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International Yoga Day: तन, मन और आत्मा के संतुलन का पर्व

International Yoga Day: तन, मन और आत्मा के संतुलन का पर्व

हर साल 21 जून को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) बड़े उत्साह से मनाया जाता है। यह दिन न सिर्फ भारत की प्राचीन विरासत का उत्सव है, बल्कि यह पूरे विश्व को स्वस्थ और संतुलित जीवन जीने की प्रेरणा देता है। योग केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि यह शरीर, मन और आत्मा को जोड़ने वाली एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक विधा है, जो जीवन को नई दिशा देती है।

योग क्या है और क्यों है यह जरूरी?

योग एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ होता है - जोड़। यह जोड़ है – शरीर और मन का, आत्मा और चेतना का। योग केवल शरीर को लचीला और तंदुरुस्त बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानसिक तनाव को कम करने, एकाग्रता बढ़ाने और आंतरिक शांति पाने का सशक्त माध्यम भी है।

आज की व्यस्त और तनावपूर्ण जीवनशैली में योग एक ऐसा उपाय है, जो आपको भीतर से मजबूत बनाता है। इसके नियमित अभ्यास से न केवल बीमारियों से बचा जा सकता है, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी प्राप्त होता है।

योग के लाभ – जानिए क्यों बनाएं इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा

1. तनाव से मुक्ति

योगासन और प्राणायाम शरीर में ऑक्सीजन के प्रवाह को बेहतर बनाते हैं और तनाव के हार्मोन (कॉर्टिसोल) को कम करते हैं। यह माइंडफुलनेस को बढ़ाता है और मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाता है।

2. शारीरिक लचीलापन और मजबूती

योग शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करता है, जोड़ों को सक्रिय बनाता है और रीढ़ की हड्डी को लचीलापन देता है। नियमित योग करने से पीठ दर्द, घुटनों की समस्या और कमर दर्द जैसी समस्याएं दूर होती हैं।

3. बेहतर पाचन और मेटाबॉलिज्म

कुछ विशेष योगासन जैसे पवनमुक्तासन, वज्रासन और भुजंगासन पाचन शक्ति को बेहतर करते हैं और मेटाबॉलिज्म को तेज करते हैं, जिससे वजन नियंत्रित रहता है।

4. हृदय और फेफड़ों के लिए फायदेमंद

प्राणायाम और योग के विभिन्न आसनों से श्वास लेने की क्षमता बढ़ती है और हृदय को ऑक्सीजन की बेहतर आपूर्ति मिलती है। इससे हृदय संबंधी रोगों का खतरा कम होता है।

5. नींद में सुधार

योग मन को शांति देता है, जिससे नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है। जो लोग अनिद्रा से परेशान हैं, उनके लिए योग किसी वरदान से कम नहीं।

कैसे मनाएं अंतरराष्ट्रीय योग दिवस?

1. योगाभ्यास करें

अगर आपने कभी योग नहीं किया है, तो इस दिन से शुरुआत करना सबसे अच्छा है। घर पर किसी आसान योगासन से शुरुआत करें – जैसे ताड़ासन, वज्रासन, भुजंगासन या अनुलोम-विलोम। अगर संभव हो तो पास के योग केंद्र में जाएं और प्रशिक्षक की देखरेख में अभ्यास करें।

2. स्थानीय योग कार्यक्रम में शामिल हों

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर देश-विदेश में कई योग शिविर और कार्यक्रम आयोजित होते हैं। अपने शहर या कस्बे में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में भाग लें। सामूहिक योग करने से ऊर्जा का स्तर और भी बढ़ जाता है।

3. एक योग मैट और आरामदायक पोशाक खरीदें

अगर आप योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहते हैं, तो शुरुआत एक अच्छे योग मैट से करें। साथ ही ढीले और आरामदायक कपड़े पहनें ताकि आसनों के दौरान शरीर सहज महसूस करे।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास

योग की उत्पत्ति भारत में लगभग 6000 साल पहले हुई थी। यह केवल एक अभ्यास नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक तरीका है।

2014 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे 177 देशों का समर्थन मिला। इसके बाद 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया। यह दिन इसलिए चुना गया क्योंकि यह ग्रीष्म संक्रांति का दिन होता है, जो सूर्य के सबसे लंबे दिन के रूप में जाना जाता है और आत्मचिंतन व ऊर्जा संचय का प्रतीक है।

योग से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

  • संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, योग एक होलीस्टिक हेल्थ साइंस है जो मानवता की भलाई में मदद करता है।
  • पूरी दुनिया में अब योग के प्रति रुझान तेजी से बढ़ रहा है। भारत ही नहीं, अमेरिका, यूरोप, चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में लाखों लोग योग का अभ्यास करते हैं।
  • योग के प्रचार और प्रसार में स्वामी विवेकानंद का बड़ा योगदान रहा, जिन्होंने 19वीं सदी में पश्चिमी दुनिया को योग से परिचित कराया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हमें याद दिलाता है कि स्वस्थ जीवन के लिए योग को अपनाना कितना जरूरी है। यह तन, मन और आत्मा के संतुलन का अद्भुत साधन है। रोज़ाना कुछ समय योग को देकर हम तनावमुक्त, ऊर्जा से भरपूर और सकारात्मक जीवन जी सकते हैं। आइए आज से ही योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और स्वस्थ भारत, स्वस्थ विश्व की ओर कदम बढ़ाएं।

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