कांग्रेस कमेटी की पूर्वांचल जोन के 12 जिलों की प्रस्तावित बैठक, जो पहले अयोध्या में होनी थी, अब गोरखपुर में आयोजित की जाएगी। यह फैसला कांवड़ यात्रा के चलते मार्ग परिवर्तन और सुरक्षा कारणों के मद्देनजर लिया गया है।
UP Congress Meeting: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (UPCC) ने पूर्वांचल के 12 जिलों के नेताओं के साथ प्रस्तावित बैठक को अयोध्या से गोरखपुर शिफ्ट कर दिया है। यह फैसला कांवड़ यात्रा के चलते अयोध्या और आसपास के मार्गों में यातायात व्यवधान को देखते हुए लिया गया है। अब कांग्रेस का यह पूर्वांचल मंथन गोरखपुर में होगा, जिसमें संगठन विस्तार, आगामी रणनीति और भाजपा की नीतियों के खिलाफ जनता के बीच कांग्रेस की मजबूत मौजूदगी दर्ज कराने के एजेंडे पर गंभीर चर्चा होगी।
पूर्वांचल में कांग्रेस की नज़र, 12 जिलों के संगठन को मिलेगा प्रशिक्षण
इस महत्वपूर्ण बैठक में ब्लॉक अध्यक्षों और संगठन प्रभारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कांग्रेस का मानना है कि ब्लॉक स्तर पर संगठन को मजबूत करना सबसे बड़ी प्राथमिकता है, क्योंकि यही कार्यकर्ता सीधे जनता से जुड़े रहते हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, इन ब्लॉक अध्यक्षों को कांग्रेस की नीतियों, संगठन के दृष्टिकोण और भाजपा की विफलताओं को जनता के बीच प्रभावी ढंग से रखने के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी।
जिला संगठन के सचिवों को ब्लॉक प्रभारियों की जिम्मेदारी दी गई है, ताकि प्रत्येक ब्लॉक में संगठन की मजबूती और कार्यों की निगरानी सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा जिला मुख्यालयों पर बनाए गए कंट्रोल रूम प्रभारियों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद में कुशलता और जनता की समस्याओं के समाधान में तत्परता दिखा सकें।
गोरखपुर में बड़ी राजनीतिक हलचल
इस बार की बैठक इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय स्वयं मौजूद रहेंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल भी बैठक की तैयारियों के लिए शनिवार को ही गोरखपुर पहुंचेंगे। गोरखपुर को इस बैठक के लिए चुना जाना पूर्वांचल की राजनीति में कांग्रेस के बढ़ते फोकस का संकेत है।
कांग्रेस के जिला अध्यक्षों और कार्यकर्ताओं का कहना है कि इससे पार्टी संगठन को ऊर्जा मिलेगी और यह संदेश जाएगा कि कांग्रेस पूर्वांचल में अपनी जमीनी पकड़ और संगठन क्षमता को लेकर पूरी तरह सक्रिय हो चुकी है।
भाजपा की नीतियों से जनता त्रस्त, कांग्रेस ही उम्मीद: जिला अध्यक्ष
बैठक को लेकर गोरखपुर के कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि 'भाजपा की जनविरोधी नीतियों के कारण जनता त्रस्त है। महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की अनदेखी ने प्रदेश की जनता को निराश किया है। ऐसे में कांग्रेस ही जनता के लिए आशा की किरण है।' उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार संगठन विस्तार और जनसंपर्क के जरिए जनता तक पहुंच बनाने की दिशा में काम कर रही है। पूर्वांचल कांग्रेस संगठन में तेजी से हो रहे बदलाव और ब्लॉक स्तर तक की मजबूत पकड़ इसका प्रमाण है।
विशेषज्ञों का मानना है कि कांग्रेस का यह पूर्वांचल मंथन 2027 विधानसभा चुनाव की रणनीति का हिस्सा है। पार्टी फिलहाल गांव, ब्लॉक और जिला स्तर पर संगठन को मजबूत करने के मिशन में जुटी है। कांग्रेस की कोशिश है कि आने वाले लोकसभा चुनाव के बाद यूपी में अपनी स्थिति को लगातार मजबूत किया जाए।