कनाडा में कपिल शर्मा के कैफे पर फायरिंग के आरोपी की पहचान खालिस्तानी आतंकी हरजीत सिंह 'लाडी' के रूप में हुई है। NIA ने उसे मोस्ट वांटेड घोषित कर 10 लाख का इनाम रखा है।
Kapil Sharmas Cafe: भारत के मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा का नाम फिर एक गंभीर मामले में सुर्खियों में आया है। उन्होंने हाल ही में कनाडा में एक कैफे की शुरुआत की थी। लेकिन यह कैफे अब एक हमले की वजह से चर्चा में है। हाल ही में इस कैफे पर फायरिंग की गई, जिससे वहां मौजूद लोग घबरा गए। इस फायरिंग के पीछे जिस शख्स का नाम सामने आया है वह है हरजीत सिंह उर्फ लाडी। यह सिर्फ एक अपराधी नहीं बल्कि भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) का मोस्ट वांटेड भी है।
घटना का वीडियो आया सामने
कनाडा में कपिल शर्मा के कैफे पर हुई फायरिंग की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक कार से एक व्यक्ति बाहर निकलता है और पिस्टल निकालकर कैफे पर गोलियां चलाता है। इस हमलावर की पहचान हरजीत सिंह उर्फ लाडी के रूप में की गई है।
कौन है हरजीत सिंह उर्फ लाडी?
हरजीत सिंह उर्फ लाडी पंजाब के नवांशहर जिले के गांव गरपधाना का रहने वाला है। उसके पिता का नाम कुलदीप सिंह बताया गया है। लाडी सिर्फ एक आम अपराधी नहीं है बल्कि एनआईए के मुताबिक वह खालिस्तान समर्थक आतंकी मॉड्यूल का सक्रिय सदस्य है।
बब्बर खालसा इंटरनेशनल से कनेक्शन
एनआईए की जांच में यह साफ हुआ है कि लाडी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है। यह संगठन भारत में आतंकी गतिविधियों के लिए पहले से ही बदनाम रहा है। लाडी इस संगठन के विदेशी आकाओं के सीधे संपर्क में है और वही उससे हमलों की साजिशें रचवाते हैं।
लाडी पर 10 लाख रुपये का इनाम
NIA ने हरजीत लाडी को फरार आतंकवादी घोषित कर रखा है और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। एजेंसी ने लाडी की तलाश में आम जनता से भी सहयोग मांगा है और इसके लिए ईमेल, व्हाट्सएप और टेलीफोन नंबर भी जारी किए गए हैं।
VHP नेता की हत्या में भी शामिल
हरजीत लाडी का नाम भारत में हुई एक और बड़ी वारदात में भी सामने आया है। वर्ष 2024 में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेता विकास बग्गा की हत्या हुई थी। इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई थी, जिसमें लाडी समेत कुलबीर सिंह उर्फ सिद्धू और अन्य कई आरोपियों के नाम सामने आए।
एनआईए की चार्जशीट के अनुसार यह पूरी साजिश विदेश में बैठे खालिस्तानी फाइनेंसरों और मॉड्यूल के जरिए रची गई थी। हरजीत लाडी इस साजिश का हिस्सा था और उसने इसमें सक्रिय भूमिका निभाई थी।
डिजिटल सबूत और विदेशी फंडिंग का नेटवर्क
एनआईए की जांच में यह भी सामने आया है कि लाडी डिजिटल माध्यमों के जरिये अपने विदेशी आकाओं से लगातार संपर्क में रहता है। वह बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े लोगों से न केवल बातचीत करता है बल्कि फंडिंग और आतंकी हमलों की योजना पर भी काम करता है।
अब तक की जांच में उसके कई डिजिटल चैट, कॉल रिकॉर्ड और फंड ट्रांजैक्शन के सबूत जुटाए गए हैं। यही कारण है कि उसे भारत की सबसे बड़ी जांच एजेंसी ने मोस्ट वांटेड घोषित किया है।
पंजाब में FIR नहीं, फिर भी NIA की रेडार पर
हालांकि पंजाब पुलिस की ओर से अभी तक हरजीत लाडी के खिलाफ कोई औपचारिक FIR दर्ज नहीं की गई है और न ही कोई चार्जशीट सार्वजनिक की गई है। लेकिन NIA की जांच में उसके खिलाफ जो सबूत सामने आए हैं वे बेहद मजबूत माने जा रहे हैं। NIA के अनुसार लाडी गुप्त तौर पर आतंकी नेटवर्क चला रहा है और कनाडा से लेकर भारत तक अपनी गतिविधियों को अंजाम देने में जुटा है।
खालिस्तान मूवमेंट से जुड़ाव
लाडी का नाम एक बार फिर खालिस्तान मूवमेंट के पुनरुत्थान से जोड़ा जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में विदेशों में बैठे खालिस्तानी तत्वों द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने की घटनाएं बढ़ी हैं। खासकर कनाडा, अमेरिका और यूके जैसे देशों में इनके नेटवर्क सक्रिय हैं।