पंजाब की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार महिलाओं के लिए बड़ा तोहफा लेकर आ रही है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण घोषणा की है। इसके तहत पंजाब की महिलाओं को हर महीने 1100 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।
चंडीगढ़: पंजाब की महिलाओं के लिए बड़ी आर्थिक राहत की खबर है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घोषणा की है कि प्रदेश की महिलाओं को अगले साल से हर महीने 1100 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और उनकी सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शुरू की जा रही है।
योजना की मुख्य बातें
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट किया कि यह राशि 2026 के बजट पारित होने के बाद सीधे महिलाओं के बैंक खातों में भेजी जाएगी। पंजाब की 18 साल से अधिक उम्र की लगभग एक करोड़ महिलाएं इस योजना का लाभ उठाएंगी। यह योजना पिछले विधानसभा चुनाव में किए गए वादे का हिस्सा है, जिसमें महिलाओं को बसों में मुफ्त सफर और आर्थिक सहायता देने की बात कही गई थी।
सीएम मान ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, “हम महिलाओं को वित्तीय रूप से सशक्त बनाना प्राथमिकता मानते हैं। प्रदेश की महिलाएं इस योजना से अपनी जरूरतों को बेहतर तरीके से पूरा कर सकेंगी। हम अपने वादे को जल्द पूरा करने के लिए गंभीरता से काम कर रहे हैं।
आर्थिक सशक्तिकरण के प्रयास
आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने महिलाओं की सशक्तिकरण योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया है। 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान, सीएम मान ने घोषणा की थी कि पंजाब की महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये की आर्थिक मदद मिलेगी। हालांकि, योजना के क्रियान्वयन में कुछ देरी हुई। इसके बाद मई 2024 में मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राशि बढ़ाकर 1100 रुपये प्रति माह कर दी जाएगी। अब यह योजना अगले वर्ष लागू हो जाएगी।
इसके अलावा, AAP सरकार ने प्रदेश में महिलाओं के लिए बसों में मुफ्त सफर की सुविधा भी शुरू की है। यह कदम महिलाओं के सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
पंजाब की इस योजना से महिलाओं को मिलने वाली राहत का क्षेत्रीय महत्व भी है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने महिलाओं के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा कर दी है। हरियाणा ने महिलाओं के लिए अलग फंड बना लिया है। दिल्ली में भी भाजपा सरकार महिलाओं को आर्थिक मदद उपलब्ध करवा रही है। इन कदमों से स्पष्ट है कि पूर्वोत्तर और उत्तर भारत में महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण धीरे-धीरे वास्तविकता बन रहा है।