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सांप्रदायिक सौहार्द के लिए RSS प्रमुख की अहम पहल, मुस्लिम विद्वानों से की खुली चर्चा

सांप्रदायिक सौहार्द के लिए RSS प्रमुख की अहम पहल, मुस्लिम विद्वानों से की खुली चर्चा

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने दिल्ली में मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात की। इस बैठक का उद्देश्य आपसी संवाद को मजबूत करना और सौहार्द को बढ़ावा देना था। आरएसएस और MRM की यह पहल चर्चाओं में है।

RSS Meeting: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में 24 जुलाई को दिल्ली के हरियाणा भवन में मुस्लिम धर्मगुरुओं और बुद्धिजीवियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य था - मुस्लिम समुदाय के साथ संवाद को गहराना, सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना और मौजूदा मतभेदों को सुलझाने की दिशा में ठोस पहल करना।

इस बैठक में आरएसएस के शीर्ष नेतृत्व भी शामिल रहे। महासचिव दत्तात्रेय होसबोले, सह महासचिव कृष्ण गोपाल, वरिष्ठ नेता रामलाल और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) के संयोजक इंद्रेश कुमार जैसे कई प्रमुख चेहरे मौजूद थे। वहीं मुस्लिम पक्ष से अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख उमर अहमद इलियासी सहित लगभग 50 मौलवियों और मुस्लिम विद्वानों ने बैठक में हिस्सा लिया।

एमआरएम की भूमिका और अभियान

यह बैठक अचानक नहीं हुई बल्कि इसके पीछे एक सुनियोजित सामाजिक पहल का आधार है। आरएसएस का सहयोगी संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) पिछले कुछ वर्षों से मुस्लिम समाज के साथ संवाद की प्रक्रिया को सशक्त बनाने में जुटा है। 2023 में MRM ने एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने की योजना बनाई थी, जिसका उद्देश्य था "एक राष्ट्र, एक ध्वज, एक राष्ट्रगान" की भावना को बढ़ावा देना और धार्मिक विविधता में एकता को प्रोत्साहित करना।

2022 में भी हो चुका है संवाद

यह पहली बार नहीं है जब मोहन भागवत ने मुस्लिम समुदाय के साथ खुला संवाद किया हो। सितंबर 2022 में भी उन्होंने देश के कई वरिष्ठ मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ एक मुलाकात की थी। उस मुलाकात में ज्ञानवापी मस्जिद विवाद, हिजाब और जनसंख्या नियंत्रण जैसे संवेदनशील मुद्दों पर खुले विचार-विमर्श किए गए थे।

उस बैठक में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी, पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग, एएमयू के पूर्व कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल ज़मीर उद्दीन शाह, पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी और सैयद शेरवानी जैसे प्रतिष्ठित चेहरे शामिल हुए थे। इन प्रयासों से यह संकेत गया कि आरएसएस केवल एकतरफा संवाद नहीं, बल्कि दोतरफा समझ और सहयोग की दिशा में कार्य कर रहा है।

इंद्रेश कुमार का सामाजिक जुड़ाव

आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार, जो MRM के प्रमुख रणनीतिकार माने जाते हैं, ने अक्टूबर 2022 में दिल्ली स्थित हज़रत निज़ामुद्दीन दरगाह का दौरा किया था। उन्होंने वहां मिट्टी के दीये जलाकर सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया। यह प्रतीकात्मक कार्य भी मुस्लिम समुदाय में संवाद और विश्वास बहाली की दिशा में एक प्रयास था।

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