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Stock Market Today: हरे निशान में खुला बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी में तेजी

Stock Market Today: हरे निशान में खुला बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी में तेजी

सप्ताह के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुले, जहां सेंसेक्स 80,904 और निफ्टी 24,802 पर शुरू हुए। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 119 अंक चढ़ा और निफ्टी भी बढ़त में रहा। हालांकि, एफपीआई ने सितंबर के पहले हफ्ते में 12,257 करोड़ रुपये की भारी बिकवाली की है। वहीं, अमेरिका के HIRE Act 2025 से भारतीय आईटी कंपनियों पर दबाव बढ़ सकता है।

Stock Market Today: सोमवार को घरेलू शेयर बाजार हरे निशान में खुले, जहां बीएसई सेंसेक्स 80,904 और एनएसई निफ्टी 24,802 के स्तर पर शुरू हुए। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 119 अंक की तेजी के साथ 80,824 और निफ्टी 24,763 पर ट्रेड कर रहे थे। हालांकि, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने सितंबर के पहले सप्ताह में 12,257 करोड़ रुपये की भारी बिकवाली की, जिससे बाजार पर दबाव बना। इस बीच, अमेरिकी सीनेट में पेश HIRE Act 2025 भारतीय आईटी कंपनियों के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि इससे आउटसोर्सिंग पर सीधा असर पड़ सकता है।

सेंसेक्स-निफ्टी की शुरुआती चाल

BSE सेंसेक्स 80,904.40 अंक पर खुला, जो पिछले कारोबारी दिन 80,710.76 अंक पर बंद हुआ था। शुरुआती कारोबार में यह 119 अंक की तेजी के साथ 80,824 के स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह NSE निफ्टी 24,802.60 स्तर पर खुला। खबर लिखे जाने तक यह 22 अंक की बढ़त के साथ 24,763 अंक पर कारोबार करता दिखा।

निफ्टी के ज्यादातर सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। केवल निफ्टी FMCG, निफ्टी अल्फा 50 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स लाल निशान में रहे।

पिछले हफ्ते का हाल

शुक्रवार को बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला था। सेंसेक्स मामूली 7.25 अंक गिरकर 80,710.76 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 6.70 अंक की बढ़त के साथ 24,741 के स्तर पर क्लोज हुआ था। कुल मिलाकर हफ्ते का अंत सपाट अंदाज में हुआ था।

FPI की बिकवाली का दबाव

सितंबर 2025 के पहले सप्ताह में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों यानी FPI ने भारतीय शेयर बाजार से 12,257 करोड़ रुपये की बड़ी निकासी की। यह रकम लगभग 1.4 अरब डॉलर के बराबर है।

विशेषज्ञों का कहना है कि डॉलर की मजबूती, अमेरिका की ओर से शुल्क बढ़ोतरी की आशंका और बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव इस बिकवाली की वजह बने।

इससे पहले अगस्त में FPI ने 34,990 करोड़ रुपये और जुलाई में 17,700 करोड़ रुपये बाजार से निकाले थे। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक साल 2025 में अब तक एफपीआई 1.43 लाख करोड़ रुपये भारतीय शेयरों से निकाल चुके हैं। लगातार हो रही इस बिकवाली ने बाजार की चाल को दबाव में रखा है।

अमेरिकी कानून का भारतीय IT पर असर

बाजार के लिए एक और बड़ी चिंता अमेरिकी सीनेट में हाल ही में पेश किया गया HIRE Act 2025 है। भारतीय IT सेक्टर में कई लोग इसे मजाक में "Fire Act" कहकर पुकार रहे हैं, क्योंकि इसका सीधा असर आउटसोर्सिंग कारोबार पर पड़ सकता है।

इस प्रस्तावित कानून के मुताबिक, अगर अमेरिका की कोई टैक्स-पेयर कंपनी किसी विदेशी नागरिक या विदेशी कंपनी से सेवाएं लेती है और उसके लिए भुगतान करती है, तो उस पर 25 प्रतिशत तक अतिरिक्त टैक्स देना पड़ सकता है। इसे आउटसोर्सिंग पर रोक लगाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।

अगर यह कानून लागू हुआ तो भारतीय IT कंपनियों के लिए सबसे बड़े बाजार अमेरिका में कारोबार करना महंगा पड़ सकता है। इसका असर न सिर्फ कंपनियों की कमाई पर पड़ेगा बल्कि शेयर बाजार में उनके स्टॉक्स पर भी दबाव बन सकता है।

किन सेक्टरों में दिखी हलचल

शुरुआती कारोबार में निफ्टी IT, निफ्टी बैंक और निफ्टी ऑटो इंडेक्स मजबूत दिखे। दिग्गज IT कंपनियों के शेयरों में हल्की तेजी देखने को मिली, हालांकि अमेरिकी कानून को लेकर सतर्कता भी बनी रही।

बैंकिंग और ऑटो सेक्टर के शेयरों में निवेशकों ने खरीदारी दिखाई। दूसरी ओर FMCG और स्मॉलकैप शेयरों में बिकवाली का दबाव देखा गया।

निवेशकों की नजर वैश्विक संकेतों पर

भारतीय बाजार की दिशा इस समय वैश्विक संकेतों पर टिकी हुई है। अमेरिका में ब्याज दरों को लेकर फेडरल रिजर्व का रुख, डॉलर की चाल और भू-राजनीतिक हालात निवेशकों की रणनीति को प्रभावित कर रहे हैं।

सोमवार को बाजार की मजबूत शुरुआत ने निवेशकों को थोड़ी राहत दी है। हालांकि एफपीआई की लगातार बिकवाली और अमेरिकी कानून से जुड़ी अनिश्चितता अभी भी बड़ी चुनौती बनी हुई है।

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