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हाथरस मेले में झूला टूटने से दो बच्चे घायल, टिकट रिफंड मांगने पर बाउंसर पर लगे आरोप

हाथरस मेले में झूला टूटने से दो बच्चे घायल, टिकट रिफंड मांगने पर बाउंसर पर लगे आरोप

हाथरस के दाऊजी महाराज मेले में झूला टूटने से दो बच्चे घायल हो गए। टिकट वापसी पर महिला बाउंसरों के साथ विवाद और अफरातफरी के बीच मेले में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।

हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र में शनिवार रात को चल रहे प्रसिद्ध दाऊजी महाराज मेले में एक झूला अचानक टूटकर गिर गया, जिससे दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के समय झूले पर और नीचे बड़ी संख्या में लोग नहीं थे, इसलिए बड़ी त्रासदी टल गई। लेकिन झूला टूटने से अफरातफरी मच गई और मेले में मौजूद लोगों में डर और गुस्सा फैल गया।

झूला हादसे में दो बच्चे घायल

हादसे के समय झूले पर सवार दो बच्चे जमीन पर गिर पड़े और उन्हें चोटें आईं। स्थानीय लोगों ने तुरंत उनकी मदद की और पास के अस्पताल में पहुंचाया गया। चिकित्सकों के अनुसार बच्चों की चोटें गंभीर नहीं हैं और उनका इलाज जारी है। झूले के मालिक और आयोजकों ने मौके पर मौजूद लोगों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन अफरातफरी के कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया।

लोगों ने कहा कि झूला टूटने का कारण इसकी पुरानी स्थिति और सुरक्षा उपायों की कमी हो सकती है। इसके अलावा, कई लोग झूले के रखरखाव और निरीक्षण में लापरवाही के लिए आयोजकों पर नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं।

झूला हादसे में टिकट वापसी और बाउंसर पर विवाद

हादसे के बाद मेले में मौजूद लोगों ने झूले के टिकट की कीमत वापस देने की मांग की। इसी दौरान विवाद बढ़ गया। आरोप है कि टिकट वापसी मांगने पर महिला बाउंसर ने अभद्रता की और लोगों के साथ विवाद किया। घटना के दौरान कुछ लोगों ने मोबाइल फोन से वीडियो बनाना शुरू किया, तो महिला बाउंसर ने वीडियो रिकॉर्डिंग रोकने के प्रयास में मोबाइल छीनने की कोशिश की।

इस पर मेले में मौजूद अन्य लोग और महिलाएं भी गुस्से में आ गईं और हंगामा शुरू हो गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे इस झूला हादसे का सच कई लोगों तक पहुंच गया।

मेले में झूला हादसे के बाद सुरक्षा पर सवाल

झूला टूटने के बाद मेले में भारी भीड़ जमा हो गई और अफरातफरी का माहौल बन गया। कई लोग आयोजकों से झूले की सुरक्षा और भविष्य में ऐसे हादसों से बचाव के लिए सख्त कदम उठाने की मांग करने लगे। स्थानीय प्रशासन को भी इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं।

सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि मेले में ऐसे झूले और मनोरंजन उपकरणों की नियमित जांच जरूरी है। यदि समय पर रखरखाव और सुरक्षा जांच नहीं की जाती है, तो छोटे-छोटे हादसे भी गंभीर दुर्घटनाओं में बदल सकते हैं।

झूला हादसे के बाद आयोजकों की प्रतिक्रिया 

दाऊजी महाराज मेले के आयोजकों ने कहा कि झूला टूटने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और उन्होंने बच्चों के इलाज के लिए सभी संभव उपाय किए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि आगामी मेले में झूले और अन्य मनोरंजन उपकरणों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए सख्त इंतजाम किए जाएंगे।

स्थानीय प्रशासन ने भी कहा कि झूला हादसे की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आयोजकों को चेतावनी दी है कि भविष्य में सुरक्षा मानकों का पालन करना अनिवार्य होगा।

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