भारत और फिलीपींस ने 9 अहम क्षेत्रों में समझौते किए हैं, जिनमें रक्षा, विज्ञान, कानूनी सहायता शामिल हैं। दोनों देशों ने रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया और पर्यटन-वीज़ा में सहूलियतों पर भी सहमति बनी।
India-Philippines Mou: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर के बीच हुई प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद भारत और फिलीपींस ने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया है। यह निर्णय दोनों देशों के बीच सहयोग को नई गहराई और मजबूती देने वाला साबित होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके को भारत-फिलीपींस संबंधों के लिए "ऐतिहासिक दिन" बताया और कहा कि इससे रक्षा, सुरक्षा, व्यापार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी समेत कई क्षेत्रों में संबंधों को गति मिलेगी।
75 वर्षों की कूटनीतिक यात्रा और प्राचीन सांस्कृतिक संबंध
भारत और फिलीपींस इस वर्ष अपने कूटनीतिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के कूटनीतिक रिश्ते भले ही 75 साल पुराने हैं, लेकिन सांस्कृतिक और सभ्यतागत संपर्क प्राचीन काल से मौजूद रहे हैं।
उन्होंने कहा, "हर स्तर पर संवाद और हर क्षेत्र में सहयोग लंबे समय से हमारे संबंधों की पहचान रहा है। यह प्रसन्नता का विषय है कि अब हम इन संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले जा रहे हैं।"
9 अहम समझौतों का हुआ आदान-प्रदान
वार्ता के बाद भारत और फिलीपींस ने 9 अहम क्षेत्रों में समझौता ज्ञापनों (MoUs) का आदान-प्रदान किया। ये समझौते निम्नलिखित क्षेत्रों में हुए:
- रक्षा सहयोग – रक्षा क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए समझौता।
- समुद्री सुरक्षा – इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा पर विशेष ध्यान।
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी – टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा।
- कानूनी सहायता – आपराधिक मामलों में कानूनी सहायता और सहयोग।
- कृषि क्षेत्र में सहयोग – आधुनिक कृषि तकनीकों का आदान-प्रदान।
- स्वास्थ्य क्षेत्र – चिकित्सा सेवाओं और औषधीय उत्पादों के क्षेत्र में सहयोग।
- डिजिटल अर्थव्यवस्था – फिनटेक और डिजिटल पेमेंट जैसे क्षेत्रों में समन्वय।
- ऊर्जा क्षेत्र – नवीकरणीय ऊर्जा और ग्रीन एनर्जी में साझेदारी।
- शिक्षा और संस्कृति – छात्र एवं शिक्षाविदों के आदान-प्रदान और सांस्कृतिक कार्यक्रम।
डाक टिकट और सांस्कृतिक जुड़ाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति मार्कोस जूनियर ने भारत-फिलीपींस कूटनीतिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक स्मारक डाक टिकट भी संयुक्त रूप से जारी किया। यह सांस्कृतिक जुड़ाव और आपसी सम्मान का प्रतीक है।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करने और भारत के साथ खड़े होने के लिए फिलीपींस सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में यह एकजुटता महत्वपूर्ण है।
पर्यटन और वीजा नीतियों में बदलाव
फिलीपींस ने भारतीय नागरिकों को वीजा-मुक्त प्रवेश देने का फैसला लिया है, जिसका भारत ने स्वागत किया। इसके जवाब में भारत ने भी फिलीपींस के नागरिकों को फ्री ई-वीजा सुविधा देने की घोषणा की है। इससे दोनों देशों के बीच पर्यटन और आपसी संपर्क को बढ़ावा मिलेगा।
इसके अलावा, इस वर्ष दिल्ली और मनीला के बीच सीधी फ्लाइट शुरू करने की योजना पर भी काम किया जाएगा। यह व्यापार, शिक्षा, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को सशक्त करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत का इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को लेकर दृष्टिकोण स्वतंत्र, खुला और समावेशी है। उन्होंने कहा कि भारत सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करता है और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करता है। उन्होंने इस क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए सभी साझेदार देशों के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई।