Foxconn ने भारत से भेजे गए इंजीनियरों को दोबारा बुलाकर आईफोन प्रोडक्शन को स्थिर रखा है। अधिकारियों के मुताबिक इस घटनाक्रम का कंपनी के भारतीय संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा है। चेन्नई प्लांट के बाद बेंगलुरु में नया प्लांट खोलने की तैयारी जारी है, जिससे भारत में मैन्युफैक्चरिंग और रोजगार के अवसर बढ़ने की उम्मीद है।
iPhone Production: ताइपे में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस. कृष्णन ने बताया कि Foxconn ने कुछ चीनी कर्मचारियों को भारत वापस बुलाया है और कंपनी के ऑपरेशंस सामान्य रूप से चल रहे हैं। Foxconn पिछले पांच साल से चेन्नई में प्लांट चला रही है और अब बेंगलुरु में नया प्लांट खोलने की तैयारी कर रही है। अधिकारियों के अनुसार यह कदम अमेरिकी टैरिफ के असर को कम करने और भारत में आईफोन उत्पादन बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है।
बेंगलुरु में खुलेगा Foxconn का नया प्लांट
भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस. कृष्णन ने ताइपे में कहा कि Foxconn के कुछ चीनी कर्मचारियों को वापस लौटने के लिए कहा गया था, लेकिन इसका भारत में संचालन पर बड़ा असर नहीं पड़ा है। उन्होंने बताया कि कंपनी पिछले पांच साल से चेन्नई में प्लांट चला रही है और अब बेंगलुरु में नया प्लांट खोलने की तैयारी में है।
कृष्णन के अनुसार Foxconn और उसका क्लाइंट एपल अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को कम करने के लिए भारत में आईफोन उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। इस कदम से देश में रोजगार के नए अवसर और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
भारत-चीन रिश्तों में सुधार के बीच उत्पादन पर फोकस
Foxconn फिलहाल एपल के ज्यादातर आईफोन चीन में असेंबल करती है, लेकिन भारत में उत्पादन क्षमता बढ़ाने की दिशा में काम हो रहा है। कंपनी की यह रणनीति व्यापारिक और भू-राजनीतिक जोखिम को कम करने की कोशिश मानी जा रही है।
2020 में सीमा विवाद के बाद भारत ने चीनी निवेश और ऐप्स पर कई प्रतिबंध लगाए थे, लेकिन हाल के महीनों में दोनों देशों के रिश्तों में धीरे-धीरे सुधार हुआ है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात ने सहयोग बढ़ने की संभावना को और मजबूत किया है।