और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत करेगी।
अवैध तरीके से पैसे मांगने पर कार्रवाई
योजना के लागू होते ही कई महिलाओं ने अपने नाम समूहों में जोड़वाने के लिए आवेदन शुरू कर दिए हैं। लेकिन इस बीच कुछ लोगों द्वारा महिलाओं से अवैध पैसे मांगने की शिकायतें सामने आई हैं। बीपीएम विपूल पांडेय ने कहा कि यदि किसी को नाम जोड़ने के लिए पैसा मांगा जाता है तो तुरंत शिकायत करें। पहले से समूह से जुड़ी महिलाओं की आवेदन प्रक्रिया उनके ग्राम संगठन के माध्यम से पूरी की जाएगी।
निगरानी और प्रगति आकलन
जीविका कर्मियों द्वारा योजना की निरंतर निगरानी की जाएगी। छह महीने बाद लाभार्थियों की प्रगति का आकलन किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर महिलाओं को दो लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता दी जा सकती है। यह राशि उन महिलाओं के लिए होगी जो रोजगार के क्षेत्र में और प्रगति करना चाहती हैं।
जीविका मित्रों की भूमिका
डेहरी प्रखंड में 20968 जीविका दीदी और शहरी क्षेत्रों में 5200 महिलाओं ने आवेदन किया है। 1729 समूहों के माध्यम से 88 ग्राम संगठन विशेष बैठकें बुला रहे हैं। जीविका मित्र द्वारा अभी तक ऑनलाइन 9500 एंट्री प्रपत्र भरे जा चुके हैं। इन अधिकारियों की मदद से महिलाओं को आवेदन प्रक्रिया में कोई कठिनाई नहीं होगी और सभी लाभार्थियों तक योजना का लाभ पहुंचेगा।