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नोएडा इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स: निर्माण में लापरवाही के कारण एजेंसी को किया ब्लैकलिस्ट, अब नए सिरे से होगा काम

नोएडा इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स: निर्माण में लापरवाही के कारण एजेंसी को किया ब्लैकलिस्ट, अब नए सिरे से होगा काम

नोएडा के सेक्टर-151ए में बन रहे इंटरनैशनल गोल्फ कोर्स प्रोजेक्ट को लेकर बड़ा एक्शन सामने आया है। परियोजना में हो रही देरी और मैनपावर की कमी को लेकर नोएडा अथॉरिटी के सीईओ ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है।

नई दिल्ली: नोएडा के सेक्टर-151ए में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स अब तक अपनी तय डेडलाइन से काफी पीछे चल रहा है। 2021 में शुरू हुई यह बहुप्रतीक्षित परियोजना, जिसकी लागत शुरुआती दौर में 100 करोड़ रुपये थी, अब 140 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है, लेकिन काम का सिर्फ 68% ही पूरा हो पाया है। 

इस लापरवाही पर नोएडा अथॉरिटी के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने सख्त एक्शन लेते हुए निर्माण एजेंसी मैसर्स कश्यपी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा.लि. को ब्लैकलिस्ट कर दिया है और उनके खिलाफ एफआईआर के निर्देश भी जारी कर दिए हैं।

मौके पर मिला बंद पड़ा निर्माण कार्य, सीईओ ने जताई सख्त नाराजगी

सीईओ लोकेश एम ने सोमवार को जब प्रोजेक्ट का औचक निरीक्षण किया तो उन्हें मौके पर निर्माण पूरी तरह से बंद मिला। काम की प्रगति से असंतुष्ट होकर उन्होंने न केवल एजेंसी का कॉन्ट्रैक्ट रद्द किया, बल्कि उसके खिलाफ नॉलेज पार्क-2 थाने में एफआईआर दर्ज कराने के आदेश भी दिए। इतना ही नहीं, परियोजना की नई आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) जारी कर अब नई निर्माण एजेंसी की तलाश शुरू कर दी गई है।

2022 थी पहली डेडलाइन, 2025 में भी अधूरी परियोजना

गोल्फ कोर्स परियोजना की पहली डेडलाइन सितंबर 2022 थी। तीन साल में इस प्रोजेक्ट को पूरी तरह तैयार होना था। लेकिन आज, जुलाई 2025 तक पहुंचने के बावजूद 68 फीसदी काम ही पूरा हो पाया है। इंजीनियरों के अनुसार, निर्माण एजेंसी को कई बार नोटिस भेजे गए, लेकिन मजदूरों की संख्या बढ़ाने और काम की गति लाने में कोई ठोस पहल नहीं की गई।

प्रोजेक्ट पर कार्यरत वर्क सर्कल-10 के इंजीनियरों ने सीईओ को बताया कि निर्माण कंपनी द्वारा बार-बार चेतावनी के बावजूद साइट पर मैनपावर नहीं बढ़ाई गई। इसके चलते निर्माण रुक-रुककर चलता रहा और अब पूरी तरह से बंद हो चुका था।

लागत 100 करोड़ से बढ़कर पहुंची 140 करोड़ तक

परियोजना की शुरुआत 2021 में 100 करोड़ रुपये की लागत से हुई थी। लेकिन सिविल और इलेक्ट्रिकल कामों में अतिरिक्त खर्चों के चलते इसकी लागत 140.08 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है। इस बढ़ी हुई लागत के बावजूद निर्माण में अपेक्षित प्रगति नहीं हो सकी, जिससे अधिकारियों की नाराजगी और जनता की निराशा बढ़ गई।

इस परियोजना को लेकर लोगों में काफी उत्साह था। मार्च 2023 तक 890 लोगों ने इसकी मेंबरशिप ली थी, जिसमें से अब तक 53 लोगों ने अपनी सदस्यता वापस ले ली है।

  • सामान्य नागरिकों के लिए शुल्क: ₹10 लाख
  • प्रदेश सरकार के कर्मचारियों के लिए: ₹3 लाख
  • केंद्रीय कर्मचारियों के लिए: ₹6 लाख
  • कॉर्पोरेट मेंबरशिप: ₹15 लाख

दिलचस्प बात यह है कि इस गोल्फ कोर्स की मेंबरशिप कुछ विदेशी नागरिकों ने भी ली है, लेकिन निर्माण में देरी से उनका भरोसा डगमगा रहा है। नोएडा अथॉरिटी ने काम में हो रही देरी को देखते हुए सेक्टर-38 स्थित नोएडा गोल्फ क्लब में शर्तों के साथ मेंबरशिप ट्रांसफर का विकल्प भी दिया था। लेकिन यह विकल्प भी लंबे समय के लिए टिकाऊ नहीं साबित हुआ और कई मेंबर असंतुष्ट होकर सदस्यता छोड़ने लगे।

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