दिवाली से पहले 1 करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को बड़ा तोहफा मिला है। उनके महंगाई भत्ते (DA) में 3 फीसदी का इजाफा किया गया है। इससे केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को अक्टूबर में बढ़ी हुई सैलरी और पेंशन मिलेगी। आइए जानते हैं कि डीए बढ़ने के बाद सैलरी कितना बढ़कर आएगी और इसका कैलकुलेशन कैसे होगा।
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने दिवाली से ठीक पहले अपने 1 करोड़ से अधिक कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को एक बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने महंगाई भत्ते (DA) में 3% की बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी के बाद अब केंद्र सरकार के सरकारी कर्मचारियों को 53% महंगाई भत्ता मिलेगा। आइए जानते हैं कि यह बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता कब से लागू होगा और इससे सैलरी में कितना इजाफा होगा।
कब से लागू होगा बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता?

सरकार आमतौर पर साल में दो बार महंगाई भत्ते (DA) में बदलाव करती है—एक जनवरी और एक जुलाई से। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 16 अक्टूबर 2024 को DA बढ़ाने की स्वीकृति दी है, लेकिन यह बढ़ोतरी 1 जुलाई 2024 से प्रभावी मानी जाएगी। इसका अर्थ है कि केंद्रीय कर्मचारियों को जुलाई से सितंबर तक का एरियर भी मिलेगा, और उन्हें अक्टूबर की सैलरी के साथ बढ़ा हुआ DA प्राप्त होगा।
डीए: महंगाई भत्ते की परिभाषा और महत्व

डीए (डियरनेस अलाउंस) कर्मचारियों की सैलरी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जो उनके जरूरी खर्चों को पूरा करने के लिए प्रदान किया जाता है। इसके बढ़ने से कर्मचारियों की कुल सैलरी में भी इजाफा होता है। डीए की दरें सरकार द्वारा निर्धारित की जाती हैं और इसे मुद्रास्फीति एवं जीवनशैली के बदलाव के आधार पर समय-समय पर अपडेट किया जाता है। इससे कर्मचारियों को महंगाई के प्रभाव को संतुलित करने में मदद मिलती है और उनकी जीवनशैली में सुधार होता है।
सैलरी में बढ़ोतरी का विवरण

यह पूरी तरह से कर्मचारी की मौजूदा वेतन पर निर्भर करता है। अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 50,000 रुपये है, तो 3 फीसदी डीए बढ़ने से उसका मासिक वेतन 1,500 रुपये बढ़ जाएगा। इस हिसाब से अक्टूबर की सैलरी के साथ उसके खाते में 6,000 रुपये अतिरिक्त आएंगे। इनमें 4,500 रुपये पिछले तीन महीने का एरियर होगा, जबकि 1,500 रुपये अक्टूबर का डीए होगा। इसी तरह, बेसिक पेंशन के अनुसार पेंशनभोगियों को भी इसी तरह का लाभ मिलेगा।
सरकार पर अतिरिक्त बोझ का आकलन

महंगाई भत्ते एवं महंगाई राहत बढ़ने से सरकारी कर्मचारियों को दिवाली से ठीक पहले अक्टूबर के वेतन के साथ तीन महीने का महंगाई भत्ता एरियर के रूप में मिल जाएगा। सरकार के इस फैसले से 49.18 लाख केंद्रीय कर्मचारी और 64.89 लाख पेंशनर्स को लाभ मिलेगा। लेकिन इस कदम से खजाने पर सालाना 9,448.35 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा।












