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किम जोंग उन की बेटी की पहली विदेश यात्रा, भविष्य की उत्तराधिकारी पर बढ़ीं अटकलें

किम जोंग उन की बेटी की पहली विदेश यात्रा, भविष्य की उत्तराधिकारी पर बढ़ीं अटकलें

उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन अपनी बेटी किम जू ऐ के साथ चीन की सैन्य परेड में पहुंचे। यह उनकी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा मानी जा रही है। विशेषज्ञ मानते हैं कि वह भविष्य की नेता बनने की तैयारी कर रही हैं।

North Korea: उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन अपनी बेटी किम जू ऐ के साथ चीन की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य परेड में भाग लेने बुलेटप्रूफ ट्रेन से बीजिंग पहुंचे। माना जा रहा है कि यह किम जू ऐ की पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा है, जो उत्तर कोरियाई नेतृत्व के भविष्य को लेकर नई अटकलों को जन्म दे रही है। किम जू ऐ ने नवंबर 2022 में पहली बार मिसाइल परीक्षण के दौरान अपने पिता के साथ सार्वजनिक रूप से उपस्थिति दर्ज कराई थी। तब से वह कई सैन्य परेड और राजनयिक कार्यक्रमों में शामिल होती रही हैं, लेकिन उत्तर कोरिया ने उनके बारे में सीमित जानकारी ही साझा की है।

किम जू ऐ कौन हैं?

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, किम जू ऐ उत्तर कोरिया की सबसे संभावित उत्तराधिकारी मानी जा रही हैं। वह किम जोंग उन और उनकी पत्नी री सोल-जू के तीन बच्चों में से दूसरी हैं। हालांकि, उनकी सटीक उम्र और जन्म तारीख पर अभी भी अटकलें हैं। दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय खुफिया सेवा (एनआईएस) के अनुसार, उनकी उम्र लगभग 12 या 13 साल है। कुछ रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि उनका जन्म 2012 में हुआ था।

पूर्व अमेरिकी बास्केटबॉल खिलाड़ी डेनिस रोडमैन ने 2013 में किम जू ऐ के परिवार के साथ समय बिताते हुए उनकी पहचान की थी। उन्होंने किम जू ऐ को एक प्यारी और प्रतिभाशाली बच्ची बताया और किम जोंग उन को उनकी बेटी के प्रति स्नेहशील पिता बताया।

किम जू ऐ की शिक्षा और प्रशिक्षण

एसोसिएटेड प्रेस और दक्षिण कोरियाई खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, किम जू ऐ की शिक्षा प्योंगयांग में घर पर ही हुई है। उन्हें घुड़सवारी, स्कीइंग और तैराकी जैसी गतिविधियों का अभ्यास करना पसंद है। विशेषज्ञ मानते हैं कि किम जू ऐ को अपने पिता की जगह उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता बनने के लिए तैयार किया जा रहा है। उनकी बढ़ती सार्वजनिक उपस्थिति, विशेषकर विदेशी कार्यक्रमों में, यही संकेत देती है।

चीन यात्रा का महत्व

उत्तर कोरियाई विशेषज्ञों के अनुसार, किम जोंग उन ने अपनी बेटी को चीन ले जाकर दुनिया को एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संकेत है कि किम जू ऐ भविष्य में उत्तर कोरिया की नेतृत्व की संभावित उत्तराधिकारी हो सकती हैं। सियोल स्थित सेजोंग इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञ चेओंग सेओंग-चांग ने न्यूयॉर्क टाइम्स से कहा कि बीजिंग रेलवे स्टेशन पर उनकी उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि किम जू ऐ को देश में और विदेश में उत्तर कोरिया की नंबर 2 के रूप में देखा जा रहा है।

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