5 सितंबर को शेयर बाजार में सेंसेक्स 0.01% गिरकर 80,710.76 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 0.03% बढ़कर 24,741 अंक पर बंद हुआ। एनएसई में 3,121 शेयरों में से 1,644 तेजी और 1,370 गिरावट के साथ बंद हुए। विशेषज्ञों के अनुसार जीएसटी से जुड़ी खबर का तात्कालिक असर सीमित रहा, लेकिन लंबी अवधि में यह बाजार के लिए सकारात्मक साबित हो सकती है।
Stock Market Closing: 5 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार में मिश्रित रुख देखा गया। सेंसेक्स मामूली गिरावट के साथ 80,710.76 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी हल्की तेजी के साथ 24,741 अंक पर बंद हुआ। एनएसई पर 3,121 शेयरों में से 1,644 बढ़त और 1,370 गिरावट के साथ बंद हुए। बाजार में IT शेयरों का दबाव और FII की बिकवाली देखने को मिली। विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी से जुड़ी हालिया खबर का तुरंत असर नहीं दिखा, लेकिन लंबे समय में यह कॉर्पोरेट अर्निंग और कंजम्पशन सेक्टर को बढ़ावा दे सकती है।
सेंसेक्स और निफ्टी का आज का प्रदर्शन
आज सेंसेक्स 0.01 प्रतिशत यानी 7.25 अंक की गिरावट के साथ 80,710.76 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 0.03 प्रतिशत यानी 6.70 अंक की तेजी के साथ 24,741 अंक पर बंद हुआ। यह दर्शाता है कि निवेशकों ने दिनभर मिश्रित रुख अपनाया और बाजार में संतुलन का प्रयास देखा गया।
NSE पर ट्रेडिंग का हाल
NSE पर आज कुल 3,121 शेयरों में ट्रेडिंग हुई। इनमें से 1,644 शेयर तेजी के साथ बंद हुए, जबकि 1,370 शेयर गिरावट में रहे। इसके अलावा 107 शेयरों के भाव में कोई बदलाव नहीं आया। इस आंकड़े से पता चलता है कि बाजार में लिक्विडिटी बनी रही और निवेशकों ने चुस्त-दुरुस्त ट्रेडिंग की।
बाजार पर बड़ी खबरों का असर
आज बाजार पर IT सेक्टर के शेयरों का दबाव नजर आया। जीएसटी में हाल ही में हुई कटौती जैसी बड़ी खबरों के बावजूद, बाजार का रिस्पॉन्स लगातार दूसरे दिन ठंडा रहा। एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह “सेल ऑन न्यूज” सिंड्रोम है, यानी जब बड़ी खबर आती है तो निवेशक तुरंत मुनाफावसूली करते हैं।
Elixir Equities के डायरेक्टर दीपेन मेहता ने बताया कि जीएसटी रेट कट की खबरें पहले से अनुमानित थीं। अब जब ये खबरें पक्की हुई हैं, तो बाजार में निवेशकों ने मुनाफा निकालना शुरू कर दिया। उनके अनुसार, लंबे समय में यह कदम कॉर्पोरेट अर्निंग बढ़ाने में मदद करेगा और फेस्टिव सीजन के बाद कंपनियों की आय में सुधार दिखेगा।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग में सावधानी जरूरी
गोल्डीलॉक प्रीमियम के फाउंडर गौतम शाह के मुताबिक, बाजार फिलहाल कंसोलिडेशन फेज में है। मध्यम अवधि में 24,200 अंक का बड़ा सपोर्ट और 25,000 अंक के करीब रेजिस्टेंस है। उन्होंने कहा कि बाजार को लेकर सेंटीमेंट पॉजिटिव है क्योंकि पिछले छह महीनों में कई बड़े कदम लिए जा चुके हैं।
दीपेन मेहता ने बताया कि फेस्टिव सीजन में कॉर्पोरेट अर्निंग में सुधार से कंजम्प्शन सेक्टर में तेजी देखने को मिल सकती है। वहीं, एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यदि किसी निवेशक का नजरिया 6 से 12 महीने का है, तो यह समय खरीदारी के लिए उपयुक्त हो सकता है। हालांकि 2 से 4 हफ्तों के नजरिए वाले ट्रेडर्स के लिए बाजार चुनौतीपूर्ण रहेगा।
टॉप गेनर और लूजर
आज बाजार में आईटी सेक्टर के शेयरों में दबाव नजर आया। वहीं मेटल और बैंकिंग सेक्टर के कुछ शेयरों में तेजी रही। टॉप गेनर्स में एनटीपीसी, इंडसइंड बैंक और एशियन पेंट्स प्रमुख रहे। टॉप लूजर्स में टेक महिंद्रा, इंफोसिस और विप्रो शामिल रहे।