यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने ट्रंप के टैरिफ का समर्थन किया। उन्होंने रूस से तेल और गैस खरीदने वाले यूरोपीय देशों की आलोचना की। जेलेंस्की का कहना है कि रूस के साथ व्यापार पूरी तरह रोकना चाहिए।
Trump Tariff: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने जिस तरह से टैरिफ लगाए, वह बिल्कुल सही निर्णय है। जेलेंस्की ने रूस से तेल और गैस खरीदने वाले कुछ यूरोपीय देशों की आलोचना करते हुए कहा कि रूस के साथ व्यापार पूरी तरह से रोकना चाहिए। उन्होंने भरोसा जताया कि ट्रंप रूस को रोकने में सफल होंगे।
ट्रंप के टैरिफ पर जेलेंस्की की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत समेत कई देशों पर भारी टैरिफ लगाया है। अब यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्रंप के इस कदम का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि टैरिफ लगाना एक अच्छा विचार है क्योंकि इससे उन देशों पर दबाव पड़ेगा जो रूस के साथ व्यापार जारी रखे हुए हैं।
जेलेंस्की ने ABC News को दिए इंटरव्यू में बताया कि हाल ही में SCO समिट में मोदी, पुतिन और चिनफिंग के बीच मुलाकात हुई थी। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है। इसके जवाब में जेलेंस्की ने कहा कि जो देश अभी भी रूस से तेल और गैस खरीद रहे हैं, उन पर टैरिफ लगाना सही है।
रूस से व्यापार पर यूरोपीय देशों की आलोचना
जेलेंस्की ने यूरोपीय देशों की नीतियों पर भी सवाल उठाया। उनका कहना है कि पुतिन पर दबाव बढ़ाने की जिम्मेदारी अमेरिका की है, लेकिन कुछ यूरोपीय देश अभी भी रूस से तेल और गैस खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमें रूस से हर तरह की खरीददारी बंद करनी होगी। यह कहीं से भी सही नहीं है।"
जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन को रोकने के लिए रूस के साथ सारी डील्स को खत्म करना जरूरी है। उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि इस काम में सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ही सफल हो सकते हैं।
अलास्का में ट्रंप-पुतिन मुलाकात के बाद स्थिति
जेलेंस्की ने याद दिलाया कि तीन हफ्ते पहले अलास्का में ट्रंप और पुतिन की मुलाकात हुई थी। इसके बाद भी रूस लगातार यूक्रेन पर हमले कर रहा है। जेलेंस्की के अनुसार, इस स्थिति में ट्रंप के टैरिफ और दबाव की रणनीति बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि रूस पर अधिक दबाव डालने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग जरूरी है, लेकिन कई यूरोपीय देश अभी भी रूस के साथ व्यापार जारी रखते हैं। इसलिए, टैरिफ लगाना और रूस से व्यापार रोकना ही एक प्रभावी कदम होगा।